आजाद भारत के 76 साल बाद भी रामपुर गुडरु प्राथमिक विद्यालय द्वितीय तक नहीं पहुंची सड़क-बिजली

विद्यालय के अध्यापक कुंजल लाल साहू व ग्राम पंचायत सदस्य आकाश शर्मा ने बताया
गर्मियों के मौसम में बच्चे और यहां पर तैनात स्टाफ धूप की तपिश के चलते अपना पसीना बहाने को मजबूर होते हैं तो वहीं गर्मियों के साथ-साथ ठंड के मौसम में भी अंधेरे को चीरकर बल्ब से निकलकर उनकी किताबों और ब्लैक बोर्ड पर पढ़ने वाली रोशनी की एक एक किरण की झलक पाने को तरस रहे हैं

 
प्राथमिक विद्यालय
रिपोर्टर अमित सिंह (राहुल) संवाददाता 

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क 

प्रतापगढ़ 31 अक्टूबर : आजाद भारत के 76 साल बाद भी विकासखण्ड मान्धाता क्षेत्र के अंतर्गत रामपुर गुडरु में स्थिति प्राथमिक विद्यालय द्वितीय पर आज तक न तो सड़क बन पायी है और न ही बिजली पहुंच पायी है। इस विद्यालय में पढ़ने वाले नौनिहालों एवं पढ़ाने वाले अध्यापको को बाग के रास्ते से प्रतिदिन स्कूल आते जाते हैं। इसके अलावा इस विद्यालय पर बच्चों को पढ़ाने के लिए बिजली के अभाव के कारण प्रोजेक्ट ब्लूटूथ डिवाइस एवं वाईफाई डिवाइस आज तक नहीं लग पाया है विद्यालय पर बिजली न पहुंच पाने के कारण हैंडपंप में लगाए गए समरसेबल भी नहीं चल पाता है जिससे बच्चों को पानी मिल सके। हालाकि गुडरु ग्राम सभा की प्रधान अनीता साहू के द्वारा विद्यालय में नल का मरम्मत करवाया जिसके कारण बच्चों को पानी मिल रहा है वहीं दूसरी ओर विद्यायल का कायाकल्प भी चल रहा है लेकिन विद्यालय में कई दशकों से बिजली न होना सरकार पर और शासन पर सवालिया निशान खड़ा करता है।

इस प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों की संख्या अच्छी खासी है स्कूल का भवन भी अच्छा खासा है वहीं बिजली न होने की कारण स्कूल में स्थित कक्षाओं में पंखे और बल्ब भी नहीं लगाए गए लेकिन इन सबके बावजूद यहां पर पढ़ने और पढ़ाने वाले इंसानों ने दो दशक के लंबे समय से न ही गर्मियों के मौसम में पंखों को चलता देखा है और न ही बल्ब से प्रकाशित होने वाली रोशनी को ही देखा है गर्मियों के मौसम में बच्चे और यहां पर तैनात स्टाफ धूप की तपिश के चलते अपना पसीना बहाने को मजबूर होते हैं तो वहीं गर्मियों के साथ-साथ ठंड के मौसम में भी अंधेरे को चीरकर बल्ब से निकलकर उनकी किताबों और ब्लैक बोर्ड पर पढ़ने वाली रोशनी की एक एक किरण की झलक पाने को तरस रहे हैं इसका सबसे बड़ा कारण यह बिजली का न होना है|

इतना ही नहीं इस गांव में पचायत भवन व सामुदायिक शौचालय में भी बिजली की कोई व्यवस्था न होने के कारण पंचायत भवन में उपकरण व पंचायत भवन के साथ साथ सामुदायिक शौचालय भी शो पीस बना हुआ है|

वहीं इस पूरे प्रकारण में विधालय में तैनात सहायक अध्यापक कुंजल लाल साहू ने बताया कि बताया कि इसको लेकर कई बार अधिकारियों और संबंधित विभाग को अवगत कराया गया है लेकिन आज तक बदहाली को दूर नहीं किया जा सका है हालांकि कुछ दिनों के भीतर ही इस बदहाली को संबंधित विभाग को एक बार फिर से अवगत कराया गया है और जहां तक है इस बार इस बिजली की बदहाली व्यवस्था संबंधित विभाग द्वारा पूर्ण करा दिया जाएगा वहीं दूसरी ओर विद्यालय तक सड़क न होने का मुख्य कारण विद्यालय के सामने गांव के विभिन्न लोगों की बाग है हालांकि इसको लेकर ग्राम प्रधान द्वारा सड़क बनाए जाने का प्रयासरत किया जा रहा है|