प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मान्धाता में गंदगी का अंबार, स्वास्थ्य के साथ हो रही अनदेखी

नहीं दे रहे हैं अधिकारी व्यवस्था पर ध्यान, मरीजों को करना पड़ता है दुर्गंध का सामना

 
स्वास्थ्य केंद्र में गंदगी का अंबार
रिपोर्टर अमित सिंह (राहुल) संवाददाता

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क 

प्रतापगढ़ 2 दिसंबर : एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्वच्छ अभियान के तहत सफाई करने को लेकर जागरूक किया जा रहा है कई अभियान भी चल रहे हैं वही तरह-तरह के विज्ञापन के माध्यम से करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं मगर उसके विपरीत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मांधाता में सफाई को लेकर अधिकारी लापरवाही कर रहे हैं और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में साफ सफाई नहीं हो रही है जिससे मरीजों बदबू और गंदगी का सामना करना पड़ रहा है इन्हीं गंदगियों के बीच मरीजों का इलाज भी चल रहा है|

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सफाईकर्मी की तैनाती न होने के कारण स्वास्थ्य केंद्र की हालत और बत्तर होती जा रही है हैरत की बात यह है कि इतनी गंदगी के बीच में मरीज और तीमारदारों का इलाज भी चल रहा है जिससे संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है|

वही अगर बात करें स्वास्थ्य केंद्र में शौचालय की तो स्वास्थ्य केंद्र में शौचालय की कोई व्यवस्था नहीं है हालांकि एक खड़हरनुमा शौचालय बना हुआ है लेकिन उसमें अस्त-व्यस्त टूटी हुई सीट गंदगी ही गंदगी चारों तरफ नजर आती है इतनी अव्यवस्थाओं के होने के बाद भी अधिकारी जान कर भी अंजान बने बैठे हैं|

यह सब देखकर तो यही लगता है कि स्वास्थ्य विभाग ही मरीज के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है आप देख सकते हैं फोटो में किस तरह लापरवाही भाग नहीं ले रहा सुध मरीजों को ठीक होना तो दूर उल्टा बीमार होने का खतरा लगा रहता है|

वहीं इस पूरे प्रकरण में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मांधाता प्रभारी अभिषेक सिंह पटेल का कहना है कि स्वास्थ्य केंद्र की साफ-सफाई हम लोग नियमित प्राइवेट वर्कर को लाकर करा रहे हैं और हमारे दूसरे सफाई कर्मी जो अन्य पीएससी पर तैनात हैं उनको भी बारी-बारी से बुलाकर उनसे सफाई करवाया जाता है हालांकि यहां जून से ही सफाई कर्मी तैनात न होने के कारण कुछ अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ रहा है मेरे द्वारा उच्चाधिकारियों को पत्र लिखकर सफाई कर्मी की मांग की गई है वहां से आश्वासन मिला है कि जल्द ही सफाई कर्मी की नियुक्ति की जाएगी|

वहीं इस पूरे प्रकरण में प्रतापगढ़ सीएमओ से संपर्क किया गया तो उनका कहना है कि इस संबंध में प्रभारी व सेकंड अफसर द्वारा कोई जानकारी नहीं दी गई अगर ऐसा है तो समस्या का निदान जरूर किया जाएगा|