पत्रकार , साहित्यकार, तुलसी जन्मस्थली शोधकर्ता ओमनिरंकार देव उपाध्याय की मनाई गई छठी पुण्यतिथि।

नगर के चिलबिला महुली स्थित बृद्धाश्रम में आयोजित कार्यक्रम में सांसद संगम लाल गुप्ता ने श्री उपाध्याय के जीवन वृत्त पर विस्तार से प्रकाश डालते हुये स्वर्गीय उपाध्याय को श्रद्धांजलि अर्पित किया।
 
ग्लोबल भारत न्यूज

पत्रकार , साहित्यकार, तुलसी जन्मस्थली शोधकर्ता ओमनिरंकार देव उपाध्याय की मनाई गई छठी पुण्यतिथि।

डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज

प्रतापगढ़, 28 दिसम्बर।

नगर के चिलबिला महुली स्थित बृद्धाश्रम में आयोजित कार्यक्रम में सांसद संगम लाल गुप्ता ने श्री उपाध्याय के जीवन वृत्त पर विस्तार से प्रकाश डालते हुये स्वर्गीय उपाध्याय को श्रद्धांजलि अर्पित किया।

इस अवसर पर  संगम लाल गुप्ता सांसद और राष्ट्रीय महासचिव ओबीसी मोर्चा भाजपा, ने कहा कि श्री ओम निरंकार देव उपाध्याय सामाजिक दायित्वों के प्रति सदैव समर्पित रहे।

उन्होंने छठवीं पुण्य तिथि पर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करने के पश्चात कहा कि यह स्थूलकाय शरीर नश्वर है, जिसका अंत होना सुनिश्चित होता है किंतु मनुष्य ब्यर्थ के माया जाल में फंसकर इस बात को समझ नहीं पाता और जीवन पर्यंत इस नश्वर शरीर को अपना मानकर कार्य करता रह जाता है। 

उन्होंने कहा कि जो लोग सामाजिक दायित्वों एवं मानवीय संवेदनाओं से ओतप्रोत होकर समाज के उत्तरदायित्व का निर्वहन करते हैं वह सदैव समाज में जीवंत रूप में याद किए जाते हैं। उसी का उदाहरण है स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार के निरंकार देव उपाध्याय ।

सांसद ने कहा कि प्रतापगढ़ जैसे छोटे स्थान पर वृद्धावस्था आश्रम का होना यह बड़े ही चिंता का विषय है किंतु समाजसेवी भाई रोशन लाल उमर वैश्य ने इस वृद्धावस्था को जीवंत कर दिया और आज इस आश्रम में वरिष्ठ समाजसेवी रहे उपाध्याय की पुण्यतिथि का मनाया जाना एक सौभाग्य का विषय है ।

सांसद ने कहा कि मुझे भी श्री उपाध्याय के साथ उनके जीवित रहने पर अनेक अवसरों पर प्रेरणास्पद प्रेरक प्रसंग को सुनने, समझने और जानने का अवसर प्राप्त हुआ जो आज के सामाजिक उत्तरदायित्व में मेरे लिए बहुत ही उपयोगी साबित हो रहा है । 

सांसद ने कहा कि श्री उपाध्याय ने साहित्य जगत और पत्रकारिता के क्षेत्र के साथ साथ जनपद के स्वतंत्रता संग्राम का अमूल्य इतिहास संकलित कर आने वाली पीढ़ी को एक प्रेरणास्पद इतिहास दिया जो सदैव हमारे गौरवशाली इतिहास का साक्षी रहेगा।

इस अवसर पर बोलते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता शिव प्रकाश मिश्रा ‘सेनानी’ ने कहा कि संघर्षों के पर्याय थे श्री उपाध्याय जी, जिन्होंने एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के पौत्र के रूप में सदैव बढ़-चढ़कर सामाजिक उत्तरदायित्वों का सम्यक निर्वहन किया और उनकी प्रेरणा से अनेक अवसरों पर मुझे भी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार परिजनों व उनके संबंध में कार्य करने का सुखद अवसर प्राप्त हुआ।

समारोह में दीप प्रज्वलन के पश्चात अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए धर्माचार्य ओम प्रकाश पाण्डेय अनिरुद्ध रामानुज दास ने कहा कि स्व० उपाध्याय जी कभी सत्य के पथ से डिगे नहीं। उन्होंने सामाजिक, राजनैतिक और साहित्यिक जगत के साथ साथ ब्यावसायिक गतिविधियों में भी श्री बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और प्रदेश स्तर पर उन्होंने ब्यवसायियों का भी नेतृत्व कर जुल्म ज्यादती के विरुद्ध सदैव बिगुल बजाते हुये निडर ब्यापारी नेता के रूप में कार्य किया। 

उन्होंने कहा कि गोस्वामी तुलसीदास जी की जन्मस्थली को प्रतापगढ़ के राजापुर में मानकर उपाध्याय जी ने एक संघर्ष छेड़ा जो इतिहास का पन्ना बन गया है। आप निडरता करूणा की प्रतिमूर्ति थे।

इस अवसर पर समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने के लिये डॉ रंगनाथ शुक्ला, संजीव आहूजा, शिशिर खरे, राजकिशोर त्रिपाठी, इं चंद्रकांत त्रिपाठी, अभिमन्यु चतुर्वेदी, मान सिंह, अम्बिका प्रसाद, सुरेश अग्रवाल आदि का सारस्वत सम्मान किया गया। 

इस अवसर पर वृद्धाश्रम निवासियों को कंबल भी वितरित किया गया।

समारोह को शिव प्रकाश सेनानी, हरिओम मिश्रा, ओम प्रकाश त्रिपाठी, आदित्य मिश्रा , सुनील प्रभाकर, महाबीर पाल, ओम प्रकाश पाण्डेय गुड्डू, शरद केशरवानी, लालता प्रसाद लहरी, उमानाथ त्रिपाठी, संगम लाल त्रिपाठी, चिंतामणि पाण्डेय एडवोकेट, लालता प्रसाद लहरी, रोशन लाल उमरवैश्य, योगेश योगी, शीतला प्रसाद सुजान, अनूप उपाध्याय, धीरज उपाध्याय, विश्वम प्रकाश पांडे, संजय पाण्डेय पूर्व प्रधान, आदित्य मिश्र, परमानंद मिश्रा, नीरज मिश्र, उत्कर्ष, उत्तम आदि ने सम्बोधित किया।

पुत्र विवेक उपाध्याय, धीरज उपाध्याय व अनूप अनुपम ने आभार ब्यक्त किया। 

प्रधानाचार्य अमित पाण्डेय ने समारोह का संचालन किया।