मोदी सरकार का अंतरिम बजट असफल सरकार का भ्रामक व निराशाजनक बजट-प्रमोद तिवारी

एक संयुक्त वक्तव्य में श्री तिवारी और कांग्रेस विधानमण्डल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने अंतरिम बजट को जनता के साथ धोखा देने वाला बजट बताया, और इस जनविरोधी करार दिया।
 
ग्लोबल भारत न्यूज

मोदी सरकार का अंतरिम बजट असफल सरकार का भ्रामक व निराशाजनक बजट-प्रमोद तिवारी

डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज 

लालगंज प्रतापगढ़, 1फरवरी।

एक संयुक्त वक्तव्य में श्री तिवारी और कांग्रेस विधानमण्डल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने अंतरिम बजट को जनता के साथ धोखा देने वाला बजट बताया, और इस जनविरोधी करार दिया।

मीडिया प्रभारी ज्ञान प्रकाश शुक्ला द्वारा जारी विज्ञप्ति में नेताद्वय ने कहा है कि केंद्र सरकार द्वारा पेश किये गये अन्तरिम बजट को मोदी सरकार द्वारा बजट के जरिए जनता के साथ धोखा एवं छलावा करार देते हुए इसे जनविरोधी बजट कहा है।

मोदी सरकार के अन्तरिम बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उपनेता प्रमोद तिवारी तथा विधायक आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि अंतरिम बजट में उद्योगपतियों कारपोरेट का टैक्स तीस से घटाकर बाइस प्रतिशत कर दिया गया है। 

नेताद्वय ने कहा कि इससे एक बार फिर स्पष्ट हो गया है कि मोदी सरकार का बजट पूंजीपतियों के हित मात्र से जुड़ा हुआ है। 

राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी तथा सीएलपी नेता आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि यह अंतरिम बजट आम लोगों के हित के लिए नहीं है। 

प्रमोद तिवारी व आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि मोदी सरकार ने दस साल पूरे कर लिये किन्तु किसानों के हित में दिये गये स्वामी नाथन रिपोर्ट के सुझावों को लागू करने का बजट में जिक्र तक नही किया गया है। 

नेताद्वय ने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य एमएसपी बढ़ाने का भी इसमें कोई जिक्र नही है। सांसद प्रमोद तिवारी तथा विधायक मोना ने कहा कि इस रिपोर्ट के सुझाव बजट मे शामिल न होने से किसानों को उपज का लाभकारी मूल्य नही मिल सकेगा। 

कांग्रेस के नेताद्वय ने कहा कि अंतरिम बजट में सर्वाधिक चिन्ताजनक यह है कि मंहगाई कैसे कम होगी इसका भी कोई जिक्र नही हुआ है। प्रमोद तिवारी व आराधना मिश्रा मोना ने स्पष्ट कहा कि यह बजट बेरोजगारी बढ़ाने वाला है। 

नेताद्वय के मुताबिक इस बजट में महिलाओं, किसानों, युवाओं, गरीबों के लिए कोई प्राविधान नही है। विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि इनकम टैक्स स्लैब में कोई छूट दी गयी है और न ही समय सीमा बढ़ाई गयी है। 

उन्होनें कहा कि मोदी सरकार ने मात्र अपनी कोरी और झूठी उपलब्धियों का ढ़िढोरा पीटा गया है। अंतरिम बजट में जनता को राहत देने का कोई भी प्रावधान दूर दूर तक नजर नहीं आया है। 

कांग्रेस विधानमण्डल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना तथा राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि इस बजट में किसी भी महत्वपूर्ण योजना का ऐलान नही किया गया है। इससे देशवासियों को अंतरिम बजट में निराशा ही हाथ लगी है। 

नेताद्वय ने कहा कि देश के किसी भी वर्ग को कोई भी राहत नही दी गयी है। प्रमोद तिवारी व विधायक मोना ने तीखी प्रतिक्रिया जताते हुए कहा कि यह अंतरिम बजट पूरी तरह से असफल और जनता के साथ धोखा देने वाला बजट है। 

नेताद्वय ने यह भी कहा है कि मोदी सरकार द्वारा प्रस्तुत किये गये इस अंतरिम बजट में सीमान्त, लघु, मध्यम उद्योगों को बढ़ावा देने का कोई प्रस्ताव नही है। 

विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी और सीएलपी नेता आराधना मिश्रा मोना ने संयुक्त बयान में कहा है कि अंतरिम बजट में किसानों की आय बढ़ाने अथवा उनको राहत देने की भी कोई व्यवस्था नही है। 

नेताद्वय ने अंतरिम बजट को मोदी सरकार द्वारा देश की जनता के साथ छलावा, धोखा और भ्रामक ही बताया है। 

प्रमोद तिवारी व आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि यह एक असफल सरकार का भ्रामक और निराशाजनक बजट है। 

बकौल राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी यह मोदी सरकार का अधूरा अंतरिम बजट है। जहां भी पीएम मोदी ने जो कहा था उसके लिए कुछ भी नही किया है। 

राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने दावा जताते हुए कहा कि इण्डिया गठबंधन की सरकार बनने पर जुलाई माह में महिलाओं, किसानों, मजदूरों, युवाओं, गरीबों की संभवनाओं से भरा बजट पेश किया जाय।