जी-20 के सम्मेलन में विश्व बाजार में चंद पूंजीपतियों की जगह देश का हित मजबूत विक्रेता के रूप में हो- प्रमोद तिवारी
जी-20 के सम्मेलन में विश्व बाजार में चंद पूंजीपतियों की जगह देश का हित मजबूत विक्रेता के रूप में हो- प्रमोद तिवारी
डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क
प्रतापगढ़, 9 सितम्बर।
प्रतापगढ़ जिले के लालगंज में पत्रकार वार्ता के दौरान राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने सात विधानसभा उपचुनावों के नतीजे को इण्डिया के लिए शुभ संकेत बताया।
राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने नई दिल्ली में हो रहे जी-20 सम्मेलन को लेकर विश्व व्यापार में देश की हिस्सेदारी बढ़ाये जाने पर जोर दिया है।
जी-20 सम्मेलन की सफलता की आशा करते हुए उन्होनें भरोसा जताया कि इस सम्मेलन के निर्णय इन देशों और विश्व के हित में होंगे।
राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने इस बात पर जोर दिया है कि इस सम्मेलन के जरिए भारत को अपनी हिस्सेदारी को विश्व व्यापार के क्षेत्र में एक मजबूत विक्रेता के रूप में बढ़ाना चाहिए। उन्होनें स्पष्ट कहा कि किसी भी कीमत पर भारत खरीददार की भूमिका में वैश्विक अर्थव्यवस्था के पटल पर नहीं खड़ा हो।
उन्होनें कहा कि आज हम चीन से खरीद अधिक कर रहे है और चीन को बेंच कम रहे हैं। शनिवार को यहां पत्रकारों से बातचीत में तिवारी ने देश के लिए इन हालातों को चिन्ताजनक ठहराते हुए जोर दिया कि अरबों खरबों खर्च करने के बाद भारत की स्थिति मजबूत होनी चाहिए।
उन्होनें मोदी सरकार को जी-20 को लेकर सचेत करते हुए कहा कि वह हर हाल में यह सुनिश्चित करें कि देश का विश्व व्यापार चंद पूंजीपतियों की स्थिति मजबूत करने की जगह देश की लडखड़ाती अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने में मददगार बनना चाहिए।
राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि इस सम्मेलन के जरिए उम्मीद की जानी चाहिए कि लद्दाख और अरूणांचल के प्रकरण पर चीन के विश्वासघात पर भारत मजबूत आवाज उठाएगा।
उन्होंने कहा कि चीन ने जैसे भारत के साथ विश्वासघात किया है यह मसला वैश्विक पटल पर देश की सम्प्रभुता के लिए अहम है। उन्होनें जी-20 सम्मेलन में कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष को आमंत्रित न करने की जरूर तल्ख आलोचना की है।
उन्होंने कहा कि इससे यह फिर साबित हो गया है कि मोदी सरकार संसदीय परम्पराओं को तिलांजलि देने पर पूरी तरह अमादा है।
उन्होनें कहा कि विपक्ष के नेता खड़गे को आमंत्रित न किया जाना मोदी सरकार की कांग्रेस और दलित समुदाय के प्रति नफरत का निंदनीय प्रदर्शन है।
हाल ही में देश में सात विधानसभा क्षेत्रों में हुए उपचुनाव के नतीजे पर ताजा प्रतिक्रिया में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि पूर्वोत्तर में त्रिपुरा तथा पश्चिम बंगाल, झारखण्ड और दक्षिण में केरल और उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में घोसी के उपचुनाव के नतीजे भाजपा नीत एनडीए की वायदा खिलाफी को लेकर INDIA को जनता के विकल्प की मंजूरी है।
उन्होनें कहा कि घोसी में बयालिस हजार से अधिक मतों से INDIA गठबंधन की जीत हुई है। वहीं उन्होनें उत्तराखण्ड में तमाम आलोचनाओं तथा आरोपों सवालों और सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग करने के बावजूद भी भाजपा प्रत्याशी को केवल दो हजार मतों से मिली जीत को सरकार के लिए कड़वा आईना ठहराया है।
राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि केरल और झारखण्ड में जहां इण्डिया की शानदार जीत हुई है। वहीं त्रिपुरा सहित पूर्वोत्तर राज्यों के चुनाव में भाजपा सरकार के प्रत्याशी बहुत कम मतों से चुनाव जीते।
उन्होनें घोसी उपचुनाव के नतीजे पर फोकस करते हुए कहा कि अपना दल, ओमप्रकाश राजभर और संजय निषाद तथा भाजपा प्रत्याशी दारा सिंह चौहान अपनी ही बिरादरी को अपने लिए नहीं एकत्रित कर पाये।
कांग्रेस सांसद ने कहा कि इससे यह साफ हो गया है कि जाति और उपजाति के नाम पर परिवारवाद चलाने वालों का वर्चस्व उनकी ही जाति एवं उपजाति ने नकार दिया है।
तिवारी ने बहुजन समाज पार्टी पर भी तंज कसते हुए कहा कि दलित समुदाय के पढ़े लिखे मतदाताओं ने नोटा को भी इंकार कर अपना वोट INDIA को दिया है।
राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि ये चुनाव परिणाम आने वाले दिनों में राजनैतिक बदलाव का इतिहास रचेगा। उन्होनें भाजपा पर हमलावर होते हुए कहा कि परिवारवाद पर वह हमला करने से पहले अपनी ही गोद में बैठे परिवारों को पहले संभाले तब दूसरे दलों की बात करे।
तिवारी ने कार्यकर्ताओं से भी कहा कि INDIA के कार्यकर्ता मिलजुलकर आगामी छः से सात माह में आपसी भाईचारा कायम करते हुए बीजेपी के देश को टुकड़े टुकडे में चंद पूंजीपतियों के हाथ बेंचने तथा मंहगाई व बेरोजगारी और गरीबी के खिलाफ INDIA गठबंधन को जनता के बीच सशक्त विकल्प के रूप में विजय की ओर लेकर बढ़े।
इसके पूर्व राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कैम्प कार्यालय पर जनसमस्याओं की भी सुनवाई की। उन्होनें बिजली तथा नहर व खेती किसानी से जुड़ी शिकायतों के निस्तारण का लोगों को भरोसा दिलाया।
वार्ता के दौरान प्रतिनिधि भगवती प्रसाद तिवारी, मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल, चेयरपर्सन प्रतिनिधि संतोष द्विवेदी, सांगीपुर प्रमुख अशोक सिंह बबलू, आशीष उपाध्याय, केडी मिश्र मौजूद रहे।