संदिग्ध परिस्थितियों में बस कंडक्टर का फंदे में लटकता मिला शव, हत्या और आत्महत्या के बीच उलझी गुत्थी

सवाल यह उठता है कि जब सारी बात इस व्यक्ति से शेयर करता था तो आत्महत्या करने जैसा कदम उठाने से पहले किसी तरह की कुंठा या समस्या शेयर नही किया, और इस शख्स ने घर गांव से लेकर मोटर लाइन तक किसी भी दुश्मनी को खारिज कर रहा है। सवाल और भी है जैसे जब फंदे से लटका तो सोते हुए साथी को उसके उठने की कोई आहत कैसे नहीं लगी, और किसी तरह की हताशा या निराशा पप्पू ने अपने साथी के साथ शेयर नहीं कि या फिर उसकी जेहनी दुख को हमेशा साथ रहने वाला शक्ख महसूस नहीं कर पाया।
 
प्रतापगढ़
रिपोर्ट- गौरव तिवारी संवाददाता

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

प्रतापगढ़, 14 नवंबर:- खबर प्रतापगढ में है जहाँ, संदिग्ध परिस्थितियों में प्राइवेट बस के अंदर छत में लगी रॉड से गमछे के बने फंदे से लटका मिला कंडक्टर का शव।लटकते शव का एक पैर सीट पर मुड़ा हुआ होने के चलते हत्या कर शव लटकाए जाने की जताई जा रही है आशंका हत्या और आत्महत्या की गुत्थी सुलझाने की पुलिस के सामने चुनौती। उदयपुर थाना के परानीपुर गांव का है मामला।

पूरा मामला- इस बस के भीतर बस के कंडक्टर पप्पू यादव का शव लटक रहा है इस शव के गले मे एक गमछा बंधा हुआ है जिसका दूसरा सिरा बस की छत पर लगी पाइप में बंधा हुआ है, शव का एक पैर बस में लगी सीट पर घुटने से मुड़ा हुआ रखा हुआ और दूसरा पैर बस की फर्स पर है। इस घटना में बस का चालक बता रहा है कि हम दोनों रात का खाना खाने के बाद बस में सो गए थे सबेरे सात बजकर आठ मिनट पर चालक ने पप्पू के शव को देखने की बात करते हुए बता रहा है कि मोटर में पप्पू की कोई दुश्मनी नहीं थी और न ही परिवार में किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी हर बात इस चालक से शेयर करता था पप्पू यादव। अब सवाल यह उठता है कि जब सारी बात इस व्यक्ति से शेयर करता था तो आत्महत्या करने जैसा कदम उठाने से पहले किसी तरह की कुंठा या समस्या शेयर नही किया, और इस शख्स ने घर गांव से लेकर मोटर लाइन तक किसी भी दुश्मनी को खारिज कर रहा है। सवाल और भी है जैसे जब फंदे से लटका तो सोते हुए साथी को उसके उठने की कोई आहत कैसे नहीं लगी, और किसी तरह की हताशा या निराशा पप्पू ने अपने साथी के साथ शेयर नहीं कि या फिर उसकी जेहनी दुख को हमेशा साथ रहने वाला शक्ख महसूस नहीं कर पाया आखिर ऐसा कैसे हो सकता है? अब इस सवाल का जवाब तो विस्तृत जांच के बाद ही खुलकर सामने आ सकती है। कही ऐसा तो नहीं कि ये आशनाई का मामला हो जिसके चलते कोई कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है, कही ऐसा तो नहीं कि इस मौत के तार इस गांव से ही जुड़े हों।

संदिग्ध परिस्थितियों में मिला शव- बताया जा रहा है कि बस प्रतापगढ़ मुख्यालय और परानीपुर के बीच चलती है और ड्राइवर घर इसी गांव में है जबकि मृतक दूसरी जगह का रहने वाला है, यदि चालक अपने घर सोया था तो साथ मे खाना खाकर सोने की बात क्यों कर रहा है? चालक ने ही पुलिस को सूचना और इस तहरीर भी दी है। बस कंडक्टर की मौत की जानकारी होने के बाद ग्रामीणों की मौके पर भीड़ जमा हो गई इस बात की जानकारी इलाकाई पुलिस को भी दी गई जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुच गई और शव को फंदे से उतरवा कर पंचनामा की कार्यवाही करने के बाद अंत्यपरीक्षण को भेज दिया साथ ही मृतक के परिजनों को भी सूचित किया,जानकारी मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। प्रभारी एसपी रोहित मिश्र ने बताया कि उदयपुर थाने के परानीपुर में एक बस पर फांसी से लटके हुए शव की सूचना पुलिस को मिली थी जिसके बाद पुकिस ने शव को कब्जे में।लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है साथ ही परिजनों को भी सूचित किया गया है, मृतक बस का कंडक्टर है जिसका शव बस में छत की पाइप से गमछे के फंदे से लटका हुआ था। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के बाद अन्य विधिक कार्यवाई की जाएगी।