प्रतापगढ़ के श्री सीताराम धाम मंदिर परिसर में 'श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा अभियान समिति' की बैठक संपन्न हुई।

बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रतापगढ़ के जिला कार्यवाह श्री हेमंत जी ने कहा कि हिंदू समाज पूरी दुनिया को सात्विकता के आधार पर मर्यादित जीवन जीने के लिए एक दिशा देने का काम करता है। 
 
ग्लोबल भारत न्यूज

प्रतापगढ़ के  श्री सीताराम धाम मंदिर परिसर में 'श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा अभियान समिति' की बैठक संपन्न हुई।

डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज

प्रतापगढ़, 23 दिसम्बर।

बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रतापगढ़ के जिला कार्यवाह श्री हेमंत जी ने कहा कि हिंदू समाज पूरी दुनिया को सात्विकता के आधार पर मर्यादित जीवन जीने के लिए एक दिशा देने का काम करता है। 

उन्होंने कहा कि आज हम सब के समक्ष भगवान श्रीराम का मंदिर बनकर कर तैयार है और वह सुखद समय हम सबके मध्य विराजमान है कि हम सब अपने सामने भगवान राम को अपने मंदिर में विराजते हुए देख रहे हैं।

उन्होंने कहा कि 500 वर्षों के संघर्ष के बाद आज हमारे आराध्य देव राष्ट्र पुरुष मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा का मुहूर्त 22 जनवरी 2024 को निश्चित  है । 

उन्होंने बताया कि इस दिन हम सबको प्रत्येक गांव में प्रत्येक मंदिर में भजन कीर्तन, पूजा अर्चना आदि आध्यात्मिक कार्य करना है तथा दिनांक 1 जनवरी से 15 जनवरी तक पूजित अक्षत, भगवान राम का चित्र एवं पत्रक लेकर आमंत्रण स्वरूप प्रत्येक परिवार से संपर्क कर आमंत्रित करना है।

उन्होंने कहा कि इसी उद्देश्य को दृष्टिगत रखते हुए दिनांक 29 दिसंबर 2023 को अपराह्न 2:00 बजे तुलसी सदन प्रतापगढ़ नगर से पूजित अक्षत कलश यात्रा निकाली जाएगी। 

जिला कार्यवाह ने कहा कि हम सबको मिलकर प्रतापगढ़ को अयोध्या की तरह राममय कर देना है । हम सबका  यही कर्तव्य है। 

उन्होंने कहा कि सभी राम भक्तों से आग्रह है कि पूजित अक्षत कलश यात्रा में उपस्थित होकर इसको सफल बनाएं। 

इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रतापगढ़ विभाग के विभाग कार्यवाह श्री हरीश जी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रतापगढ़ जिले के जिला प्रचारक श्री शिव प्रसाद जी, विभाग प्रचार प्रमुख प्रभाशंकर पांडेय जी, विश्व हिंदू परिषद के जिला संगठन मंत्री चंदन जी, शिव शंकर सिंह जी ,अवधेश जी, राजन जी, नगर कार्यवाह शिवकुमार जी, रजनीश जी, विजय सिंह जी, सियाराम जी आदि उपस्थित रहे।