प्रतापगढ़ जनपद के पट्टी तहसील में अधिवक्ताओं का विरोध प्रदर्शन रहा जारी

सांसद संगमलाल गुप्ता व विधायक राजेन्द्र मौर्य का पोस्टर लगा कर माला चढ़ाने के साथ ही एक मटकी को घण्ट के रूप में लटका कर सड़क से लेकर कोतवाली जहाँ एडीएम पट्टी थाना दिवस में बैठे थे घूम-घूम कर दोनों नेताओं के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। एसडीएम समझाते-बुझाते रहे लेकिन आंदोलनकारी निर्णय वापस लेने की मांग पर अड़े रहे, इस दौरान फरियादी परिसर में घुसने की हिम्मत भी नहीं जुटा सके, आज का आंदोलन समाप्त करने से पहले घण्ट को अधिवक्ताओं फोड़ा।
 
Pratapgarh
रिपोर्ट- गौरव तिवारी संवाददाता

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

प्रतापगढ़, 25 फरवरी:- खबर प्रतापगढ़ से है जहां तहसील गेट पर सांसद संगमलाल व विधायक राजेन्द्र मौर्य के पोस्टर के साथ टांग दिया घण्ट। पोस्टर को माला भी पहनाई, आंदोलन के चलते नहीं हो सका थाना दिवस का कार्यक्रम। पट्टी तहसील के अधिवक्ता पांच दिनों से कर रहे हैं आंदोलन।

पूरा मामला- प्रतापगढ़ के पट्टी तहसील के अधिवक्ता इलाके के एक सौ चौबीस गांवों को अलग कर सदर तहसील में शामिल करने के विरोध में तहसील से लेकर सड़क पर चार दिनों से आंदोलन कर रहे हैं, आज आंदोलन का पांचवां दिन है। पांचवें दिन अधिवक्ताओं ने तहसील के गेट बंद कर दिया और श्राध्द जैसा माहौल बना दिया, गेट पर सांसद संगमलाल गुप्ता व विधायक राजेन्द्र मौर्य का पोस्टर लगा कर माला चढ़ाने के साथ ही एक मटकी को घण्ट के रूप में लटका कर सड़क से लेकर कोतवाली जहाँ एडीएम पट्टी थाना दिवस में बैठे थे घूम-घूम कर दोनों नेताओं के खिलाफ नारेबाजी करते रहे।

एसडीएम समझाते-बुझाते रहे लेकिन आंदोलनकारी निर्णय वापस लेने की मांग पर अड़े रहे, इस दौरान फरियादी परिसर में घुसने की हिम्मत भी नहीं जुटा सके, आज का आंदोलन समाप्त करने से पहले घण्ट को अधिवक्ताओं फोड़ा। अधिवक्ताओं का आरोप है कि पहले भी इन गांवों को अलग किया गया था लेकिन बाद में इसे वापस लिया गया अब सांसद और विधायक जनविरोधी निर्णय को पुनः बहाल करवाने में जुटे हुए है, जिसके चलते हम लोग आन्दोलरत हैं। जब तक यह निर्णय वापस नहीं लिया जाता तब तक आंदोलन जारी रहेगा। आज हमने श्राद्ध किया है और आगे हम तेरही भी करेंगे, यह लड़ाई पट्टी तहसील के अस्तित्व को बचाने की लड़ाई है।