चुनावी बॉन्डस के सबसे बड़े घोटाले पर बीजेपी श्वेत पत्र नहीं ले आती तो सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में हो जांच- प्रमोद तिवारी
चुनावी बॉन्डस के सबसे बड़े घोटाले पर बीजेपी श्वेत पत्र नहीं ले आती तो सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में हो जांच- प्रमोद तिवारी
डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज
लालगंज, प्रतापगढ़, 15 मार्च।
राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने आजाद भारत के सबसे बड़े चन्दा घोटाले के लिए शुक्रवार को भाजपा पर तगड़ा हमला बोला है।
केन्द्रीय चुनाव आयोग द्वारा सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर इलेक्टोरल बॉन्ड्स को सार्वजनिक किये जाने पर प्रतिक्रिया जताते हुए उन्होंने कहा कि इससे देश के सामने भाजपा का दुनिया का सबसे बड़ा चन्दा स्कैम सामने आ गया है।
उन्होंने कहा कि इस खुलासे से देश के सामने नैतिकता तथा ईमानदारी का दावा करने वाली भाजपा सरकारी एजेन्सियों की रेड डलवाकर और भय दिखाकर गुण्डाटैक्स वसूलने की पराकाष्ठा कहा है।
उन्होनें कहा कि यह आईने की तरह साफ है कि अब देश के सामने बीजेपी की सबसे बड़ी लूट सामने आई है।
राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि फॉर्चून जैसी कंपनी जिनके यहां सरकारी एजेन्सियो ने जिन तारीखों में छापेमारी की उसके कुछ ही दिन बाद लगभग पांच सौ करोड़ रूपये कंपनी द्वारा भाजपा के खाते में बतौर चन्दा भेजा गया।
उन्होंने कहा कि आश्चर्य है कि भाजपा के खाते में चन्दा जाते ही कंपनी का प्रकरण ठण्डे बस्ते में डाल दिया गया।
राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने भाजपा को खुली चुनौती देते हुए कहा कि उसमें साहस है तो प्रेस कांफ्रेस के जरिए किस किस से कब कब कितना चंदा लिया गया है उस पर श्वेत पत्र जारी करे। उन्होंने कहा कि पहले इन कंपनियों को एक से दोगुना दामों पर चीजें बेंचने की छूट दी गयी।
विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि हद तो तब हो गयी जब सरकार के इशारे पर पहले कंपनियों पर सरकारी एजेन्सियों को इस धमकी टैक्स के लिए लगाया गया।
उन्होने यह भी आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने स्वदेशी वैक्सीन के नाम पर कोवीशील्ड के सीईओ अदार पूनावाला को लगभग इतने का ही इलेक्ट्रॉल बाण्ड भाजपा को देने के लिए देश में कारगर सस्ती और अच्छी वैक्सीन क्यों नही आने दी?
राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि जब सरकारी एजेन्सियो की छापेमारी शुरू हुई तो कंपनियों ने भाजपा को चुनावी बॉन्डस के तहत करोड़ो करोड़ का लाभ पहुंचाना शुरू किया।
प्रमोद तिवारी ने कहा कि चंदा आने के बाद ईडी और सीबीआई इन कंपनियों से जुडी कार्रवाइयों से एकाएक अपने को किनारे कर लेती है।
राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि चुनावी बान्डस को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ही देश के सामने यह सच सामने आ गया है कि आज भाजपा के वित्तीय खातों से आम आदमी और साधारण तबके के गरीब आदमी की जेब से पूंजीपतियों तक पहुंची लूट सामने आ रही है।
उन्होंने सर्वाेच्च न्यायालय को चुनावी बॉन्डस को लेकर ऐतिहासिक फैसले के तहत इस कड़वी सच्चाई को सामने लाने के लिए जनता की ओर से आभार जताया है।
उन्होने सुप्रीम कोर्ट से यह भी मांग उठाई है कि जिस तरह से उसने चुनावी चंदे के स्कैम को लेकर दूध का दूध और पानी का पानी किया, अब यदि भाजपा इसका श्रोत न बताये तो सुप्रीम कोर्ट को इसकी जांच स्वयं की निगरानी में करानी चाहिए।
राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने पेट्रोल तथा डीजल के दामो मे दो रूपये टैक्स मे कमी किये जाने को मोदी सरकार के सत्ता से जाते जाते जनता को अपनी बडी चोरी छिपाने का झांसा करार दिया है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने दो रूपये की कमी वह भी पेट्रोल तथा डीजल के टैक्स में कटौती कर चुनाव के समय देश की जनता का ध्यान अर्थव्यवस्था में अस्थिरता से अपनी कमी को छिपाने का असफल प्रयास ही किया है।
विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि सन 2014 के पहले कच्चे तेल का दाम गिरा था। यह एक सौ नौ डॉलर प्रति बैरल से लेकर एक सौ उन्तालिस डालर प्रति बैरल हुआ। इसके बावजूद यूपीए सरकार ने उस समय पेट्रोलियम पदार्थो के मूल्य नही बढ़ाए। उन्होने कहा कि आज अर्न्तराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल सत्तर से अस्सी डालर प्रति बैरल है। इसके बावजूद मोदी सरकार चहेती कम्पनियों को लाभ पहुंचाने के लिए लगातार दाम बढ़ाती गयी।
उन्होने केंद्र पर हमलावर होते हुए कहा कि पहले सरकार ने चहेती कंपनियों का घाटा पूरा किया। सरकार की बदौलत इन निजी कंपनियों ने तीस लाख करोड़ से ज्यादा बेजा आमदनी अर्जित की।
विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि पीएम मोदी यूपीए के समय रोज कहते थे कि पेट्रोल तथा डीजल पचीस से तीस रूपये में बेंचा जा सकता है।
मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल के हवाले से शुक्रवार को यहां जारी बयान में उन्होने कहा कि आज के समय तो यह पेट्रोल तथा डीजल महज साठ से सत्तर रूपये में ही बेंचा जा सकता है। लेकिन ऐसा इसलिए नही हो पा रहा है।