गैर भाजपा प्रदेश सरकारों के साथ राज्यपाल तोड रहे हैं संवैधानिक मर्यादायें- प्रमोद तिवारी

सांसद प्रमोद तिवारी के मुताबिक सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय इसलिए आया क्योकि वहां के राज्यपाल ने अपने कर्तव्य का निर्वहन चाहे जानबूझकर अथवा अनजाने में नही किया। तिवारी ने कहा कि इस कारण निर्णय का जो आधार बना वह भी तब जब राज्यपाल भी भारतीय जनता पार्टी सरकार के है। उन्होनें राजीव गांधी के कातिलों के आजाद होने को देश की आजादी के बाद राजनीति में ऐसी गिरावट ओछापन और घटियापन का कोई अन्य उदाहरण न होना भी करार दिया।
 
प्रमोद तिवारी
रिपोर्ट- गौरव तिवारी संवाददाता

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

प्रतापगढ़, 12 नवंबर:- खबर प्रतापगढ़ से है जहाँ, कांग्रेस के राज्यसभा सांसद एवं स्टीयरिंग कमेटी के सदस्य प्रमोद तिवारी ने भाजपा के केन्द्रीय शासन काल में गैरभाजपा सरकारों के साथ राज्यपालों द्वारा अपने संवैधानिक दायरों से बाहर आचरण करने को लोकतंत्र के लिए खतरनाक कहा है।उन्होने कहा कि जबसे भाजपा की सरकार आयी है केरल, तमिलनाडु, दिल्ली व झारखण्ड सहित गैरभाजपा सरकारों को बीजेपी के इशारे पर वहां राज्यपालों द्वारा निर्वाचित सरकारों को अपने संवैधानिक दायित्वों का निर्वहन नहीं करने दिया जा रहा है। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने तीखे अंदाज मे कहा है कि प्रदेश की गैर भाजपा सरकारो के साथ राज्यपाल संविधान से ऊपर उठकर एक राजनैतिक व्यक्ति की तरह काम कर रहे हैं। प्रमोद तिवारी ने यह भी कहा कि कहीं कहीं राज्यपाल संविधान की मूलभूत नीति निर्धारित सिद्धांतो का निर्लज्जतापूर्वक अतिक्रमण कर रहे है।

प्रमोद तिवारी ने कहा कि संवैधानिक मर्यादाएं तो टूट ही रही हैं साथ में लोगों का लोकतंत्र पर विश्वास भी डगमगा रहा है। शनिवार को प्रतापगढ़ के एक दिवसीय दौरे पर नगर में मीरा हॉस्पिटल के उदघाटन कार्यक्रम के दौरान सांसद प्रमोद तिवारी ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि गैर भाजपा सरकारों के साथ राज्यपालों के संविधान के विपरीत आचरण करने से निर्वाचित सरकारों का कामकाज बाधित हो रहा है। वहीं उन्होने कहा कि राज्यपालों के द्वारा जिस तरह से भाजपा नेताओं से भी ऊपर उठकर बयानबाजियां की जा रही है उससे सबसे ज्यादा नुकसान इन राज्यों की जनता को उठाना पड़ रहा है। उन्होनें प्रधानमंत्री एवं राष्ट्रपति से आशा जतायी है कि संविधान की रक्षा के लिए प्रदेश के राज्यपालों को ऐसी नसीहत दी जानी चाहिए कि वे निर्वाचित प्रदेश सरकारों को अस्थिर न कर सकें और अनावश्यक बयानबाजी न करें जिससे निर्वाचित सरकारें जनहित में निर्बाध रूप से कार्य कर सकें। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की सबसे घृणित वारदात में की गयी निर्मम हत्या को लेकर सर्वोच्च न्यायालय द्वारा उनके कातिलो को आजाद करने के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि राजीव गांधी के नेतृत्व में भारत ने कम्प्यूटर युग में कदम रखा था। उन्होने कहा कि राजीव गांधी का कसूर सिर्फ इतना था कि उन्होनें तमिलनाडु और श्रीलंका के जाफना सहित कुछ हिस्सों को मिलाकर एक पृथक राष्ट्र बनने का विरोध किया था।

इसी के चलते देश की एकता व अखण्डता की रक्षा करते हुए राजीव गांधी ने सर्वोच्च बलिदान भी दिया था। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि तकनीकी आधार पर राजीव गांधी के कातिलों को इसलिए जेल से आजाद कर दिया गया क्योंकि तमिलनाडु सरकार की इस गंभीर प्रकरण में संस्तुति को न तो श्री राज्यपाल ने स्वीकार किया और न ही अस्वीकार्य किया। सांसद प्रमोद तिवारी के मुताबिक सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय इसलिए आया क्योकि वहां के राज्यपाल ने अपने कर्तव्य का निर्वहन चाहे जानबूझकर अथवा अनजाने में नही किया। तिवारी ने कहा कि इस कारण निर्णय का जो आधार बना वह भी तब जब राज्यपाल भी भारतीय जनता पार्टी सरकार के है। उन्होनें राजीव गांधी के कातिलों के आजाद होने को देश की आजादी के बाद राजनीति में ऐसी गिरावट ओछापन और घटियापन का कोई अन्य उदाहरण न होना भी करार दिया। उन्होनें कहा कि इस फैसले से करोडो देशवासी दुखी हुए हैं। सांसद प्रमोद तिवारी ने तंज कसा राजीव गांधी हम शर्मिन्दा हैं तेरे कातिल अभी जिन्दा हैं। इस दौरान डा.नीरज त्रिपाठी, पं.श्यामकिशोर शुक्ल, जिलाध्यक्ष डा.लालजी त्रिपाठी, मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल, कपिल द्विवेदी,डा. प्रशांतदेव शुक्ल, शहर अध्यक्ष इरफान अली, महेन्द्र शुक्ल आदि रहे। इसके पूर्व राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय पर कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर पार्टी को नीतियों को जनता के बीच मजबूती से ले जाने को कहा। यहां सांसद के सदर विधानसभा क्षेत्र प्रतिनिधि व पूर्व पार्टी प्रत्याशी डा. नीरज त्रिपाठी की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने प्रमोद तिवारी का जोरदार स्वागत भी किया। नगर में समाजसेवी हलीम खान के संयोजन में अत्याधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं से सुसज्जित मीरा हॉस्पिटल का समारोहपूर्वक उदघाटन किया। सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को जनउपयोगी बनाए जाने में आज निजी क्षेत्र का योगदान भी सकारात्मक लक्ष्य की पूर्ति कर रहा है। उन्होने कहा कि लोगों को इलाज के क्षेत्र में बेहतर सुविधा एवं विशेषज्ञ चिकित्सा प्रणाली के जरिए लाभान्वित कर सामाजिक एवं राष्ट्रीय परिवेश को स्वस्थ वातावरण दिये जाने में इस प्रकार के योगदान सच्ची समाजसेवा का उदाहरण है। संयोजक हलीम खान ने स्वागत भाषण में बताया कि इस अस्पताल में आईसीयू, वेंटीलेटर, दूरबीन विधि से ऑपरेशन, डायलेसिस जैसी सुविधाओं के साथ चौबीस घंटे की आकस्मिक चिकित्सा सेवा पारदर्शिता के साथ मिलती रहेगी।