उपराष्ट्रपति से प्रमोद तिवारी की हुई शिष्टाचार भेंट, शीतकालीन सत्र में सहयोग का दिलाया भरोसा।
उपराष्ट्रपति से प्रमोद तिवारी की हुई शिष्टाचार भेंट, शीतकालीन सत्र में सहयोग का दिलाया भरोसा।
डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज
लालगंज प्रतापगढ़, 8 नवम्बर
संसद के शीतकालीन सत्र को लेकर राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी की सदन के सभापति एवं उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से शिष्टाचार मुलाकात हुई।
नई दिल्ली में गुरूवार की शाम उच्चस्तरीय द्विपक्षीय अहम मुलाकात मे राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को विपक्षी सांसदो तथा प्रतापगढ़ के लोगों की ओर से दीपावली की शुभकामनाएं भी सौपी।
उपराष्ट्रपति भवन में हुई मुलाकात में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने संसद के शीतकालीन सत्र में सभापति जगदीप धनखड़ को विपक्ष की ओर से सदन संचालन में भरपूर सहयोग एवं विपक्ष की रचनात्मक भूमिका का भरोसा दिलाया।
वही उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सदन के वरिष्ठ सदस्य के रूप मे राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी से सदन की इथिक्स कमेटी को सदन के प्रति जिम्मेदार बनाए रखने मे सहयोग भी मांगा।
उपराष्ट्रपति के साथ राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी की हुई मुलाकात की जानकारी यहां मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल ने दी है।
इधर राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने सुप्रीम कोर्ट के अल्पसंख्यक दर्जे को बनाए रखने के निर्णय को स्वागत योग्य करार दिया है।
उन्होनें कहा कि उत्तर प्रदेश में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय तथा बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में सभी जाति व धर्म के बच्चे पढ़ाई किया करते हैं। उन्होनें कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा 1967 के अपने पूर्ववर्ती फैसले को निरस्त कर एएमयू को अल्पसंख्यक दर्जे के संवैधानिक अधिकार की बहाली से उसे अपना हक मिल सका है।
राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा है कि संवैधानिक बेंच के इस फैसले से भाजपा को सबक लेना चाहिए और उसे विध्वंस की राजनीति की जगह निर्माण की तरफ सोचना चाहिए।
उन्होने यह भी कहा कि 1967 के फैसले पर उस समय तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने अपील की थी।
राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने इसे कांग्रेस सरकार की अपील की विजय भी ठहराया है। उन्होने कहा कि कांग्रेस सभी को एक रखते हुए सभी के अधिकारों की बराबरी के लिए आवाज बुलंद करती रहेगी।