वन विभाग अधिकारियों कि उदासीनता से क्षेत्र में चल रहे अवैध आरा मशीनें

सरकार की मंशा पर पानी फेरते नजर आ रहे हैं वन विभाग अधिकारी, पर्यावरण को पहुंचाया जा रहा है भारी नुकसान, कोतवाली मान्धाता व जेठवारा थाना क्षेत्र समेत कई जगह धड़ल्ले से चल रहे है अवैध आरा मशीनें, कोतवाली मान्धाता व थाना जेठवारा के अंतर्गत क्षेत्र में चल रहे हैं कई अवैध आरा मशीनें

 
अवैध आरा मशीन
रिपोर्टर अमित सिंह (राहुल) संवाददाता 

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क 

प्रतापगढ़ 29 अक्टूबर : जिले मे जहां एक तरफ सरकार वृक्षारोपण का बृहद अभियान चलाकर पौधों का पौधरोपण कर रही है और पर्यावरण दिवस पर सरकार के द्वारा लाखों पौधे रोपित किए जा रहे हैं। वहीं कोलवाली मांधाता व थाना जेठवारा क्षेत्र मे धड़ल्ले से चल रही अवैध आरा मशीनें हरे वनो को खोखला कर रही हैं। उक्त दोनों थाना क्षेत्र में अवैध आरा मशीन प्रशासन को मुंह चिढ़ाते हुई नजर आ रही है। सभी नियमों को ताख पर रखकर कोतवाली मांधाता व थाना जेठवारा क्षेत्र भर में दर्जनों से अधिक गैर कानूनी आरा मशीनें चल रही है। इससे सरकारी राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है। वहीं पेड़ पौधों की अवैध रूप से कटाई की जा रही है। इससे हरे-भरे पेड़ बेरोक-टोक के काटे जा रहे हैं। वन विभाग हर साल लाखों पेड़ लगाने का दावा करता है। लेकिन काटे गए पेड़ किसी को दिख नहीं रहा है एक तरफ सरकार पौध रोपण पर हर प्रकार से हरियाली लाने के दिशा में प्रयास कर रही है। पेड़-पौधों को लगाने के लिए सरकार हर वर्ष कोई नई योजना को लाती है। लेकिन सारी योजनाओं को इन संचालकों ने बर्बाद कर रखा है। जबकि जिलाधिकारी का सख्त आदेश है कि अवैध आरा मशीनें पूर्ण रूप से बंद की जाए जब इसकी हकीकत पत्रकारों की टीम ने क्षेत्र में तलाशा तो ऐसे कई आरा मशीन चालू हालत में मिले जो पूरी तरह से अवैध है जिसका फोटो वीडियो भी कैमरे में कैद किया गया हैरत की बात यह है कि इन अवैध आरा मशीनों के संचालकों को विधायक से लेकर उनके प्रतिनिधि तक का भी आशीर्वाद प्राप्त है|

आपको बतादें कि जेठवारा थाना क्षेत्र में रेडी,डेरवा,भावनपुर, बिरसिंहपुर (पूरे बसावन),लक्ष्मीगंज आदि बाजार कस्बों में दर्जनो  से अधिक अवैध आरा मशीन सरकार की मंशा पर पानी फेर रहा है।

वहीं अगर कोतवाली मांधाता क्षेत्र की बात करें तो हिचाकापुरवा,खुशहालगंज, सरायमुरार सिंह,विश्वनाथगंज जमुआ,ढेमा आदि क्षेत्रों में लगभग एक दर्जन अवैध आरा मशीनें संचालित हो रहे हैं|

यहां प्रतिबंधित हरे पेड़ों का भी होता है चीरान

आपको बतादें कि अवैध रूप से तो आरा मशीन संचालित हो रही हैं लेकिन इस मशीन पर प्रतिबंधित हरे पेड़ों का भी चीरान होता है सूत्रों की मानें तो शीशम,आम,नीम,महुआ सहित अन्य प्रजातियों के पेड़ों को तस्कर अवैध आरा मशीनों तक पहुंचाते हैं। और मोटी रकम वसूल करते हैं जिसके कारण पर्यावरण पर संकट गहराता जा रहा है|

टीम के आने से पूर्व मिल जाती है सूचना

अवैध आरा मशीन को संचालित करने वाले स्वामिवो को विभाग की टीम की कार्रवाई से पहले ही सूचना मिल जाती है। सूत्रों की माने तो संबंधित विभाग के कर्मचारी कार्रवाई की जानकारी पहले ही दे देते हैं। तब मशीनें संचालित करने वाले मशीनों को बंद दिखा कर अपना पल्ला झाड़ लेते है|

यह है नियम

लाइसेंसशुदा आरा मशीन संचालको को लकड़ी चीरने के दौरान वृक्ष का नाम चिराई के बाद लकड़ी को बेचने और बचने वाली लकड़ी का विवरण रजिस्टर में अंकित करना होता है इसके अलावा आरा मशीन परिसर में सूचना पट्ट पर मशीन के बारे में जानकारी लकड़ियों का स्टॉक तथा लाइसेंस रखना आवश्यक है|