Pratapgarh- ट्रैक दोहरीकरण के ट्रायल को हरी झंडी, घंटों रोकी गई पद्मावत

प्रतापगढ़ से अंतू के मध्य विंडो ट्रेलिंग करते हुए रेल ट्रैक की संरक्षा को परखा तथा इसके उपरान्त अंतू से प्रतापगढ़ के मध्य स्पीड ट्रायल लिया। रेल संरक्षा आयुक्त ने संरक्षा के सम्बन्ध में संरक्षा कर्मियों से संवाद करते हुए संरक्षा संबंधी आवश्यक विचारों को कर्मचारियों के साथ साझा करते हुए कर्मियों को पूर्ण संरक्षित कार्यप्रणाली को अपनाते हुए कार्य करने की सलाह दी।
 
Pratapgarh

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

प्रतापगढ़, 02 मार्च:- अन्तू-प्रतापगढ़ रेलखंड पर नवनिर्मित 20.80 किमी. रेलपथ के दोहरीकृत एवं विद्युतीकृत रेल मार्ग के कार्य का रेल संरक्षा आयुक्त, उत्तर/पूर्वोत्तर परिमंडल मोहम्मद लतीफ़ खान द्वारा निरीक्षण किया गया। इस दौरान दिल्ली जाने वाली पद्मावत एक्सप्रेस घंटो प्रतापगढ़ में रोकी गई। जिससे यात्रियों को काफी दिक्कतें आई। रास्ते का खाना पीना यहीं पर आधा हो गया था। निरीक्षण के दौरान अंतू तथा जगेशर गंज स्टेशन पर पैनल रूम, संरक्षा अभिलेखों, संरक्षा संबंधी कार्यालयों, संरक्षा के सम्पूर्ण मानकों, संसाधनों, उपकरणों इत्यादि का विधिवत अवलोकन किया और चिलबिला में जनप्रतिनिधियों ने मुलाक़ात की, उन्होंने रेलपथ सहित अन्य समस्त आवश्यक प्रक्रियाओं का ट्राली द्वारा अन्तू से प्रतापगढ़ के मध्य गहनता से  निरीक्षण किया तथा मार्ग में पड़ने वाले छोटे-बड़े रेल पुलों, समपार फाटकों तथा रेलपथ की संरक्षा की व्यवस्थाओं का भलीभांति जायजा लेते हुए इसकी समीक्षा की एवं इस विषय में आवश्यक सुझाव एवं निर्देश पारित किये।

तदोपरांत उन्होंने प्रतापगढ़ से अंतू के मध्य विंडो ट्रेलिंग करते हुए रेल ट्रैक की संरक्षा को परखा तथा इसके उपरान्त अंतू से प्रतापगढ़ के मध्य स्पीड ट्रायल लिया। रेल संरक्षा आयुक्त ने संरक्षा के सम्बन्ध में संरक्षा कर्मियों से संवाद करते हुए संरक्षा संबंधी आवश्यक विचारों को कर्मचारियों के साथ साझा करते हुए कर्मियों को पूर्ण संरक्षित कार्यप्रणाली को अपनाते हुए कार्य करने की सलाह दी। उन्होंने अवगत कराया कि रेलवे के आधुनिकीकरण एवं नवीनीकरण की दिशा में इस रेलखण्ड के दोहरीकरण एवं विद्युतीकरण के उपरान्त रेल परिचालन और अधिक सुगम तथा सुविधाजनक हो जाएगा। इस दौरान डीआरएम, सीनियर डीएनटू, एसएस, इंस्पेक्टर आरपीएफ पीडब्लूआई समेत कई अधिकारी मौजूद थे। ट्रायल ट्रेन को चलाने की कमान चुस्त रेल कर्मी ट्रेन मैनेजर वीके तिवारी, पायलट संजय पांडेय और डीके पांडेय के हाथों में थी।