यूपी का एक ऐसा गांव जहां नही मनाया जाता रक्षा बंधन का त्यौहार, जानिए क्या है वजह

रक्षाबंधन न मनाने के पीछे इस गांव में एक किंबदंती है गांव के लोगों के अनुसार उनके पूर्वज अलीगढ़ जनपद के एक गांव में रहते थे जहां एक मुंहबोली बहन ने एक यादव समुदाय के युवक को राखी बांधी और राखी बंधाई के बदले पूरा गांव ले लिया। जिसके बाद सभी को गांव छोड़ना पड़ा और जंगल-जंगल घूमते हुए उन्होंने इस स्थान पर जंगल में ठिकाना बनाया और यहीं बस गए जो वर्तमान समय में बेनीपुर चक कहलाता है।
 
रक्षा बंधन

ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

संभल, 30 अगस्त:- देश भर में इन दिनों रक्षाबंधन की धूम है कहीं घेबर बिक रहा है तो बाजार में एक से एक जोरदार राखी की बिक्री हो रही है भाई बहन के प्यार के पर्व पर यूपी सरकार बहनों को भाई के घर आने जाने को मुफ्त रोडवेज बस का तोहफा दे रही है। हर ओर रक्षाबंधन की धूम है मगर इससे ठीक उलट स़़ंभल के एक गांव में रक्षा बंधन का त्यौहार नहीं होता है यहां न कोई बहन भाई को राखी बांधती है और न भाई राखी बंधवाता है। जमीन जायदाद छिन जाने के डर से इस गांव के लोग रक्षाबंधन नहीं मनाते हैं सैकड़ों साल पुरानी परंपरा पर लोग अब भी कायम हैं।

किसलिए नही मनाई जाती राखी- जी हां हम आपको जो बता रहे हैं, वह बीस आने सही है संभल के गांव बेनीपुर चक के लोग रक्षाबंधन नहीं मनाते हैं इस गांव के किसी भी घर में राखी नहीं बंधवाई या बांधी जाती है, किसी दूसरे गांव शहर की लड़की जब शादी के बाद इस गांव में आ जाए तो वह भी अपने भाई को राखी बांधने नहीं जाती है। रक्षाबंधन न मनाने के पीछे इस गांव में एक किंबदंती है गांव के लोगों के अनुसार उनके पूर्वज अलीगढ़ जनपद के एक गांव में रहते थे जहां एक मुंहबोली बहन ने एक यादव समुदाय के युवक को राखी बांधी और राखी बंधाई के बदले पूरा गांव ले लिया। जिसके बाद सभी को गांव छोड़ना पड़ा और जंगल-जंगल घूमते हुए उन्होंने इस स्थान पर जंगल में ठिकाना बनाया और यहीं बस गए जो वर्तमान समय में बेनीपुर चक कहलाता है।

जमीन जायदाद जाने के डर से नही मनाते रक्षा बंधन का त्योहार- गांव वालों क़ो डर सताता है कि कोई बहन फिर से राखी बांधने के बदले गांव, जमीन, जायदाद न मांग ले इसलिए पूरे गांव के लोग राखी नहीं बंधवाते हैं सैकड़ों साल पुरानी परंपरा इस गांव में अब भी कायम है।