कोई अनबन, कोई शिकवा, कोई झगड़ा नहीं होगा, चलों करें वादा कोई गुस्सा नहीं होगा...

कोई अनबन, कोई शिकवा, कोई झगड़ा नहीं होगा, चलों करें वादा कोई गुस्सा नहीं होगा...
डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क
राबर्ट्सगंज (सोनभद्र), 28 मार्च।
राबर्ट्सगंज के होटल अरिहंत में सजी काव्य की महफिल, देर रात तक कविता की सरिता में गोते लगाते रहे लोग। बूंदाबादी के बीच भी बना रहा श्रोताओं का उत्साह, खूब लगे ठहाके।
होटल अरिहंत में रविवार की शाम काव्य की ऐसी महफिल सजी कि श्रोता आनंद में डूब गए। घनघोर बादलों के बावजूद न काव्य रस की धार टूटी और न ही श्रोताओं का उत्साह कम हुआ।
मौका था अमर उजाला के काव्य कैफे का। देश के नामचीन कवियों की रचनाओं पर हंसी की फुहारें छूटीं तो व्यंग्य के तीखे बाण भी सीधे दिल पर लगे।
मखमली आवाज में प्रेम और श्रृंगार के रस में पगी कविताओं का जादू सिर चढ़कर बोला।
कवि शशिकांत यादव की वाणी वंदना के बाद मंच से कवियों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियों से श्रोताओं का खूब मनोरंजन किया।
दिल्ली से आए कवि शंभू शिखर की हास्य-व्यंग्य की रचनाओं पर लोग हंसते-हंसते लोटपोट हो गए।
जबलपुर से आईं कवियित्री मणिका दुबे ने अपनी सुरीली आवाज में श्रृंगार की कविताएं शुरू की तो बूंदाबादी के रूप में आसमान से प्रेम रस टपकने लगा।
गीतकार गजेंद्र प्रियांशु के गीतों ने श्रोताओं का दिल जीता।
शशिकांत ने वीर शहीदों को याद कर ओज की कविताएं सुनाकर लोगों में जोश भर दिया।
आयोजक कमलाकान्त पाण्डेय ने समस्त आगंतुकों के प्रति आभार व्यक्त किया।