भाजपा सांसद का किसानों के खिलाफ बयान दुर्भाग्यपूर्ण - प्रमोद तिवारी।
भाजपा सांसद का किसानों के खिलाफ बयान दुर्भाग्यपूर्ण - प्रमोद तिवारी।
डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज
लालगंज प्रतापगढ़, 25 सितम्बर।
राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने किसानों का मालिकाना हक छीनने वाले तीन कृषि कानूनो की वापसी को लेकर बीजेपी सांसद के बयान पर मोदी सरकार की तल्ख घेराबंदी की है।
उन्होने भाजपा की सांसद कंगना रनौत के निरस्त किये गए इन तीनो कृषि कानूनो की वापसी के इरादे को भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के किसान विरोधी एजेण्डे का खतरनाक उजागर होना करार दिया है।
राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि काले कृषि कानूनों को वापस कराने के लिए देश किसान आंदोलन में साढ़े सात सौ किसानों ने अपने जीवन का बलिदान दिया।
उन्होंने कहा कि साल भर से अधिक के किसान आंदोलन के चलते ही किसी तरह किसानों को अपनी खेती के मालिकाना हक को बचाए रखने मे बडी कुर्बानी के बाद सफलता मिल सकी।
विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि भाजपा के सशक्त शीर्ष नेतृत्व की करीबी सांसद कंगना का यह बयान साफ तौर पर यह दर्शाता है कि भाजपा सरकार तीनों कृषि काले कानूनों को वापस लाने का अभी भी खतरनाक प्लान अंदर ही अंदर आगे बढ़ा रही है।
उन्होने कहा कि इसके पहले भी बीजेपी की सांसद कंगना रनौत किसान आंदोलन में किसानो को आतंकवादी कहकर अपमानित कर चुकी हैं। उन्होनें कहा कि भाजपा यह कहकर पल्ला नही झाड़ सकती कि उसकी ही पार्टी की सांसद का बयान निजी तौर पर है।
उन्होने कहा कि अगर भाजपा सांसद कंगना पर कार्रवाई करने का साहस नही रखती तो स्पष्ट है कि वह किसानों के हितों पर हो रहे हमले में दोहरा चरित्र रखती आ रही है।
विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व पर कहा कि कंगना रनौत को मोदी सरकार द्वारा पदमश्री पुरस्कार का मिलना साफ तौर पर बीजेपी सांसद का पार्टी नेतृत्व में मजबूत पकड़ साबित करता है। उन्होनें तंज कसा कि मोदी सरकार ने बड़े बड़े मशहूर अभिनेता एवं अभिनेत्रियों को पदमश्री नहीं दिया किन्तु लगता है कि किसानों के खिलाफ हर समय जहर उगलने का कंगना को पदमश्री का ईनाम जरूर दिया गया था।
वहीं राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने यूपी में खाने पीने की चीजों में मिलावट के तथ्य उजागर होने पर भी सरकार की घेराबंदी की। उन्होने कहा कि आम आदमी की जरूरत के लिए खाने पीने की चीजों के साथ दवाओं तक में जीएसटी की चोट पहुंचाने वाली भाजपा लोगों की स्वास्थ्य सुरक्षा से भी खिलवाड कर रही है।
राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने महाराष्ट्र मे भाजपा के गठबंधन वाली एकनाथ शिंदे सरकार पर भी मासूम बच्चों के यौन उत्पीड़न को लेकर कडा हमला बोला। उन्होनें कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने बच्चों की सुरक्षा को लेकर अपने फैसले मे सरकार को कड़वी नसीहत दी है।
राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि महाराष्ट्र के बदलापुर के एक स्कूल में स्टाफकर्मी द्वारा दो मासूम छात्राओं के साथ दुष्कर्म की घटना से बच्चों की सुरक्षा को लेकर सरकारी प्रबन्धन की असफलता को शर्मनाक बना गया है।
उन्होनें कहा कि शैक्षणिक संस्थानो तक में बच्चो की सुरक्षा से देशवासियों की चिन्ता को लेकर सुप्रीम कोर्ट की तल्ख टिप्पणी भाजपा राज में कानून और व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़ा करता है।