प्रतापगढ़ : यातायात माह के दृष्टिगत शहीद भगत सिंह एजुकेशनल एकेडमी के बच्चों को सिखाया गया यातायात अनुशासन का पाठ,यातायात नियमों के सम्बन्ध में दी गयी जानकारी

शासन के कुशल निर्देशन में यातायात प्रभारी टीएसआई नरेंद्र सिंह के नेतृत्व में बच्चों को किया गया जागरूक, कोतवाली मांधाता के प्रभारी निरीक्षक वीरेंद्र यादव व एसएसआई भृगु नाथ मिश्र ने भी बच्चों से यातायात नियमों के पालन करने की आग्रह, विश्वनाथगंज बाजार के बैंक ऑफ बड़ौदा के बगल स्थित अकादमी में संपन्न हुआ कार्यक्रम

 
यातायत
रिपोर्टर अमित सिंह (राहुल) संवाददाता 

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

प्रतापगढ़ : जिला यातायात ट्रैफिक प्रभारी टीएसआई नरेंद्र सिंह ने मंगलवार को विश्वनाथगंज बाजार स्थित शहीद भगत सिंह एजुकेशनल एकेडमी के छात्र और छात्रों को ट्रैफिक नियम की जानकारी दी। यातायात प्रभारी ने जानकारी देते हुए बताया कि ओवर स्पीड में वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का प्रयोग करना,सड़क दुर्घटना का कारण बन जाते है जिसके बारे में चालकों को सजग रहना चाहिए बच्चो से आग्रह किया पापा से बोलिए स्कूल पहुंचते समय हेलमेट जरूर लगाएं। 

यातायात प्रभारी ने कहा सभी वाहन चालकों को यातायात नियमों की पूरी पालना करनी चाहिए। कार व हलके वाहन चालकों को सीट बेल्ट का प्रयोग करने की सलाह देते हुए अपनी लेन में वाहन चलाने के लिए प्रेरित किया गया। सड़क दुर्घटनाओं में गिरावट दर्ज करने के लिए प्रभारी द्वारा बताया गया कि किसी भी प्रकार के नशे की हालत में कभी वाहन ना चलाएं। स्कूली बच्चों को समझाया गया कि 18 वर्ष के होने से पहले हमें व्हीकल नहीं चलाना चाहिए। 18 वर्ष के होने उपरांत ड्राइविग लाइसेंस जरुर बनवाए। स्कूल में छुट्टी होने के बाद सड़कों पर अपने साइड लेन में ही चलना चाहिए रास्ते में अगर को व्यक्ति का एक्सीडेंट हो गया हो तो पुलिस को जरूर सूचित करे इससे आपको इसके लिए उचित इनाम भी दिया जायेगा|

कोतवाली मांधाता के एसएचओ वीरेंद्र यादव ने कहा यातायात के सभी स्लोगन आपको बच्चों  जरूर याद रखना चाहिए तो वही एसएसआई भृगु नाथ मिश्र ने भी बच्चों को जागरूक करते हुए कहा कि लोगों को चालान से बचने के लिए नहीं, बल्कि अपने अमूल्य जान-माल की सुरक्षा के लिए यातायात नियमों की पालना करें|

इस बीच अकादमी की प्रबंधक डॉ. पूनम पांडेय ने कहा शिक्षा और संस्कार एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। शिक्षा मनुष्य के जीवन का अनमोल उपहार है जो व्यक्ति के जीवन की दिशा और दशा दोनों बदल देती है और संस्कार जीवन का सार है जिसके माध्यम से मनुष्य के व्यक्तित्व का निर्माण और विकास होता है। जब बच्चों में शिक्षा और संस्कार दोनों का विकास होगा तभी वह परिवार, समाज और देश के विकास की ओर अग्रसर होगें। वर्तमान दौर में माता पिता की सबसे बड़ी चिंता यही होती है की उसका बच्चा किसी अच्छे स्कूल में पढ़े और जीवन में एक अच्छा मुकाम हासिल करे। वे ऐसे स्कूल की तलाश करते हैं जिसमें कुछ अलग विशेषताएं हो, जो बच्चों को स्मार्ट बनाने के साथ-साथ अच्छी शिक्षा भी दे माता पिता को चाहिए की ऐसे ही स्कूलों में बच्चों का प्रवेश दिलाए|

इस दौरान टीएसआई ब्रम्हाशंकर दुबे, आरक्षी विजय कुमार होमगार्ड पंकज सिंह धर्मेंद्र प्रताप सिंह, कोतवाली मांधाता के आरक्षी सत्यम सिंह,जितेंद्र विद्यालय के स्टॉप शिवाकांत मिश्र,आनंद तिवारी,आशुतोष ओझा, तृप्ति सिंह,नंदिनी तिवारी,आराधना यादव,अर्पिता सिंह,ललिता सरोज, खुशबू सिंह,मंजू मिश्र के साथ आदि लोग मौजूद रहे|