राजघाट वाराणसी के 'सर्व सेवा संघ' परिसर स्थित 'गांधी विद्या संस्थान' को सरकार ने बेदखल कर दिया।

आरोप है कि दरवाज़ों पर लगे ताले तोड़कर भवन को 'इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र' के हवाले कर दिया गया है। विरोध स्वरूप परिसर के अंदर ही गांधीवादियों का धरना प्रदर्शन जारी है।
 
ग्लोबल भारत न्यूज


राजघाट वाराणसी के 'सर्व सेवा संघ' परिसर स्थित 'गांधी विद्या संस्थान' को सरकार ने बेदखल कर दिया।

डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

वाराणसी, 22 मई।

आरोप है कि दरवाज़ों पर लगे ताले तोड़कर भवन को 'इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र' के हवाले कर दिया गया है। विरोध स्वरूप परिसर के अंदर ही गांधीवादियों का धरना प्रदर्शन जारी है।

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में राजघाट पर स्थित सर्व सेवा संघ परिसर में लोकनायक जयप्रकाश नारायण द्वारा स्थापित गांधी विद्या संस्थान परिसर (गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ स्टडीज) को खाली करा दिया गया है। 

आरोप है कि इसके दरवाज़ों पर लगे ताले तोड़ दिए गए और बाद में इसे इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के हवाले कर दिया गया। वरिष्ठ पत्रकार राम बहादुर राय इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के मुखिया हैं। 

इस मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति आलोक माथुर ने सर्व सेवा संघ के विवाद के बाबत 16 मई 2023 को फैसला सुनाते हुए वाराणसी के कलेक्टर को निर्देश दिया है कि वह दो महीने के भीतर समूचे अभिलेखों की जांच करें और जिस जगह सर्व सेवा संघ स्थापित है, अगर वह ज़मीन उसी संस्था की है तो उसे लौटा दें।

फिलहाल बनारस के कमिश्नर कौशल राज शर्मा के निर्देश पर इलाकाई मजिस्ट्रेट आकांक्षा सिंह 15 मई 2023 को भारी पुलिस फोर्स के साथ सर्व सेवा संघ परिसर में पहुंचीं और गांधी विद्या संस्थान, लाइब्रेरी और निदेशक भवन का ताला तुड़वाकर इन तीनों इमारतों को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के हवाले कर दिया गया। 

दावा है कि तीनों ही इमारतें सर्व सेवा संघ की हैं, जिन्हें कई दशक पहले गांधी विद्या संस्थान चलाने के लिए विधिक रूप से आवंटित किया गया था। गांधी विद्या संस्थान का ताला तोड़ने के दौरान सर्व सेवा संघ के कार्यक्रम संयोजक राम धीरज एवं जेपी समर्थकों की मजिस्ट्रेट आकांक्षा सिंह से तीखी बहस भी हुई।

जेपी समर्थकों का आरोप है कि मजिस्ट्रेट आकांक्षा सिंह ने किसी को न कोई आदेश दिखाया और न ही मौके पर कोई प्रतिलिपि चस्पा कराई। 

मजिस्ट्रेट ने बनारस के कमिश्नर कौशल राज शर्मा के आदेश का हवाला देते हुए गांधी विद्या संस्थान के सभी कमरों का ताला तुड़वा डाला। साथ ही नया ताला लगवाकर संस्थान के परिसर को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के हलाले कर दिया।

बता दें कि यह वह संस्थान है जिसकी स्थापना साल 1961-62 में लोकमान्य जयप्रकाश नारायण की पहल पर डॉ. संपूर्णानंद, शंकर राव देव, के. अरुणाचलम, ईवि आर्यानायकम और नबोकिरण चौधरी ने कराई थी।

सर्व सेवा संघ के कार्यक्रम संयोजक राम धीरज कहते हैं, “बीजेपी के अनुसांगिक संगठन विद्यार्थी परिषद से ताल्लुक रखने वाले पत्रकार राम बहादुर राय का आरएसएस से गहरा जुड़ाव और सहानुभूति है। 

राम धीरज यह भी कहते हैं कि वर्तमान सरकार ने जेपी की विरासत को समाप्त करने का काम किया। वह दिन दूर नहीं, जब वो सर्व सेवा संघ से महात्मा गांधी, विनोवा भावे और जेपी की धरोहरों को मिटा देंगे। 

वह कहते हैं, 'गांधी विद्या संस्थान' परिसर के बाद समूचे सर्व सेवा संघ परिसर को बीजेपी के अनुषंगिक संगठनों के हवाले करने की तैयारी है। यह हाल तब है जब इलाहाबाद हाईकोर्ट, वाराणसी के कलेक्टर को निर्देश दे चुका है कि वह अभिलेखों की जांच करें और अगर वह जगह सर्व सेवा संघ की है तो उसे दो महीने के अंदर लौटा दें। 

रामधीरज का कहना है कि इस संस्थान को किसी दूसरी संस्था को सौंपना विधि विरुद्ध है। कहा कि "राजघाट में जयप्रकाश नारायण की विरासत को लुटने से बचाने के लिए हम उपवास और धरना दे रहे हैं और न्याय मिलने तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा।"