प्रतापगढ़ - २५ हजार रुपये में ठेके पर ट्रैक्टर दिया था चलवाने को, ट्रैक्टर हो गया गायब, बदले में मिला अपहरण का मुकदमा

गंगा एक्सप्रेसवे के बनने का फायदा फ्राड किस्म के लोगों ने भी खूब उठाया है। जिसे जहां जैसे मौका मिला वहीं इसे लोगों ने भुनाया है। एक कहानी जुर्म की अलग है जिसे जिले की पुलिस भी महीनों बीतने के बाद सुलझा नहीं पा रही है 

 

प्रतापगढ़। कुंडा के बेलहा बाग जमेठी गांव निवासी सुदामा देवी के परिजनों को गंगा एक्सप्रेस वे बनने के दौरान सराय आनादेव जेठवारा का एक युवक मिला था। उसने बताया कि गंगा एक्सप्रेसवे में उसकी पहचान है। अगर वह लोग ट्रैक्टर निकलवाकर उसे द दें तो वह हर महीने २५ हजार रुपये उन्हें देगा। इसमें उसका भी फायदा हो जाएगा। इस पर सुदामा देवी के परिजनों ने एक नया ट्रैक्टर निकलवाया और २४ सितम्बर को लिखापढ़ी करके उसे दे दिया। पहले महीने की किश्त २५ हजार मिली तो परिजन फूले नहीं समाए। अगले महीने फिर से दूसरा ट्रैक्टर निकलवा लिया और उसे भी लिखा पढ़ी करके २ अक्टूबर को युवक को दे दिया। इसके कुछ दिन बाद न तो उन्हें ट्रैक्टर दिखा और न ही किराया ही मिला। इस पर परिजनों ने ट्रैक्टर और युवक की खोज शुरू कर दी। ट्रैक्टर तो नहीं मिला लेकिन युवक मिल गया। परिजनों ने युवक को बंधक बना लिया। इसके साथ ही उसके घर ट्रैक्टर या फिर १० लाख रुपये आने की बात कही। इसकी सूचना युवक के परिजनों ने जेठवारा पुलिस को दे दी। जेठवारा पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए युवक को बरामद कर लिया। इसके साथ ही रिकार्डिंग आदि को सुनने के बाद आगे की कार्रवाई शुरू कर दी। अब ट्रैक्टर देने वाला परिवार परेशानी में पड़ गया है। उसे न तो ट्रैक्टर मिला और न ही उसके पैसे मुकदमा बोनस में उन्हें मिल गया है जिसमें उनका जेल जाना भी तय हो गया है। ऐसा एक ही दर्जनों केस हैं जिनमें लोगों के ट्रैक्टर इसी तरह से उठाए गए और उन ट्रैक्टरों का पता नहीं चला। बाघराय, जेठवारा, प्रयागराज के नवाबगंज सहित कई थानों में इसके मुकदमे दर्ज हैं लेकिन अब तक जिला पुलिस के हाथ कुछ भी नहीं लगा है। इधर सुदामा देवी ने ट्रैक्टर गायब करने की तहरीर पुलिस को देकर मुकदमा दर्ज किए जाने की मांग की है।