नगर पालिका परिषद रायबरेली के खाते से सवा तीन करोड़ रुपये उड़ाए गए।

यह रकम कम्प्यूटर सिस्टम को हैक करके दूसरे खातों में ट्रांसफर की गई। यह खुलासा मामले की शुरुआती जांच में हुआ है। इस कारनामे के लिए नगर पालिका के एक पूर्व संविदा कर्मचारी को जिम्मेदार माना जा रहा है।
 
ग्लोबल भारत न्यूज

नगर पालिका परिषद रायबरेली के खाते से सवा तीन करोड़ रुपये उड़ाए गए।

डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 29 अक्टूबर।

यह रकम कम्प्यूटर सिस्टम को हैक करके दूसरे खातों में ट्रांसफर की गई। यह खुलासा मामले की शुरुआती जांच में हुआ है। इस कारनामे के लिए नगर पालिका के एक पूर्व संविदा कर्मचारी को जिम्मेदार माना जा रहा है।

इस बारे में पुलिस ने अधिशासी अधिकारी और लेखाकार से जानकारी जुटाने के साथ दस्तावेज तलब किए हैं। 

नगर पालिका के बैंक खाते से 25 अक्तूबर को तीन करोड़ 25 लाख 22 हजार 713 रुपये दूसरे खातों में भेजे जाने के संबंध में अधिशासी अधिकारी (ईओ) स्वर्ण सिंह ने सदर कोतवाली में केस दर्ज कराया है। 

नगर पालिका का खाता आईसीआईसीआई बैंक मुख्य शाखा रायबरेली में है। इस खाते से अलग-अलग फर्मों के दो खातों में तीन बार में उक्त धनराशि भेजी गई है।

उन खातों से 15 लाख रुपये निकाल भी लिए गए हैं। इस बीच जालसाजी की जानकारी होने पर दोनों खातों से लेनदेन बंद करा दिया गया।

पुलिस द्वारा जालसाजी के संबंध में शुक्रवार को नगर पालिका के ईओ व लेखाकार गिरीश बहादुर सिंह से जानकारी जुटाई गई। दस्तावेजों की जांच में नगर पालिका के कम्प्यूटर सिस्टम को हैैक करके पैसा निकाले जाने की बात सामने आई है।

इस मामले में नगर पालिका के एक पूर्व संविदा कर्मचारी का नाम सामने आ रहा है। उसने ही कंप्यूटर हैक करके पैसे दूसरे खातों में भेजे। 

पुलिस का कहना है कि जालसाजी के बारे में आईसीआईसीआई बैंक के अधिकारियों व कर्मचारियों से अन्य जानकारी जुटाई जाएगी।

छानबीन के दौरान यह खुलासा भी हुआ है कि नगर पालिका के खाते से निकाले गए रुपयों में पांच लाख वापस भी कर दिए गए हैं। पैसा किस खाते से पालिका के खाते में ट्रांसफर किया गया, इसकी जानकारी नहीं हो पाई है। 

ईओ का कहना है कि इस प्रकरण की विभागीय जांच भी कराई जा रही है।