प्रतापगढ़- लिखी थी बाहर की दवा, पर्चा वापस न करने पर पत्नी को जबरन बैठाया

काबिल डाक्टर ने उससे दवाएं लाने के बारे में पूछा। इस पर मोनू ने कहा कि वह दवाएं बाद में लेगा। डाक्टर ने उससे कहा कि वह पर्चा यहीं रखकर जाए। उसने पर्चा रखने से मना किया तो काबिल डाक्टर ने उसकी पत्नी को बाहर जाने से रोक लिया।
 
Pratapgarh
महेशगंज सीएचसी के काबिल डाक्टर की कथा, शिकायत पर पानी डालने की कोशिश।

ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

प्रतापगढ़, 21 सितंबर:- महेशगंज सीएचसी के चिकित्सक ने कुंडा सीएचसी के चिकित्सकों के इलाज को भी गलत बता दिया। पर्चे पर बाहर की दवा लिख दी। जब पर्चा वापस नहीं हुआ तो महिला को जबरन बैठा लिया। उसे घर ही नहीं जाने दे रहे थे। बाद में काफी बाद विवाद के बाद उसे घर जाने दिया। यह हालत महेशगंज के काबिल चिकित्सक की है। प्रतापगढ़ के एक ड्रग इंस्पेक्टर के सहयोग यही चिकित्सक नॉट फार सेल की दवाओं का विक्रय करते हैं। पीडि़त ने इसकी शिकायत कर दी है लेकिन अब उसकी शिकायत पर पानी डालने का प्रयास किया जा रहा है। महेशगंज क्षेत्र के मोनूपाल की पत्नी वीनू पाल को पेट में दर्द रहता था। उसने उसे कुंडा सीएचसी में भर्ती करया था। यहां चिकित्सकों ने उसे बताया कि महिला के पेट का अल्ट्रासाउंड करवाना है।

मोनू पाल ने पत्नी का अल्ट्रासाउंड करवाया। वह कुंडा जा ही रहा था कि उसे किसी ने बताया कि अल्ट्रासाउंड तो हो ही चुका है उसे महेशगंज में ही चिकित्सकों को दिखा लो। इस पर महेशगंज सीएचसी में गया। वहां उसकी मुलाकात काबिल डाक्टर से ही हो गई। काबिल डाक्टर ने पर्चा देखा और अपने चहेते मेडिकल स्टोर का नाम बताकर हजारों रुपये की दवा पर्चे पर ही लिख दी। मोनू को दवा नहीं लेनी थी। उसे कुंडा सीएचसी में दिखाना था। इस पर वह बाहर तो गया लेकिन दवा नहीं ली। बाद में वह पत्नी को कुंडा ले जाने के लिए आया तो काबिल डाक्टर ने उससे दवाएं लाने के बारे में पूछा। इस पर मोनू ने कहा कि वह दवाएं बाद में लेगा। डाक्टर ने उससे कहा कि वह पर्चा यहीं रखकर जाए। उसने पर्चा रखने से मना किया तो काबिल डाक्टर ने उसकी पत्नी को बाहर जाने से रोक लिया।

काबिल डाक्टर मारपीट पर अमादा हो गया। हारकर मोनू को अपने साथ के लोगों को बुलाना पड़ा। बाद में किसी तरह से वह पत्नी को लेकर वहां से जा सका। बाद में मोनू ने इसकी शिकायत जिम्मेदार अधिकारियों से की। बावजूद इसके अभी उसकी शिकायत पर किसी ने पूछताछ नहीं की है। इधर सीएचसी के लोग हैं कि उसकी शिकायत पर पानी डालने का प्रयास कर रहे हैं। कहीं शिकायतों को फर्जी तो कहीं शिकायतकर्ता को ही फर्जी बताने का प्रयास किया जा रहा है। उधर काबिल डाक्टर अपनी काबिलियत का परचम लहराते हुए लोगों से पैसे की वसूली कर रहा है।