प्रतापगढ़ में बेल्हा देवी के प्रांगण में रुद्राभिषेक का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रतापगढ़ द्वारा प्रतापगढ़ की अधिष्ठात्री मां बेल्हा देवी के पावन प्रांगण व सई नदी के पावन तट पर, आज महा रुद्राभिषेक का आयोजन किया गया। 
 
ग्लोबल भारत न्यूज

प्रतापगढ़ में बेल्हा देवी के प्रांगण में रुद्राभिषेक का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।

डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

प्रतापगढ़, 16 अगस्त।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रतापगढ़ द्वारा प्रतापगढ़ की अधिष्ठात्री मां बेल्हा देवी के पावन प्रांगण व सई नदी के पावन तट पर, आज महा रुद्राभिषेक का आयोजन किया गया। 

उक्त कार्यक्रम में समाज  के विभिन्न क्षेत्रों के गणमान्य बंधुओं ने सपरिवार रुद्राभिषेक कर स्वयं के साथ राष्ट्र के कल्याण की प्रार्थना की। 

इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रतापगढ़ विभाग के विभाग प्रचारक प्रवेश जी ने कहा कि भगवान शिव ने समस्त जगत के कल्याण के लिए अपने कंठ में विष धारण किया। हम सभी के लिए भगवान शंकर की कृपा कल्याणकारी है। 

उन्होंने कहा कि समस्त जीवों के साथ ही राष्ट्र परम वैभव के शिखर पर विद्यमान हो ऐसी प्रभु से कामना है। हम सभी अपने जीवन में राष्ट्र कार्य हेतु अपना योगदान अवश्य दें और समाज को संगठित कर समरसता का भाव जागृत करें। 

कार्यक्रम का संचालन विभाग प्रचार प्रमुख डॉ. सौरभ पांडेय और संयोजन संस्कार भारती के जिला प्रमुख शिशिर खरे ने किया। 

इस अवसर पर विद्वान आचार्य पंडित आलोक मिश्र और सहयोगी आचार्य बंधुओं ने रुद्राष्टाध्याई मंत्रों का सस्वर वाचन कर विधिवत रुद्राभिषेक संपन्न कराया। 

कार्यक्रम में विचार परिवार के संगठनों भारत विकास परिषद, संस्कार भारती, विद्यार्थी परिषद, अधिवक्ता परिषद, आरोग्य भारती, शैक्षिक महासंघ,भाजपा, विश्व हिन्दू परिषद आदि का प्रतिनिधित्व रहा। 

इस अवसर पर जिला संघचालक चिंतामणि दुबे, जिला प्रचारक शिव प्रसाद, सह नगर संघचालक नितेश खंडेलवाल, प्रो. डा. ब्रजभानु सिंह, डॉ. पीयूष कांत शर्मा, डॉ. चेत प्रकाश पांडेय, गोविंद खंडेलवाल, कृष्णकांत मिश्र, डा. अवंतिका पांडे, गिरजा शंकर मिश्र, शरद केशरवानी, अश्वनी केशरवानी, मनीष केशरवानी, रुचि केसरवानी, दिनेश अग्रहरि, डॉ. कामायनी उपाध्याय, डाली केसरवानी, सुमन खरे, डॉ. दीप्ति पांडेय, रेनू पाण्डेय, जय प्रकाश खंडेलवाल, उदय भानु सिंह, सन्तोष भगवन, डा. क्षितिज श्रीवास्तव, रघुवीर प्रसाद उपाध्याय, कविता केसरवानी, जय शंकर सोनी, सुरेन्द्र प्रसाद सुनील दुबे आदि उपस्थित रहे।