सुल्तानपुर में बेटी-बाप एक साथ बने लेखपाल, जानिए दोनों ने कैसे किया था तैयारी

सेना से रिटायर्ड होकर बेटी के साथ तैयारी कर पहले की प्रयास में  बल्दीराय तहसील अंतर्गत उमरा-पूरे जवाहर तिवारी गांव के रवींद्र त्रिपाठी और उनकी बेटी प्रिया त्रिपाठी ने अधीनस्त सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा पास करके लेखपाल बने
 
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सुल्तानपुर। कहते है हौसले बुलंद हो तो कामयाबी आपके कदम चूमेगी और कामयाबी दो गुनी हो तो क्या कहना जी हां हम बात कर रहे उतर प्रदेश के सुलतानपुर जिले की जहां एक परीक्षा में बाप और बेटी दोनों ने एकसाथ सफलता हासिल की बाप बेटी की सफलता की चर्चाएं क्षेत्र में है हर कोई दोनो को बंधाई देने उनके घर पहुंच रहा है।दरअसल सुलतानपुर जिले के बल्दीराय तहसील अंतर्गत उमरा पूरे जवाहर तिवारी गांव के रहने वाले रवींद्र त्रिपाठी के घर बंधाई देने वालो का तांता लगा है बंधाई भी ऐसी की आप सुनेंगे तो खुद अचंभित हो जायेगे।

 दरअसल इस घर में एसएससी की प्रतियोगी परीक्षा में दो लोगो ने  सफलता प्राप्त की एक तो इस घर की लाडली बेटी तो दूसरा उस बेटी का पिता  जी हां रवींद्र त्रिपाठी 2019 में सेना से सेवानिवृत्त हो गए घर आए तो उन्हें लगा की अभी तक सेना में रहकर देश की सेवा कर ली है अब कुछ समाज की सेवा की जाए सो रवींद्र त्रिपाठी ने एक बार फिर से पढ़ाई अध्ययन में मन लगाने लगे और यहां उनकी सहयोगी बनी उनकी अपनी लाडली बेटी प्रिया बाप और बेटी मन लगा कर पढ़ने लगे इस दौरान उत्तर प्रदेश अधिनस्त सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित लेखपाल भर्ती परीक्षा का फॉर्म निकला पिता पुत्री ने फॉर्म भरा परीक्षा दी और सफलता पाई बाप बेटी का एक ही विभाग में नौकरी(लेखपाल) मिलने की सूचना जैसे ही क्षेत्र के लोगो को मिली तो सभी इन बाप बेटी को शुभकामनाएं देने पहुंचने लगे,परिजनों का भी खुशी का ठिकाना नहीं सभी खुश परिवार के बुजुर्ग कहते है आज उनके परिवार को दोहरी खुशी मिली है जिससे सभी प्रसन्न है।