प्रतापगढ़: रात्रि में अघोषित विद्युत कटौती से उपभोक्ता परेशान, नही हो रहा समस्या का समाधान।

विभाग द्वारा जारी रोस्टर के बाद भी रात्रिकालीन विद्युत कटौती ने उपभोक्ताओं की नींद हराम कर रखा है। रात में तीन से चार - बार हो रही अघोषित बिजली कटौती से उपभोक्ताओं में  रोष है। जल्द स्थाई समाधान न होने पर आंदोलन को बाध्य होंगे उपभोक्ता।
 
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चिलबिला प्रतापगढ़।
प्रदेश की योगी सरकार ग्रामीण अंचलों में 18 घंटे, तहसील मुख्यालयों को 21:30 घंटे तो जिला मुख्यालयों को 24 घण्टे की निर्बाध विद्युत आपूर्ति करने का ऐलान किया है। बहुत हद तक सप्लाई भी विभाग द्वारा दी जाती रही है। लेकिन ग्रामीण अंचलों में रात्रिकालीन अघोषित विद्युत कटौती ने उपभोक्ताओं की नींद हराम कर रखा है। रात्रि में निर्बाध रूप से आपूर्ति होनी चाहिए। लेकिन इमरजेंसी रोस्टिंग/ रोस्टिंग सप्लाई के नाम पर रात में तीन से चार बार हो रही विद्युत कटौती से उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिससे उपभोक्ताओं में रोष है। रात भर में आधे घण्टे से लेकर डेढ़ घंटे की तीन से चार बार हो रही बिजली कटौती से रात की नींद गायब हो गयी है। विभाग के अधिकारियों का इस ओर ध्यान नही जाता है। जब पावर हाउस के सीयूजी नम्बर पर सम्पर्क करने का प्रयास किया जाता है तो विभाग का सीयूजी नम्बर या तो बिजी या फिर स्विच ऑफ रहता है। ऐसे में यदि किसी प्रकार की घटना होती है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा। उपभोक्ताओ  के अनुसार गर्मियों के दिनों में ऐसी समस्याओं से गर्मियों के दिनों हमेशा दो-चार होना पड़ता है। कई बार शिकायत करने के बाद भी रात्रि में अघोषित विद्युत कटौती का कोई उचित समाधान अब तक नही हो पाया है। यदि विभाग के द्वारा इस समस्या का स्थायी और उचित समाधान नही किया गया तो उपभोक्ता आंदोलन को मजबूरन बाध्य होंगे।