मीडिया को माइक से 2 घंटे तक माँ-बहन की गाली: कौन हैं प्रतीक सिन्हा, क्यों हिंदुस्तान अखबार पर निकाल रहे भड़ास, प्रशासन से माँगी अनुमति

अवैध प्लॉटिंग किए गए भूखंडों को प्रशासन के बुलडोजर से ढाहने वाली बात को हाईलाइट किया गया था इसी खबर से खिसियाए प्रॉपर्टी डीलर ने मांगी अजीबो गरीबो अनुमति
 
Pratapgarh news

मीडिया को माइक से 2 घंटे तक माँ-बहन की गाली: कौन हैं प्रतीक सिन्हा, क्यों हिंदुस्तान अखबार पर निकाल रहे भड़ास, प्रशासन से माँगी अनुमति

मेनस्ट्रीम मीडिया की ऑफिस के सामने माइक लगाकर गाली
ब्यूरो चीफ और जिला संवाददाता को 2 घंटे तक माँ-बहन की गाली
बहुत इच्छा होने पर भी न तो जूते से मारेंगे, न ही धमकी देंगे
2 घंटे तक गाली का कार्यक्रम समाप्त होने पर खुद को कानून को सौंप देंगे
15 जनवरी 2024 को होगा यह कार्यक्रम, समय होगा दिन के 12 बजे
मेनस्ट्रीम मीडिया कई बार बिना तथ्यों के खबरें छापता आया है, यह किसी से छिपा नहीं है। फैक्ट चेक वाली विधा इनके इन्हीं करतूतों की वजह से वजूद में आई। सुधार फिर भी नहीं के बराबर। इसलिए उत्तर प्रदेश में प्रतापगढ़ के निवासी प्रतीक सिन्हा ने फैक्ट चेक से एक कदम आगे जाकर ‘माँ-बहन की गाली’ के साथ मीडिया को आईना दिखाने के लिए प्रशासन से अनुमति माँगी है। ऊपर जो 5 लाइनें लिखी हैं, वो इन्हीं प्रतीक सिन्हा के प्रशासन को दिए आवेदन से ली गई हैं।


कौन हैं ये प्रतीक सिन्हा? किस मीडिया को देना चाहते हैं माँ-बहन की गाली? गाली देने के पीछे वजह क्या है? दरअसल 8 जनवरी 2024 को हिंदुस्तान अखबार ने एक उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में नगरपालिका की भूमि पर अवैध कब्जा के संबंध में एक खबर प्रकाशित की। यह 8 जनवरी 2024 की बात है। खबर के बाद प्रशासन ने एक्शन लिया। बुलडोजर चला। 10 जनवरी 2024 को फिर से हिंदुस्तान अखबार ने बुलडोजर चलने वाली खबर को छापा। इस खबर में अवैध प्लॉटिंग किए गए भूखंडों को प्रशासन के बुलडोजर से ढाहने वाली बात को हाईलाइट किया गया। इसी खबर को लेकर प्रतीक सिन्हा ने 2 चिट्ठी लिखी है। दोनों चिट्ठियाँ वायरल हैं।

प्रतीक सिन्हा ने एक चिट्ठी लिखी है हिंदुस्तान के संपादक को। इसमें उन्होंने बिना साक्ष्य खबर छापने के कारण उनको हुई आर्थिक तथा सामाजिक हानि का जिक्र किया है। प्रतीक सिन्हा के अनुसार जिस जमीन को हिंदुस्तान की खबर में अवैध बताया गया, उसके वो मालिक है, उससे संबंधित सारे कागजात उनके पास हैं। इसलिए उन्होंने संपादक को खबर से संबंधित साक्ष्य पेश करने वरना मानहानि के लिए तैयार रहने के लिए सूचित किया।