माधव नगर के महर्षि दयानंद विद्यालय परिसर में विजयादशमी उत्सव एवं पथ संचलन का भव्य आयोजन।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, न्याय नगर बस्ती (भारद्वाज शाखा), माधव नगर, भाग प्रयाग दक्षिण द्वारा विजयादशमी उत्सव एवं पथ संचलन का आयोजन किया गया।

माधव नगर के महर्षि दयानंद विद्यालय परिसर में विजयादशमी उत्सव एवं पथ संचलन का भव्य आयोजन।
डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क
प्रयागराज, 2 अक्टूबर।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, न्याय नगर बस्ती (भारद्वाज शाखा), माधव नगर, भाग प्रयाग दक्षिण द्वारा विजयादशमी उत्सव एवं पथ संचलन का आयोजन किया गया।
उक्त कार्यक्रम 2 अक्टूबर 2025 को महर्षि दयानंद विद्यालय परिसर, माधव नगर में बड़े ही उत्साह और धूमधाम से संपन्न हुआ।
कार्यक्रम का शुभारंभ शस्त्र पूजन से हुआ।
मुख्य वक्ता सह प्रांत कार्यवाह श्रीमान रासबिहारी जी (काशी प्रांत) ने अपने उद्बोधन में संघ के शताब्दी वर्ष का महत्व बताते हुए कहा कि संघ की स्थापना विजयादशमी के दिन 1925 में हुई थी और तब से संघ देश की एकता, अखंडता, हिंदू समाज के उत्थान तथा व्यक्ति निर्माण के कार्य में निरंतर संलग्न है।
उन्होंने भगवान श्रीराम द्वारा रावण वध के माध्यम से अच्छाई की बुराई पर विजय का संदेश भी दिया।
कार्यक्रम मे विशेष उपस्थिति माननीय नगर संघचालक श्रीमान विजय जी ने दिया, जिन्होंने कार्यक्रम की अध्यक्षता किया।
श्री आर.के. शुक्लाजी, सेवानिवृत्त महाप्रबंधक (भारतीय यंत्र निगम), भी विशिष्ट अतिथि के रूप से उपस्थित रहे।
आयोजन का संचालन नगर कार्यवाह श्री उग्रसेन जी ने किया। इस अवसर पर डॉ. पंकज जी, श्री भारतेंदु जी, श्री देवेश जी, श्री राम जी, श्री संजीव जी, श्री शरद जी, राकेश जी तथा भाग शारीरिक प्रमुख श्री विवेक जी की उपस्थिति रही।
कार्यक्रम को सफल बनाने में श्रीमान ओमजी और श्रीमान उमेश जी की मुख्य भूमिका रही, जिनके सक्रिय सहयोग से पूरे आयोजन की व्यवस्था और अनुशासन का विशेष रूप से निर्वहन हुआ।
शस्त्र पूजन के उपरांत स्वयंसेवकों का अनुशासित पथ संचलन निकाला गया। यह संचलन महर्षि दयानंद विद्यालय से प्रारंभ होकर पृथ्वीपाल चौराहा से होते हुए विक्रम पाल जी का आवास, कंधईपुर चौराहा, बी.आर. मेमोरियल स्कूल, कोड़रा गांव मोड़, मुनीश जी का आवास, आदित्य जी का आवास, उमाकांत जी का आवास, कृपाशंकर जी का आवास, संजय जी का आवास, संजीव जी का आवास, भारतेंदु जी का आवास से गुजरते हुए अंत में ओमजी के आवास पर संपन्न हुआ।
पथ संचलन के दौरान मार्ग में माताएं-बहनें पुष्पवर्षा करती रहीं और बच्चे भारत माता की जय के नारे लगाते हुए स्वयंसेवकों का उत्साहवर्धन करते रहे। पूरा मार्ग “भारत माता की जय” और “वंदे मातरम्” के नारों से गूंज उठा।