प्रतापगढ-महिला से शादी करने को की थी तोडफ़ोड़, अब ले जाने को नहीं है तैयार

तीन वर्ष से कर रहा था शारीरिक शोषण, थाने में हुई थी शादी,अब दूसरी महिला के साथ बना लिए हैं संबंध ,शिकायत के दरकिनार कर रही पुलिस
 
 
pratapgarh
प्रतापगढ़।  महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों पर सरकार सख्त है लेकिन इसके लिए बनाए गए जिम्मेदार इसे महज खानापूर्ति ही समझते हैं। यह घटना कुछ ऐसी है जिसमें महिला को पुरुष ने बार-बार छला लेकिन उस पर कार्रवाई होने के बजाए महिला को ही उसकी गलती बताई जा रही है।
 महिला तीन वर्ष से अपना अधिकार पाने के लिए संघर्ष कर रही है लेकिन उसे उसका हक दिलाने के बजाए पुलिस हर दिन बहाने से वापस भेज देती है।  मानिकपुर थाना क्षेत्र के कोनी गांव निवासी अंजू देवी के पति की आठ वर्ष पहले मौत हो गई थी। अंजू की मजबूरी का फायदा उसके दूर का रिश्तेदार कुंडा कोतवाली के भूषू का ईनारा बरई गांव निवासी दिलीप पुत्र भारत ने उठाया। उसने अंजू को शादी का झांसा देकर उसके साथ संबंध बना लिए। 
ससुराल के लोगों ने ऐतराज किया तो एक दिन दिलीप ने अंजू के घर पर पहुंचकर शादी के लिए जमकर तांडव मचाया। सामान तोडऩे सहित गाली गलौज भी की। सूचना पर १०० डायल मौके पर पहुंची और दोनों को थाने ले गई। बाद में दोनों की शादी कुंडा कचहरी में करा दी गई। दोनों ने आर्य समाज से शादी का प्रमाणपत्र भी ले लिया। शादी के बाद दिलीप के घर वालों ने उसे ऐसा समझाया कि वह उसे घर ले जाने को तैयार ही नहीं हुआ। महिला ने सोचा अब शादी हो गई है तो वह उसे ले ही जाएगा लेकिन वह इंतजार करती रही और तीन वर्ष बीत गए। समय बीतने पर अंजू ने कुंडा कोतवाली में कुछ दिन पहले इसकी शिकायत की लेकिन कुंडा पुलिस उसे टरका रही है। वह हर दिन आती है और शाम को घर लौट जाती है। हर दिन उसे आश्वासन मिलता है। दिलीप घर पर ही मौजूद है लेकिन पुलिस उसे थाने तक बुलाने का भी कष्ट नहीं उठा रही है। महिलाओं को मातृशक्ति का दर्जा मिला हुआ है लेकिन कार्रवाई के नाम सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है। महिला ने अधिकारियों से अपना अधिकार दिलाए जाने की मांग की है।