मान्धाता पीएससी में छज्जा व प्लास्टर गिरने से बाल बाल बची गर्भवती महिला

ऐसा अस्पताल जहां खतरे में है मरीज व कर्मचारियों की जान, कभी भी गिर सकती है छत, बेपरवाह प्रशासन : जर्जर भवन व दरकती छत के बीच मान्धाता स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों का होता है इलाज

 
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मांधाता
रिपोर्टर अमित सिंह (राहुल) संवाददाता

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क 

प्रतापगढ़ 22 नवंबर : मान्धाता प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के जर्जर भवन की छत का छज्जा व प्लास्टर मंगलवार को टूट कर भरभरा कर गिर गई। इलाज कराने आई गर्भवती महिला व बुजुर्ग महिला सीता देवी निवासी रामपुर बुजहा उसी के नीचे बैठी थी हालांकि दोनों महिलाओं को मामूली चोटे आई गनीमत रही कि बड़ी अनहोनी से बाल-बाल बच गई इस घटना से अस्पताल में तीमारदारों और कर्मियों के दिलों में भय व्याप्त हो गया है।

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के आने जाने वाले रास्ते के बरामदे का छत जर्जर हो गया है जगह जगह छत दरक गई है। छत का सरिया दिखने लगा है। जिसमें जंग लग गया है छत के निचले हिस्से से प्लास्टर गिर रहा है। इतना ही नहीं वही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के कुछ डॉक्टरों के कछ की छतों का प्लास्टर भी गिरने की कगार पर है इसके बाद भी डॉक्टरों द्वारा उसी के नीचे बैठकर कार्य करना पड़ रहा है जिससे किसी बड़ी अनहोनी की आशंका हमेशा बनी हुई है इन सबके बीच भवन में रहकर कार्य करने में स्वास्थ्यकर्मियों और यहां आने-वाले मरीजों में भय व्याप्त रहता है कब छत का निचले हिस्सा का भाग टूटकर गिर जाएगा यह भय बना रहता है।

स्वास्थ्य केंद्र का भवन निर्माण की बात करें तो जानकारों के अनुसार लगभग 5 दशक से भी अधिक हो गया। लोगों में चर्चा है कि स्वास्थ्य केंद्र में समय-समय पर मरम्मत न होने के कारण ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई है अब देखना यह है कि इतना कुछ होने के बाद भी जिम्मेदार अधिकारी की आंखें खुलती हैं या किसी बड़ी अनहोनी का इंतजार करेंगे|