पेपरलीक के जरिये मोदी सरकार छात्रों एवं युवाओं के भविष्य के साथ कर रही खिलवाड़-प्रमोद तिवारी

राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने लालगंज कैम्प कार्यालय पर प्रेसवार्ता करते हुए कहा है कि मौजूदा केंद्र पर आरोप लगाया कि सरकार परीक्षाओं में पेपरलीक के जरिए देश के छात्रों एवं युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। 
 
ग्लोबल भारत न्यूज

पेपरलीक के जरिये मोदी सरकार छात्रों एवं युवाओं के भविष्य के साथ कर रही खिलवाड़-प्रमोद तिवारी

डा० शक्ति कुमार पाण्डेय 
राज्य संवाददाता 
ग्लोबल भारत न्यूज 

लालगंज प्रतापगढ़, 23 जून।

राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने लालगंज कैम्प कार्यालय पर प्रेसवार्ता करते हुए कहा है कि मौजूदा केंद्र पर आरोप लगाया कि सरकार परीक्षाओं में पेपरलीक के जरिए देश के छात्रों एवं युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। 

उन्होनें नीट पीजी, यूजीसी नेट, सीएसआरआई नेट जैसी परीक्षाओं के भी रदद होने पर केन्द्र एवं राज्य की भाजपा सरकार पर रविवार को यहां जमकर हमला बोला। 

राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि इस समय केन्द्र एवं प्रदेश की सरकारों में कौन कितने पेपर लीक कराता है इसकी प्रतिस्पर्धा चल रही है। 

उन्होने सरकार पर पेपरलीक के मसले पर कड़ी विफलता का आरोप लगाते हुए कहा कि इस गोरखधंधे में ऊपर से नीचे तक सभी लोग शामिल हैं और उनकी मिलीभगत से ही पेपरलीक हो रहे हैं। 

रविवार को विधायक आराधना मिश्रा मोना के कैम्प कार्यालय पर पत्रकार वार्ता में राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने मजबूती के साथ  ऐलान किया कि पेपरलीक के जरिए युवाओं के भविष्य को अंधकार में झोंके जाने को लेकर कांग्रेस संसद सत्र में यह मुददा जोरदार ढंग से उठायेगी। 

कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने यह भी कहा कि कांग्रेस की केन्द्र में सरकार बनने पर लीक प्रूफ परीक्षा प्रणाली बनायी जाएगी। 

उन्होने कहा कि उनकी पार्टी की सरकार बनने की स्थिति में इस प्रणाली के जरिए पेपरलीक की गुंजाइश खत्म करने के साथ प्रतिभाओं को टॉपर बनने का पारदर्शी अवसर सुनिश्चित होगा। 

उन्होनें यह भी तंज कसा कि उच्चस्तरीय परीक्षाओं के जरिए अरबों की धनराशि की कमाई करने के बाद भी सरकार छात्रों के भविष्य की अनदेखी कर रही है। 

उन्होने यह भी सवाल उठाया कि परीक्षाओं की पवित्रता भंग होने के बावजूद अभी तक देश के प्रधानमंत्री इस अहम मसले पर खामोश क्यूं हैं। प्रेसवार्ता के दौरान राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि केन्द्र एवं प्रदेश की मौजूदा सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार चरम पर है। 

उन्होने कहा कि एनडीए सरकार में बिहार में एक सप्ताह में निर्माणाधीन तीन पुल गिर गया। उन्होनें कहा कि यह एनडीए के राज में भ्रष्टाचार की कलई खोलते हुए यह साबित कर रहा है कि इस समय भाजपा की सरकारों में नीचे से ऊपर तक चारों तरफ भ्रष्टाचार का ही बोलबाला है। 

उन्होनें कहा कि सभी विभागों में लूट मची हुई है जिससे हर व्यक्ति पीड़ित हो उठा है। उन्होनें सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भ्रष्टाचार और लूट के मामले मे हर हाल में अंकुश नही लगा तो देश न्याय के लिए जिम्मेदारों को जबाबदेही के मामले में कभी क्षमा नही करेगा। उत्तर प्रदेश में बरेली, फिरोजाबाद, अलीगढ़ सहित कुछ जिलों में इधर हिंसक घटनाओं की बढोत्तरी को भी राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने गंभीर चिन्ता का विषय ठहराया। 

उन्होने कहा कि सरकार को हिंसा की घटनाओं को रोकने के लिए तत्काल कड़े कदम उठाना चाहिए। वहीं उन्होनें कहा कि प्रदेश में केन्द्र एवं राज्य के बीच उत्पन्न आपसी खींचतान के कारण विकास कार्यो की गति में कमी आयी है। 

कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि जब केन्द्र एवं प्रदेश दोनों स्थानों पर एक ही राजनैतिक दल की सरकार है तो फिर राजनैतिक महत्वाकांक्षा के चलते यह खींचतान क्यों? उन्होने कहा कि केंद्र को चाहिए कि वह प्रदेश सरकार को स्वतंत्रतापूर्वक कार्य करने दे। 

उन्होनें कहा कि केन्द्र यदि राजनैतिक खींचतान का माहौल प्रदेश में बनाये रखेगा तो इसका दुष्परिणाम प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से जनता को भुगतना पड़ेगा। 

प्रदेश में लगातार बने बिजली संकट को लेकर भी उन्होनें राज्य सरकार के कुप्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया। वहीं सिंचाई के क्षेत्र में नहरों में क्षमता के साथ पानी की अनुपलब्धता को राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कृषि क्षेत्र के लिए बेहद चिन्ताजनक हालात करार दिया है। 

विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने संग्रामगढ़ में अपने बहनोई एवं पूर्व प्रमुख पुष्पा के ससुर पं. श्याम कुमार शर्मा के हाल ही में निधन पर परिजनों से मिलकर संवेदना जतायी। इस मौके पर प्रतिनिधि भगवती प्रसाद तिवारी, प्रमुख अमित सिंह पंकज, सांगीपुर प्रमुख अशोक सिंह बबलू, मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल, आशीष उपाध्याय, केडी मिश्र मौजूद रहे।