आज 12:00 बजे जीपीओ गांधी प्रतिमा पर नगर के पत्रकारों का जमावड़ा।
वरिष्ठ पत्रकार सुशील अवस्थी राजन पर हुए प्राणघातक हमले पर 72 घंटे बाद भी कोई ठोस कार्रवाई न होने पर आक्रोशित पत्रकार साथी महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने सांकेतिक प्रदर्शन करेंगे।

आज 12:00 बजे जीपीओ गांधी प्रतिमा पर नगर के पत्रकारों का जमावड़ा।
डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
प्रधान सम्पादक, ग्लोबल भारत न्यूज
लखनऊ, 22 नवम्बर।
वरिष्ठ पत्रकार सुशील अवस्थी राजन पर हुए प्राणघातक हमले पर 72 घंटे बाद भी कोई ठोस कार्रवाई न होने पर आक्रोशित पत्रकार साथी महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने सांकेतिक प्रदर्शन करेंगे।

उल्लेखनीय है कि 18 की रात 11:00 बजे पत्रकार सुशील अवस्थी राजन पर हुए प्राण घातक हमले के बाद अभी तक मुख्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
यह प्रदर्शन किसी संगठन और समिति के बैनर में नहीं बल्कि प्रदेश के तमाम मान्यता प्राप्त प्रिंट मीडिया इलेक्ट्रॉनिक चैनल और छाया कारों का सुशील अवस्थी राजन को न्याय दिलाने के लिए किया जा रहा है।
राजधानी की पुलिस द्वारा 72 घंटे बीच जाने के बाद पुलिस कमिश्नर और डीजीपी के आश्वासन के बाद भी अभियुक्तों की गिरफ्तारी न होना चिंता का विषय है।
सभी पत्रकार न्याय के लिए जीपीओ पर धरने में बैठेंगे और सुशील अवस्थी राजन पर हुए प्राण घातक हमले के मुख्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी की मांग करेंगे।
पत्रकार साथियों का कहना है कि खबर लिखने पर अगर पत्रकार को जान से मारने का प्रयास किया जाए तो यह बहुत ही निंदनीय घटना है। आज सवाल सुशील अवस्थी राजन का नहीं है बल्कि सभी पत्रकारों की सुरक्षा का है।
घर से बुलाकर सुशील अवस्थी राजन को जिस तरह पीटा गया वह पूरे पत्रकार जगत के लिए चिंता का विषय है।
सुशील अवस्थी राजन को गंभीर हालत में उन्हें लोग बंधु अस्पताल में भर्ती कराया गया। सरकार के बड़े लोग देखने आए लेकिन उन्होंने सिर्फ आश्वासन दिया और असली कार्रवाई नहीं हुई। हम सभी पत्रकार साथी क्या इसी तरह मार खाते रहेंगे। और कानून अपना काम नहीं करेगा। यह सवाल बहुत ही चिंतनीय है।
वरिष्ठ साथियों का कहना है कि सरकार को हम सभी पत्रकार साथी बता देना चाहते हैं ना हम टूटेंगे ना हम झुकेंगे ना हम डरेंगे जब तक अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं होगी तब तक हम लोग चुप नहीं बैठेंगे। यह आज सवाल एक सुशील अवस्थी राजन का नहीं है यह सवाल हम सभी पत्रकारों की सुरक्षा का है।
घर से बुलाकर मारना और सड़क पर फेंक देना और अभी तक गिरफ्तारी न करना उच्च अधिकारियों द्वारा सिर्फ कोरा आश्वासन देना, यह हम सब पत्रकारों के लिए एक चिंता का विषय है। यह एक उत्तर प्रदेश सरकार के पत्रकारों की सुरक्षा के दावों को खोखला साबित करता है।
लगभग 75 घंटे हो गए है सिर्फ दिखाने के लिए पुलिस कमिश्नर पुलिस महानिदेशक आश्वासन देते रहे और कार्रवाई नहीं की। सभी इस पूरे प्रकरण को दबाने में लगे हैं। हम समस्त पत्रकार साथी आज अपनी ताकत का इजहार भी करेंगे।
सभी पत्रकार साथियों से अपील की गई है कि ठीक 12:00 बजे जीपीओ गांधी प्रतिमा अवश्य पहुंचें। यह हमारी परीक्षा है एकता की, यह हमारी एक अग्नि परीक्षा है। सरकार भी यह देखे कि हम लोग सब एक हैं। क्योंकि यह प्रदर्शन किसी भी संगठन और बैनर का नहीं बल्कि प्रदेश के तमाम पत्रकारों की एकजुटता का है।
जीपीओ गांधी प्रतिमा स्थल पर किसी संगठन का बैनर और समिति का बैनर नहीं होगा। शांति पूर्ण ढंग से सांकेतिक धरना दिया जाएगा।



