राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की समन्वय बैठक प्रतापगढ़ में सम्पन्न हुई।

सदर खंड के कटरा रोड पर स्थित डी. एस. पैलेस में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रतापगढ़ के विचार परिवार की समन्वय बैठक संपन्न हुई, जिसमें जनपद के संघ के कार्यकर्ता और संघ विचार परिवार के प्रमुख कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
 
ग्लोबल भारत न्यूज

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की समन्वय बैठक प्रतापगढ़ में सम्पन्न हुई।

डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज

प्रतापगढ़, 6 नवम्बर।

सदर खंड के कटरा रोड पर स्थित डी. एस. पैलेस में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रतापगढ़ के विचार परिवार की समन्वय बैठक संपन्न हुई, जिसमें जनपद के संघ के कार्यकर्ता और संघ विचार परिवार के प्रमुख कार्यकर्ता उपस्थित रहे। 

बैठक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रतापगढ़ जिले के माननीय जिला संघचालक श्रीमान चिंतामणिजी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रतापगढ़ विभाग के विभाग कार्यवाह श्री हरीश जी,  विभाग प्रचारक श्री प्रवेश जी, सह जिला संघ चालक श्री अशोक सिंह जी, जिला प्रचारक श्री शिव प्रसाद जी, जिला कार्यवाह श्री हेमंत जी, प्रांत घुमंतू संयोजक श्री शशि भाल जी, विश्व हिंदू परिषद के जिला संगठन मंत्री श्री चंदन जी आदि उपस्थित रहे। बैठक का संचालन  जिला सह सामाजिक  समरसता प्रमुख श्री  प्रभाशंकर जी ने किया ।

 बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रतापगढ़ के जिला कार्यवाह श्री हेमंत जी ने  कहा कि हिंदुस्तान में आध्यात्मिकता हर मनुष्य के रोम रोम में विद्यमान है और जब भी आवश्यकता पड़ी है राम भक्तों ने अपने आराध्य के लिए संघर्ष किया है और अपने प्राणों की आहुति दी। 

उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम हम सब के आराध्य हैं और जन जन की आत्मा में बसते है। सैकड़ो वर्षों के संघर्ष के बाद आज हम सबके सामने भगवान श्रीराम जी का दिव्य भव्य मंदिर श्रीरामजन्मभूमि पर निर्मित हो रहा है। 

उन्होंने कहा कि राम के साथ भारत ही नहीं अपितु पूरे विश्व के जनमानस की आस्था जुडी है ।राम के आदर्शों पर आज पूरी दुनिया चलने को तैयार है। राम हमारे आदर्श हैं। राम ही हमारे राष्ट्र हैं। यह केवल मंदिर मात्र नहीं यह एक राष्ट्र मंदिर है। राम मंदिर भारत का स्वाभिमान है। इस आस्था और विश्वास के साथ अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम दिनांक 22 जनवरी 2024 को घोषित किया जा चुका है, जिसकी तैयारी के परिपेक्ष में यह  बैठक आयोजित की गई है ।

उन्होंने बताया कि प्रतापगढ़ जनपद के सभी घरों में आमंत्रण रूपी भगवान राम का पूजित अक्षत दिनांक 1 जनवरी 2024 से 15 जनवरी 2024 तक एक महासंपर्क अभियान चलाकर वितरित किया जाएगा। यह अक्षत केवल अक्षत मात्र नहीं अपितु  हमारी आस्था, जन-जन की श्रद्धा एवं राम के प्रति एकत्व का प्रतीक है। 

उन्होंने बताया कि इसके लिए विचार परिवार के सभी कार्यकर्ता और रामभक्त पूरे मनोयोग से लगने वाले है। 15 दिसंबर के पहले नगर और खंड स्तर पर संघ विचार परिवार के साथ बैठकें पूरी कर एक वृहद योजना बना ली जाएंगी ।जिला, खंड और नगर स्तर पर, मंडल और बस्ती स्तर पर तथा ग्राम स्तर और मोहल्ला स्तर पर आयोजन समितियां का  गठन किया जाएगा।

 भगवान राम का आमंत्रण रूपी अक्षत जनपद के प्रत्येक परिवार में पहुंचाने का कार्य संघ विचार परिवार के कार्यकर्ता करेंगे। अक्षत के साथ एक आमंत्रण पत्र और एक चित्र भी प्रत्येक घरों  में वितरित किया जायेगा। आगे बोलते हुए जिला कार्यवाह जी ने कहा कि  22 जनवरी 2024 को पूर्वाहन 11 बजे से अपराह्न 1 बजे तक अयोध्या के नवनिर्मित  श्रीराममंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर कार्यकर्ता  जनपद के प्रत्येक मंदिरों में पूजा अर्चना, भजन कीर्तन, सुंदरकांड पाठ, हनुमान चालीसा आदि कार्यक्रम आयोजित करेंगे और मंदिर के आस पड़ोस के कम से कम 150 हिंदू परिवारों को उस कार्यक्रम में निमंत्रित करेंगे। रामभक्त अपनी श्रद्धा और  भक्ति  का भाव प्रकट करेंगे और आनंद का माहौल निर्मित करेंगे क्योंकि भगवान को एक लंबे इंतजार के बाद अपने घर में प्रवेश करने वाले है। प्रत्येक  रामभक्त हर्षित और आनंदित है। प्राण प्रतिष्ठा वाले  दिन ही सूर्यास्त के बाद जनपद के सभी हिंदू परिवार अपने घर के बाहर दीप जलाएंगे एवं दीपमालिका सजाएंगे। ऐसा अहवाहन घर घर जाकर कार्यकर्ता और रामभक्त  करेंगे। अलग अलग प्रांतों के कार्यकर्ता अयोध्या में श्रीराम जी का दर्शन अलग अलग तिथियों पर कर सकेंगे जिसमें काशी प्रांत के सभी कार्यकर्ता 30 और 31 जनवरी 2024 को अयोध्या में श्रीरामजी का दर्शन करने जायेंगे। जिसकी योजना श्रीरामजन्म भूमितीर्थ क्षेत्र समिति द्वारा की गई है।
 बैठक के द्वितीय सत्र में खंडवार बैठकें हुई, जिसमे नगर और खंड स्तर की समन्वय बैठकों की तिथियां निर्धारित की गई।

 इस अवसर पर विजय पटेलजी , कार्तिकेय जी, रघुवीर जी, लाल प्रतापजी, शेषमणिजी,  सौरभजी, संतरामजी, धीरेंद्रजी,  राजेशजी, अजयजी, अंकुरजी, श्याम किशोर जी, अशोकजी, संतोषजी, गिरजा शंकरजी, अंजनीजी, शिव शंकर सिंह जी, राम शिरोमणिशुक्लाजी, देवानंद त्रिपाठी, अवधेश मिश्राजी, नवीन बजरंगीजी, रमेश जी, महेश गुप्ताजी, धीरज ओझाजी, ओम प्रकाश त्रिपाठीजी, लक्ष्मी नारायण पांडे गुरुजी ,  अशोक राय जी, जयप्रकाशजी, राजेश त्रिपाठीजी,  पवन गौतमजी, अनुराग मिश्राजी ,रवि गुप्ताजी , कार्तिकेय पांडेजी, बृजेश पांडेजी एवं विनोदजी आदि उपस्थित रहे।