राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रतापगढ़ नगर के वीर सावरकर बस्ती में विजयादशमी उत्सव।
इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रतापगढ़ के जिला कार्यवाह श्री हेमंत कुमार ने किया तथा मुख्य वक्ता के रूप में प्रतापगढ़ विभाग के विभाग प्रचार प्रमुख प्रभा शंकर पाण्डेय उपस्थित रहे।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रतापगढ़ नगर के वीर सावरकर बस्ती में विजयादशमी उत्सव।
डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क
प्रतापगढ़, 14 अक्टूबर।
इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रतापगढ़ के जिला कार्यवाह श्री हेमंत कुमार ने किया तथा मुख्य वक्ता के रूप में प्रतापगढ़ विभाग के विभाग प्रचार प्रमुख प्रभा शंकर पाण्डेय उपस्थित रहे।
शताब्दी वर्ष के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रतापगढ़ विभाग के विभाग प्रचार प्रमुख प्रभा शंकर पाण्डेय ने अपने उद्बोधन में कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की 100 वर्ष की यात्रा पूर्ण हो चुकी है वास्तव में इस 100 वर्ष के कालखंड में पूरे हिंदुस्तान को सांस्कृतिक, आध्यात्मिक एवं विश्व कल्याण की भावना को दृष्टिगत रखते हुए समूचे राष्ट्र को समग्र दृष्टि से समृद्ध करने का कार्य किया है।
उन्होंने कहा कि आजादी के पूर्व बिखरे हुए समाज को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने संगठित करने का प्रयास किया है, जिसका परिणाम रहा है कि पूरे हिंदुस्तान में प्रतिदिन एक घंटे की शाखा के माध्यम से हम प्रत्येक व्यक्ति के अंदर उसे राष्ट्र प्रेम की भावना से हृदयंगम करने का प्रयास करते हैं जिससे हमारा राष्ट्र चतुर्दिक दृष्टिकोण से समृद्धशाली बना रहे और राष्ट्र का गौरव चिरकाल तक स्थाई रहे तथा यह राष्ट्र अपने परम वैभव को प्राप्त करे।
त्रेता युग में भगवान राम ने भी 14 वर्ष के वनवास के कालखंड में मानव ही नहीं वानर भालू का भी संगठन किया था और यही नहीं उनकी सेवा का अनुशासन उच्च कोटि का था और उनके कार्य एवं दायित्व का नियोजन भी गुणवत्तापरक था। यही सब कारण था कि भगवान राम ने रावण जैसे आतताई को परास्त किया तथा ऋषियों और मुनियों की बाधा रहित तपस्या का मार्ग प्रशस्त किया।
उन्होंने कहा कि हम सबको आज इस अवसर पर यह संकल्प लेना चाहिए कि अपने अंदर के रावण रूपी अहंकार का परित्याग कर परोपकाररूपी भावना को प्रस्फुटित करते हुए अपने राष्ट्र की उन्नति के लिए अग्रसर होना चाहिए तभी हमारा राष्ट्र वैभवशाली बन सकता है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने शताब्दी वर्ष के अवसर पर पांच मुख्य विषयों को लेकर पूरे समाज में आमूल चूल परिवर्तन करने का वीणा उठाया आज हमारा परिवार बिखर रहा है बसुधैव कुटुंबकम की भावना का अभाव दिख रहा है इस प्रकार हमारे कुटुंब की संरचना एवं उसकी संस्कृति समृद्ध होनी चाहिए। नागरिक कर्तव्य, पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक समरसता एवं स्व का जागरण जैसे विषय भी समाज के अंदर हर व्यक्ति के मन मस्तिष्क और उनकी दिनचर्या का अंग होना चाहिए। क्योंकि जब राष्ट्र का प्रत्येक व्यक्ति अपने-अपने नागरिक कर्तव्य का, अपने-अपने दायित्व का विधि पूर्वक व राष्ट्र की नैतिकता के आधार पर निर्वहन करेंगे तो निश्चित रूप से वह देश समृद्ध और पूरी दुनिया को दिशा देने का काम करेगा।
इस अवसर पर नगर कार्यवाह अंकित, धीरज, नगर व्यवस्था प्रमुख शिवकुमार, बृजेंद्र सिंह, मनीष रावत आदि उपस्थित रहे।