स्वामी करपात्री जी महाराज की 117वीं जयंती पर 'करपात्री ध्वज' द्वारा सामूहिक पूजन व प्रसाद वितरण।
स्वामी करपात्री जी महाराज की 117वीं जयंती पर 'करपात्री ध्वज' द्वारा सामूहिक पूजन व प्रसाद वितरण।
डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज
प्रतापगढ़, 8 अगस्त।
इस अवसर पर करपात्री ध्वज के राष्ट्रीय संयोजक डॉ शिवेशानन्द महाराज ने कहा कि धर्म सम्राट स्वामी करपात्री महाराज सनातन धर्म के अक्षुण्य प्रकाश पुंज हैं।
उन्होंने कहा कि उनकी ज्ञान की किरणें युगों युगों तक हिंदू धर्म को प्रकाशित करती रहेगी। 'धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो, प्राणियों में सद्भावना हो, विश्व का कल्याण हो' का मूल मंत्र आज जो जन-जन में व्याप्त है वह करपात्री महाराज द्वारा ही दिया गया है।
संगठन के प्रदेश महामंत्री सुनील कुमार मौर्य ने कहा कि हम सभी बहुत भाग्यशाली हैं कि करपात्री जी महाराज का जन्म प्रतापगढ़ जनपद में हुआ। हम सभी वर्तमान भारत सरकार से मांग करते हैं कि धर्म सम्राट को 'भारत रत्न' से सम्मानित किया जाए।
कार्यक्रम का शुभारंभ कार्यकारी अध्यक्ष श्रीनारायण शुक्ल द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। उन्होंने बताया कि सामाजिक संगठन 'करपात्री ध्वज' स्वामी जी के गौरव की पुनर्स्थापना के लिए काम कर रहा है।
उक्त अवसर पर राजकुमार मौर्य, अजय पांडेय, डॉ सिमरन उपाध्याय, डॉ राजेश्वर उपाध्याय आदि के अलावा भारी संख्या में भक्तगण उपस्थित रहे।