कांग्रेस की नूरबानो की दावेदारी से इंडिया गठबंधन में बढ़ेगी रार,रामपुर सीट पर है आजम का दबदबा

2004 और 2009 में समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ी फिल्म अभिनेत्री जयाप्रदा ने नूरबानो को हरा दिया था
 
 
Noorbano Rampur seat
रामपुर : उत्तर प्रदेश के रामपुर में 10 साल तक चुनावी सियासत से दूर रहने के बाद नवाब खानदान की बहू बेगम नूरबानो ने एक बार फिर से कांग्रेस से लोकसभा चुनाव लड़ने की घोषणा कर दिया है। नूरबानो की इस घोषणा से जहां रामपुर का सियासी समीकरण बदलेगा,वहीं इस घोषणा के बाद इंडिया गठबंधन में रार बढ़ने की प्रबल संभावना है।

इसके पीछे कारण यह है कि रामपुर लोकसभा समाजवादी पार्टी की सीट मानी जाती है 2004,2009,2019,में सपा का उम्मीदवार कामयाब रहा,लेकिन कांग्रेस से 2024 चुनाव में नूरबानो की दावेदारी से इंडिया गठबंधन में रार बढ़ सकती है। रामपुर से 1996,1999 में दो बार सांसद रह चुकीं बेगम नूरबानो ने गुरुवार को कांग्रेसियों के साथ हुई बैठक में आगामी लोकसभा चुनाव के लिए ताल ठोंकने की घोषणा कर दी।

नूरबानो की इस घोषणा से सियासी पंडित हैरत में हैं। सियासी पंडितों का कहना है कि इस घोषणा से रामपुर की सियासत में नए समीकरण बनकर तो उभरेंगे ही साथ ही इंडिया गठबंधन में दरार भी बढ़ सकती है। इंडिया गठबंधन में अभी सीटों का बंटवारा नहीं हुआ है, लेकिन रामपुर लोकसभा सीट पर सपा नेता आजम खान का खासा दबदबा रहा है। 2019 के लोकसभा चुनाव में जब सपा-बसपा गठबंधन था तब भी यह सीट सपा के खाते में गई थी और आजम खान चुनाव जीते थे। जबकि 1999 के बाद से कांग्रेस यहां से एक बार भी जीत दर्ज नहीं कर सकी है। ऐसे में नूरबानो की घोषणा से सपा-कांग्रेस में रार बढ़ सकती है।

बताते चलें कि नवाब जुल्फेकार अली खान उर्फ मिक्की मियां की मौत के बाद 1996 में बेगम नूरबानो सक्रिय सियासत में उतरीं और पहली बार में ही कांग्रेस के टिकट पर रामपुर लोकसभा की सांसद बनीं। 1998 में हुए लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के मुख्तार अब्बास नकवी ने नूरबानो को हरा दिया था। 1999 में हुए लोकसभा चुनाव में नूरबानो ने जीत दर्ज की थी।इसके बाद 2004 और 2009 में नूरबानो लोकसभा चुनाव नहीं जीत पाईं।

2004 में समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ी फिल्म अभिनेत्री जयाप्रदा ने नूरबानो को हरा दिया था। 2009 में भी जयाप्रदा ने नूरबानो को हरा दिया था। 2014 में रामपुर के बजाय नूरबानो मुरादाबाद से कांग्रेस से चुनाव लड़ीं,लेकिन हार का सामना करना पड़ा।अब एक बार फिर नूरबानो ने लोकसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की है। नूरबानो के पति नवाब जुल्फेकार अली खान कांग्रेस से रामपुर के पांच बार सांसद रहे थे।

-लोकसभा चुनाव में जो भी पार्टी हाईकमान का आदेश होगा, उसी को चुनाव लड़ाया जाएगा। चुनाव को लेकर तैयारियां की जा रही हैं। सभी कार्यकर्ता चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार हैं। धर्मेंद्र देव गुप्ता, जिलाध्यक्ष कांग्रेस

इंडिया गठबंधन में अभी सीटों का बंटबारा नहीं हुआ है। गठबंधन और समाजवादी पार्टी का जो भी फैसला होगा वह पूरी तरह सर्व मान्य होगा। जैसा हाईकमान का फैसला होगा वैसा ही किया जाएगा।