प्रतापगढ़-बीएसए ने प्रधानाध्यापक को जन्मतिथि के हेर फेर करने के मामले में किया बर्खास्त कई महीनों से चल रही थी जांच, पड़ोसी ने की थी शिकायत

कुंडा इलाके के प्राथमिक विद्यालय अतरसुई में तैनात प्रधानाध्यापक पर जांच रिपोर्ट के बाद किया गया बर्खास्त
 
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रिपोर्ट-गौरव तिवारी( संवाददाता)

प्रतापगढ़। बीएसए ने प्रधानाध्यापक को जन्मतिथि के हेरफेर व दूसरी मार्कशीट लगाने के मामले में बर्खास्त कर दिया। इसकी महीनों जांच चली और कई तरह से साक्ष्य जुटाए जाते रहे। इसमें तीन बार शिक्षक से स्पष्टीकरण और उनके कागजात मांगे गए। शिक्षक की शिकायत उनके पड़ोसी ने की थी। पड़ोसी ने बताया था कि शिक्षक के छोटे भाई रिटायर्ड हो चुके हंैं जबकि शिक्षक की अभी भी काफी दिन नौकरी बची हुई है।  बाघराय थाना क्षेत्र के नगरहन का पुरवा निवासी नंदकिशोर पुत्र रामकिशोर की 1975 में माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित हाईस्कूल की परीक्षा में जन्मतिथि 28 अक्टूबर 1958 दर्ज है।  1989 में पुन: हाईस्कूल परीक्षा में शामिल होकर जन्मतिथि 28 अक्टूबर 1964 दर्ज करवा लिया। इसी जन्मतिथि को दिखाकर 31 मार्च 1994 को वह प्राथमिक शिक्षक बन गये। इन दिनों वह प्राथमिक विद्यालय अतरसुई में प्रधानाध्यापक थे। इस फर्जीवाडे की शिकायत गांव के ही चंद्रिका प्रसाद मिश्र ने प्रदेश के मुख्यमंत्री व सचिव उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद व बेसिक शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों से 28 दिसम्बर 2022 को की थी। इसके बाद कई बार विभागीय जांच की गई और सामने आने वाले साक्ष्यों को संचित किया जाता रहा। 13 अक्टूबर 2023 को बीएसए के निर्देश पर एबीएसए सदर संतोष श्रीवास्तव व एबीएसए मांधाता शिवबहादुर मौर्य ने अपनी जांच रिपोर्ट बीएसए को सौपी। इसमें तथ्यों को छुपाते हुए दोबारा हाईस्कूल की परीक्षा देते हुए जन्मतिथि बदलकर नौकरी हासिल करने की बात सामने आई। जांच रिपोर्ट के आने के बाद बीएसए ने इसकी शासन को रिपार्ट भेजी और सचिव से इस पर विधिक राय भी मांगी। इस पर विभागीय अधिकारियों ने इसे विधि के अनुरूप नहीं माना। इसके चलते जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र सिंह ने प्रधानाध्यापक नंदकिशोर की सेवा समाप्त कर दी।