फर्जी अभिलेखों के सहारे अध्यापक की नौकरी कर रहे चार शिक्षकों को सेवा से किया गया बर्खास्त

ये सभी शिक्षक 2016 से फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर बेसिक शिक्षा विभाग में नौकरी करते हुए सरकार को चूना लगा रहे थे, एक शिकायत के आधार पर जांच में टीईटी में फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र सिंह ने बताया कि शिक्षकों का टीईटी प्रमाण पत्र सत्यापन के लिए भेजा गया था जो फर्जी पाया गया है, इसके बाद चारों शिक्षकों को नोटिस देते हुए आगे इनकी सेवा समाप्त कर कर दी गयी है।
 
प्रतापगढ़
रिपोर्ट- गौरव तिवारी संवाददाता

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

प्रतापगढ़, 18 नवंबर:- खबर यूपी के जनपद प्रतापगढ़ से है जहाँ टीईटी का बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है, फर्जी टीईटी के प्रमाणपत्र पर प्राथमिक विद्यालयों में नौकरी कर रहे चार शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है। चारों से रिकवरी की कार्यवाई प्रचलित है साथ ही सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर विधिक कार्यवाई के लिए खण्ड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।

टीईटी प्रमाण पत्र सत्यापन में फर्जी पाए जाने के बाद किया गया बर्खास्त- प्रतापगढ़ में प्राथमिक शिक्षा विभाग में 15 हजार शिक्षक भर्ती में फर्जी टीईटी प्रमाण पत्र लगाकर नौकरी करने वाले चार शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है ये सभी शिक्षक 2016 से फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर बेसिक शिक्षा विभाग में नौकरी करते हुए सरकार को चूना लगा रहे थे, एक शिकायत के आधार पर जांच में टीईटी में फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र सिंह ने बताया कि शिक्षकों का टीईटी प्रमाण पत्र सत्यापन के लिए भेजा गया था जो फर्जी पाया गया है, इसके बाद चारों शिक्षकों को नोटिस देते हुए आगे इनकी सेवा समाप्त कर कर दी गयी है।

बर्खास्त शिक्षको से रिकवरी के भी आदेश- बर्खास्त किए गए शिक्षकों में वंदना सिंह लालगंज ब्लाक, मो.एकलाख व रामप्रकाश बाबागंज ब्लाक में तो वहीं नौशाद अली बाबा बेलखरनाथ ब्लाक में तैनात थे। बीएसए ने बताया कि कार्यवाई में आए सभी शिक्षकों से आहरित वेतन व अन्य भत्ते रिकवरी के लिए आकलन कर लेटर जारी कर दिया गया है और रिकवरी की कार्यवाही शुरू की जा रही है। इन सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने को सम्बंधित खण्ड शिक्षा अधिकारियों को आदेश दिया गया है, इन सभी का चयन 15 हजार शिक्षक भर्ती में हुआ था तथा 2016 से नौकरी कर रहे थे।