लेखपाल ने दुसरे के नाम की वरासत तो,मुर्दा बोल पड़ा .....साहब मैं जिन्दा हूँ

कुंडा तहसील के लेखपाल की कलम ऐसी होती है कि जिंदा को मृत घोषित कर देती है और गरीब को अमीर बना देती है

 
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मानिकपुर। लेखपाल की कलम से जो बच जाए वह बड़ा ही नसीब वाला होता है।क्योंकि लेखपाल की कलम ऐसी होती है कि जिंदा को मृत घोषित कर देती है तथा गरीब को अमीर और अमीर को गरीब बना देती है।ऐसा ही एक कारनामा लेखपाल साहब का फिर सामने आया है।जिसमे कुंडा तहसील के पूरे रामदयाल   का पुरवा ग्राम सभा समसपुर सैलवारा में तैनात रहे लेखपाल ने एक जीवित व्यक्ति को अभिलेखों में मृत दर्शाकर उसकी भूमि तीन अन्य लोगों के नाम अंकित कर दिया। आपको बताते चलें कि प्रतापगढ़ जिले के कुंडा तहसील से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया हैं जहां छोटेलाल पटेल पुत्र विंदेश्वरी प्रसाद पटेल निवासी पुरे रामदयाल का पुरवा ग्राम सभा समसपुर शैलवारा ब्लॉक खंड कालाकांकर के जिंदा रहते ही सरकारी दस्तावेजों में मृत बना दिया गया। 2019 में तत्कालीन लेखपाल विनोद कुमार यादव निवासी मौली (गोलहा) कुंडा ने पैतृक संपत्ति के दस्तावेज में छोटेलाल पटेल पुत्र बिंदेश्वरी प्रसाद पटेल को मृत घोषित कर उसके जगह पर छोटे लाल यादव पुत्र बिंदेश्वरी प्रसाद यादव निवासी ग्राम सभा बडेरा (ननकू का पुरवा)के नाम वरासत कर दिया। जब इसकी जानकारी लेखपाल द्वारा मृत घोषित व्यक्ति छोटेलाल पटेल को  हुई तो अफरा तफरी मच गई। छोटेलाल पटेल यहां वहां जानकारों के पास भागने लगा लेकिन उसकी सुनने वाला कोई नहीं था कि इसी बीच दूसरे नियुक्त लेखपाल हरिश्चंद्र निवासी प्रयागराज से हुआ छोटेलाल पटेल ने लेखपाल हरिश्चंद्र से अपनी आपबीती बताई तो लेखपाल हरिश्चंद्र ने पीड़ित व्यक्ति छोटेलाल पटेल को उसकी जमीन वापस दिलाने का आश्वासन दिया और बदले में ₹30 हजार रुपए ठग लिए। छोटेलाल पटेल का कहना है कि लेखपाल हरिश्चंद्र को पैसा दिए 2 साल से अधिक हो गया पर आज तक उन्होंने मेरा कुछ काम नहीं किया है। छोटेलाल पटेल ने जिलाधिकारी महोदय से गुहार लगाते हुए मांग की है कि मेरे दस्तावेजों की जांच करा कर मेरी जमीन मुझे वापस दिलाई जाए। व दोषी लेखपाल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।