अर्थक्रांति प्रस्ताव लागू कराने के लिए देश में चार दिवसीय अर्थक्रांति सत्याग्रह 3 नवंबर से।

अर्थक्रांति मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जयप्रकाश ने बताया कि सत्याग्रह देश के प्रत्येक राज्य और जिलों में किया जा रहा है। वाराणसी में यह वरुणा पुल, कचहरी स्थित शास्त्री घाट पर प्रातः 10ः00 बजे शुरू होगा।
 
ग्लोबल भारत न्यूज

अर्थक्रांति प्रस्ताव लागू कराने के लिए देश में चार दिवसीय अर्थक्रांति सत्याग्रह 3 नवंबर से

ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क
वाराणसी, 1 नवम्बर।

अर्थक्रांति मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जयप्रकाश ने बताया कि सत्याग्रह देश के प्रत्येक राज्य और जिलों में किया जा रहा है। वाराणसी में यह वरुणा पुल, कचहरी स्थित शास्त्री घाट पर प्रातः 10ः00 बजे शुरू होगा।

पराड़कर भवन में आयोजित एक प्रेसवार्ता में पत्रकारों को संबोधित करते हुए श्री जयप्रकाश ने कहा कि अर्थक्रांति प्रस्ताव से महंगाई, भ्रष्टाचार, कालाधन, अपराध, आतंकवाद, हवाला, घोटाला, नकली नोट समाप्त होगा और प्रत्येक नागरिक एवं बुजुर्ग खुशहाल होंगे।

उन्होंने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी से अर्थक्रांति मंच ने देश में रामराज्य की स्थापना के लिए अर्थक्रांति प्रस्ताव को लागू करने का आग्रह किया गया है। इस ओर उनका ध्यान आकृष्ट करने के लिए देशव्यापी चार दिवसीय अर्थक्रांति सत्याग्रह का आयोजन 3 से 6 नवंबर 2022 तक किया गया है। 

इस अवसर पर संस्था के मार्गदर्शक मंडल के सदस्य श्री पदमपति शर्मा एवं 'जीवन गौरव अभियान' की राष्ट्रीय समन्वयक श्रीमती लीला जी (हैदराबाद) भी उपस्थित रहे।

उन्होंने बताया कि इस वक्त महॅंगाई में बेतहाशा वृद्धि हो रही है। वैश्विक स्थिति के कारण पेट्रो उत्पाद व अन्य वस्तुओं की कीमतें बहुत बढ़ गई हैं, जिसे न्यूनतम स्तर पर लाने, देश के आम नागरिकों के साथ बुजुर्गों का जीवन खुशहाल करने, भ्रष्टाचार, कालाधन, आतंकवाद, अपराध, नक्सलवाद, हवाला, घोटाला, बेरोजगारी, गरीबी, नकली नोटों को बंद कराने के साथ देश को करमुक्त और कर्जमुक्त बनाने के लिए अर्थक्रांति प्रस्ताव सरकार के पास भेजा गया है। इसे लागू करने से इन सभी समस्याओं का समाधान होगा।

श्री जय प्रकाश ने बताया कि अर्थक्रांति प्रस्ताव में समस्याओं के समाधान के तरीकों की अर्थजगत ने सराहना की है और कहा है कि इसे लागू करने से भारत पुनः श्री मोदी जी की भावना के अनुरूप सोने की चिड़िया बन सकता है।

एक प्रश्न के उत्तर में श्री पदमपति शर्मा ने बताया कि देश में इस समय लगभग 15 करोड़ वरिष्ठ नागरिक हैं जिनमें 11 करोड़ बुजुर्गों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। उनकी गरिमामय जीवन के लिए उन्हें ₹10000 प्रतिमाह देने का प्रस्ताव है। जिससे बुजुर्गों की वृद्धावस्था दयनीय न होकर गरिमापूर्ण होगी और देश से गरीबी की समस्या का समाधान होगा एवं सामाजिक एवं आर्थिक परिवर्तन देखने को मिलेगा। दूसरे प्रस्ताव में 100 से बड़े नोटों को बंद करने को कहा गया है और बताया गया है कि भ्रष्टाचार, कालाधन, आतंकवाद, अपराध, नक्सलवाद, हवाला, घोटाला, नकली नोट आदि की समस्याओं का समाधान होगा।

अर्थक्रांति मंच ने अपने तीसरे प्रस्ताव में सभी प्रकार के टैक्सों को समाप्त कर मात्र दो प्रतिशत बैंक ट्रांजैक्शन टैक्स लगाने का सुझाव दिया है। जिसमें कहा गया है कि इसे लागू करने से देश टैक्स के जंजाल से मुक्त होगा, महंगाई की समस्या का समाधान होगा, उद्योग धन्धे बढ़ेंगे, सरकार को पर्याप्त राजस्व की प्राप्ति होगी, विकास व अन्य योजनाओं के लिए सरकार को कर्ज नहीं लेना होगा। देश कर्जमुक्त करमुक्त व आत्मनिर्भर बनेगा। सरकार को पर्याप्त राजस्व प्राप्त होने से बुजुर्गों को सम्माननिधि देने के लिए धन का अभाव नहीं होगा।

अर्थक्रांति मंच से संबद्ध जीवन गौरव अभियान की राष्ट्रीय समन्वयक श्रीमती लीला (हैदराबाद) ने कहा कि उपरोक्त तीनों प्रस्ताव लागू हो जाने से देश में अवश्य रामराज्य की स्थापना हो जाएगी।

अर्थक्रांति मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बताया कि नागरिकों को जागरुक करने व प्रधानमंत्री जी को जनभावनाओं से अवगत कराने के लिए अर्थक्रांति सत्याग्रह किया जा रहा है। उन्होंने आह्वान किया कि इसको सभी लोग सफल बनावें।