सामाजिक एवं संवैधानिक समिति और अवनि (ट्रस्ट) द्वारा राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों की भूमिका विषय पर संगोष्ठी।
सामाजिक एवं संवैधानिक समिति और अवनि (ट्रस्ट) द्वारा राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों की भूमिका विषय पर संगोष्ठी।
डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज
प्रतापगढ़, 28 जुलाई।
इस अवसर पर गुरु वंदन समारोह और शिक्षक गौरव सम्मान का भी आयोजन किया गया, जिसमें उच्चतम न्यायालय के अधिवक्ता आलोक कुमार पांडेय द्वारा 1100 से अधिक शिक्षकों का सम्मान किया गया|
मुख्य अतिथि के रूप में उच्च न्यायालय प्रयागराज के माननीय न्यायाधीश अनीश कुमार गुप्ता उपस्थित रहे|
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश सरकार के अपर महाधिवक्ता कुलदीपपति त्रिपाठी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक प्रवेश, उच्चतम न्यायालय बार एसोसिएशन के सचिव विक्रांत यादव, उच्चतम न्यायालय में उत्तर प्रदेश सरकार की स्थाई अधिवक्ता अंकुर प्रकाश, उच्चतम न्यायालय के अधिवक्ता शिव प्रकाश सेनानी, प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष रमाशंकर शुक्ल उपस्थित रहे|
कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ सोनेलाल पटेल चिकित्सा महाविद्यालय, प्रतापगढ़ के प्राचार्य डॉक्टर सलिल श्रीवास्तव ने की| कार्यक्रम का सफल संयोजन और संचालन डॉ सौरभ पांडेय ने किया|
इस अवसर पर कार्यक्रम के आरंभ में आयोजक आलोक कुमार पांडेय ने सभी सम्मानित शिक्षकों के चरण धोकर उनका तिलक किया और अंगवस्त्रम भेंट करके सम्मानित किया|
इस अवसर पर शिक्षकों ने हृदय से आशीष प्रदान करते हुए कहा कि इस प्रकार का यह अद्भुत और अद्वितीय सम्मान है|
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में न्यायाधीश अनीश कुमार गुप्ता ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षक समाज का पथ प्रदर्शक है| शिक्षक की बताई हुई बातें पूरे जीवन पाथेय का कार्य करती है| शिक्षक व्यक्ति निर्माण का कार्य करता है और व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र का निर्माण होता है|
उन्होंने कहा कि आज गुरु वंदन समारोह में जिस प्रकार शिक्षकों के प्रति भावयुक्त सम्मान का कार्यक्रम आयोजित किया गया है यह अद्वितीय है|
कार्यक्रम के आयोजक आलोक कुमार पांडेय ने सभी अतिथियों के प्रति स्वागत करते हुए कहा कि आज मैं जो कुछ भी हूं गुरुओं की कृपा से ही हूँ | जीवन की यहाँ तक की यात्रा गुरु की कृपा से ही संभव हुई है| गुरु का जीवन के पग-पग पर मार्गदर्शन मिलना यह सौभाग्य की बात है| अनादि काल से गुरु वंदन की परंपरा चली जा रही है| उन संस्कारों को जीवंत रखने के की आवश्यकता है, आज इसी क्रम में यह गुरु वंदन कार्यक्रम और शिक्षक गौरव सम्मान संपन्न हो रहा है| शिक्षक समाज निर्माता है|
उन्होंने कहा कि शिक्षक की परिकल्पना अपने विद्यार्थी के प्रति अत्यंत सकारात्मक होती है | विद्यार्थी की सफलता शिक्षक के जीवन की सर्वोच्च सफलता है| शिक्षक समाज के लिए त्यागपूर्ण जीवन जीता है| आज समारोह के माध्यम से सम्मान की परंपरा के क्रम को आगे बढ़ाया गया है|
उन्होंने कहा कि धर्म सम्राट स्वामी करपात्री जी महाराज का उद्घोष "विश्व का कल्याण हो" संपूर्ण सृष्टि के कल्याण के लिए है ,और ऐसा उद्घोष कोई श्रेष्ठ गुरु ही कर सकता है|
अपर महाधिवक्ता कुलदीपपति त्रिपाठी ने कहा कि शिक्षक सूर्य की भांति अपने शिष्य को प्रकाशित करने का काम करता है| राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक ने कहा कि राष्ट्र जीवन में शिक्षक की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है| अनादिकाल से ही महर्षि वशिष्ठ, महर्षि विश्वामित्र,महर्षि वाल्मीकि, महर्षि वेदव्यास, आचार्य चाणक्य, द्रोणाचार्य जैसे श्रेष्ठ गुरुजन के मार्गदर्शन में समाज सशक्त हुआ है और योग्य महापुरुषों का व्यक्तित्व निर्माण हुआ है|
उच्चतम न्यायालय बार एसोसिएशन के सचिव विक्रांत यादव ने कहा कि शिक्षक का सम्मान सर्वोपरि होता है और जो शिक्षक का सम्मान करता है वह उच्चतम शिखर पर पहुंचता है|
उत्तर प्रदेश सरकार के उच्चतम न्यायालय में स्थाई अधिवक्ता अंकुर प्रकाश ने गुरुओं की महत्ता पर प्रकाश डाला| वरिष्ठ अधिवक्ता शिव प्रकाश सेनानी ने कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डाला|
प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष रमाशंकर शुक्ल ने इस कार्यक्रम की संरचना और शिक्षक सम्मान को लेकर भावपूर्ण आयोजन का महत्व बताया|
कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ सुनील श्रीवास्तव ने कहा की गुरु का महत्व सर्वोपरि है | अतः गुरु के प्रति सम्मान का भाव सदैव बना रहना चाहिए|
कार्यक्रम संयोजक डॉ सौरभ पांडेय ने विषय प्रवर्तन करते हुए प्रस्तावना प्रस्तुत की और सभी अतिथियों का स्वागत किया | संयोजन में प्राथमिक शिक्षक संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सत्य प्रकाश पांडेय, जिला मंत्री विनय सिंह,पंकज तिवारी, संजय तिवारी, रामानंद मिश्र, शिशिर खरे, सुरेंद्र प्रसाद पांडेय, नीतेश खण्डेलवाल, राजेश मिश्र, दिनेश अग्रहरि, राकेश मिश्र आदि ने विशेष सहयोग किया |
इस अवसर पर डॉ विश्वनाथ मिश्र स्नेही, राजमणि तिवारी, डॉ पीयूष कांत शर्मा, डॉक्टर चेत प्रकाश पांडेय, राजेश पांडेय, प्रभाकर सिंह, राजेश सिंह, सुधाकर सिंह, जैनेंद्र सरोज, अजीत प्रताप सिंह, लक्ष्मी मिश्रा, काशी नारायण मिश्र सहित 1100 से अधिक शिक्षक शिक्षिकाओं का सम्मान हुआ|
इस अवसर समाज के श्रेष्ठ जन विशेष रूप से रामकृष्ण मिश्रा गुड्डू, विनोद कुमार द्विवेदी, गोविंद प्रसाद खंडेलवाल, गिरिजा शंकर मिश्र, रमेश पटेल, अश्विनी केशरवानी, डॉली केशरवानी, पिंकी दयाल, प्रमिला शुक्ला, मनीष केसरवानी आदि भी उपस्थित रहे|