Pratapgarh- प्रसूता की डिलीवरी के दौरान हुई मौत, परिजनों ने हॉस्पिटल पर लगाया लापरवाही का आरोप

आक्रोशित परिजनों ने बाहर खड़ी एम्बुलेंस में तोड़फोड़ भी की, देखते ही देखते बाहर भारी भीड़ जमा हो गई। पीड़ित रानीगंज थाने के बीरापुर का रहने वाला है और दस साल बाद उसे बेटा हुआ तो डॉक्टर और अस्पताल की लापरवाही से पत्नी से हाँथ धोना पड़ गया। एक वक्त परिजनों को खुशी मिली तो दूसरे वक्त ही पूरा माहौल मातम में बदल गया।
 
प्रतापगढ़
रिपोर्ट- गौरव तिवारी संवाददाता

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

प्रतापगढ़, 19 नवंबर:- खबर प्रतापगढ़ से है जहाँ माँ हॉस्पिटल में प्रसूता की मौत पर परिजनों ने जमकर हंगामा किया है, परिजनों का आरोप है कि वह लगातार कहते रहे आप नहीं कर सकते इलाज तो रेफर कर दीजिए, ऑपरेशन की सुविधा न होने के चलते जबरिया नार्मल डिलीवरी के चक्कर में प्रसूता की मौत गयी है। पीड़ित ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया है, नगर कोतवाली के टीबी अस्पताल के स्थित माँ हॉस्पिटल का मामला है।

जिले में मानक के विपरीत चल रहे हैं कई प्राइवेट अस्पताल- जिले में प्राइवेट हॉस्पिटल चलाने वाले ज्यादातर लोगों के पास न तो मान्य डिग्री है न ही हॉस्पिटल लायक मानकों को पूरा करने वाले भवन बावजूद इसके धडल्ले से हॉस्पिटल सन्चालित हो रहे हैं, इन हॉस्पिटल को सन्चालित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है आशा बहुए जो सरकारी अस्पतालों से भी मरीजों को निकाल कर इस तरह के हॉस्पिटल में पहुँचाकर मोटी रकम हासिल करती है। कमीशन के रूप में जिसके चलते अक्सर जच्चा-बच्चा मौत के शिकार हो जाते है। आपको बता की ताजा मामला शहर में मेडिकल कालेज के पीछे सन्चालित हो रहे माँ हॉस्पिटल का है जहां सर्जरी व इमरजेंसी सुविधा न होने के बावजूद आशा बहू गुड़िया तिवारी ने भर्ती करा दिया। दिक्कत बढ़ने पर परिजनों ने रेफर करने की बात की बावजूद इसके रेफर नहीं किया गया और जबरिया नार्मल डिलीवरी का प्रयास किया गया जिसके चलते प्रसूता की जान चली गई, जिसके बाद परिजनों में कोहराम मच गया और हंगामा खड़ा हो गया आक्रोशित परिजनों ने बाहर खड़ी एम्बुलेंस में तोड़फोड़ भी की, देखते ही देखते बाहर भारी भीड़ जमा हो गई। पीड़ित रानीगंज थाने के बीरापुर का रहने वाला है और दस साल बाद उसे बेटा हुआ तो डॉक्टर और अस्पताल की लापरवाही से पत्नी से हाँथ धोना पड़ गया। एक वक्त परिजनों को खुशी मिली तो दूसरे वक्त ही पूरा माहौल मातम में बदल गया।

सीएमओ ने कार्यवाही का दिया आश्वासन- इस मामले में सीएमओ गिरेन्द्र मोहन शुक्ल से बात की तो उनका कहना है कि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया है ऑनलाइन आवेदन लोग करके रजिस्ट्रेशन करा लेते उनके पास जो शिकायत आती है। उस पर कार्यवाही करते है शाइन हॉस्पिटल को सील कराने की बात करते हुए सीएमओ ने बताया कि अभी इस मामले में शिकायत नहीं आई है जैसे ही शिकायत मिलेगी आवश्यक करेंगें।