डेंगू के डंक से कराह रहा मान्धाता,आखिर कैसे हो मरीजों का इलाज,जब कुर्सी पर ही नहीं बैठते चिकित्सा प्रभारी,एक ही डॉक्टर के सहारे चल रहा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मान्धाता

डेंगू के प्रकोप के बीच प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा प्रभारी के ओपीडी कक्ष की कुर्सी मिली खाली जानकारी के मुताबिक लगभग एक सप्ताह से अवकाश पर है चिकित्सा प्रभारी अभिषेक पटेल तो वही 3 नवंबर तक ही था उनका अवकाश आज 4 नवंबर को भी चिकित्सा प्रभारी का ओपीडी कक्ष रहा खाली और डेंगू मरीजों और तीमारदारों की लगी रही भीड़

सीएमओ प्रतापगढ़ डॉ. जीएम शुक्ला को इस प्रकरण से अवगत कराया गया तो उन्होंने कहा आज प्रभारी अभिषेक सिंह पटेल को ऑफिस बुलाया गया है उनके खिलाफ शिकायतें मिली है| आपकी जानकारी के लिए बता दें कि चिकित्सा प्रभारी सीएमओ ऑफिस के प्रभारी को अवकाश पत्र देकर चले गए थे घर जिससे नाराज सीएमओ ने मांधाता चिकित्सा प्रभारी का कुछ दिनों का वेतन रोकते हुए किया था जवाब तलब

 
डेंगू का प्रकोप

रिपोर्टर अमित सिंह (राहुल) संवाददाता 

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क 

प्रतापगढ़ 4 नवंबर : जिले के मान्धाता क्षेत्र में इन दिनों डेंगू से हाल बेहाल हैं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर सुरेश चंद्र यादव ने बताया कि एक महीने के अंदर ही लगभग 80 से अधिक डेंगू के मरीज मिल चुके हैं कुछ मरीजों का इलाज यही से चल रहा है तो वहीं कुछ मरीजों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है लेकिन वही मरीज और तीमारदारों का कहना है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मान्धाता में सिर्फ एक ही डॉक्टर सुरेश यादव और कुछ कर्मचारियों के सहारे ही पुरी पीएचसी चल रही है तीमारदारों ने कहा कि एक ही डॉक्टर क्या क्या करें ओपीडी कक्ष में बैठकर मरीजों की दवा लिखे या इमरजेंसी देखें या डेंगू मरीजों को देखें या मारपीट का मेडिकल बनाए एक ही डॉक्टर होने के नाते पीएचसी में घोर लापरवाही सामने आ रही है आपको बता दें कि पीएचसी मांधाता में प्रत्येक दिन 400 के पार मरीज देखे जाते हैं  इनसब के बीच आलम यह है कि डेंगू के चलते जिले में बिगड़ते हालातों के बीच भी पीएचसी मांधाता में सम्पूर्ण डॉक्टर का समय से न रहना परेशानी का सबब बना हुआ है|

पीएचसी मांधाता के डॉक्टर सुरेश चंद्र यादव के सावधानी बरतने की दी हिदायत 

डेंगू से बचाव

डेंगू का मच्छर साफ पानी में पनपता है, मच्छर दिन में सक्रिय रहता है, स्वयं व बच्चों को पूरी बांह के कपड़े पहनाएं, घर के आसपास सफाई रखें, मच्छरदानी का प्रयोग करें।