डीएम ने शेल्टर होम अचलपुर, अचलपुर वार्ड, वृद्धाआश्रम, वन स्टाप सेन्टर, शिशु बालगृह एवं प्रयास राजकीय अक्षम विद्यालय का किया निरीक्षण

अचलपुर वार्ड के निरीक्षण में जिनके पास आवास व शौचालय नही था तत्काल आवश्यक कार्यवाही का जिलाधिकारी ने दिया निर्देश
गौरव तिवारी जिला संवाददाता प्रतापगढ़।
प्रतापगढ़। जिलाधिकारी शिव सहाय अवस्थी ने शेल्टर होम अचलपुर, अचलपुर वार्ड, वृद्धाआश्रम, वन स्टाप सेन्टर, शिशु बालगृह शुकुलपुर एवं प्रयास राजकीय अक्षम विद्यालय बढ़नी का निरीक्षण किया। शेल्टर होम के निरीक्षण में जिलाधिकारी ने शेल्टर होम के प्रबन्धक श्याम शंकर से शेल्टर होम में लोगो दी जाने वाली सुविधाओं की जानकारी ली, ईओ नगर पालिका परिषद द्वारा बताया गया कि शेल्टर होम डूडा विभाग द्वारा बनाया गया था जिसका संचालन नगर पालिका परिषद के माध्यम से कराया जा रहा है।
निरीक्षण के दौरान शेल्टर होम में कुम्भ की ड्यिटी में लगे पीएसी बल के जवान शेल्टर होम में ठहरे हुये थे, जिलाधिकारी ने पीएसी बल के जवानों से खान-पान आदि की जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान दीवालों में शीलन थी जिस पर निर्देशित किया गया कि इंजीनियर को बुलाकर चेक कराया जाये और साफ-सफाई, रंगाई पुताई बेहतर ढंग से करायी जाये। इसके उपरान्त अचलपुर वार्ड की गलियों का निरीक्षण किया और निरीक्षण के दौरान लोगों की समस्यायें सुनी और ईओ को निर्देशित किया गया कि जिनके पास आवास और शौचालय की सुविधा नही है उनको तत्काल आवश्यक कार्यवाही करते हुये लाभान्वित करायें। इस दौरान वार्ड में सफाई कर्मियों द्वारा नालियों और चकरोड की सफाई की जा रही थी जिस पर उनके वेतन के सम्बन्ध में जानकारी ली तो बताया गया कि वेतन समय से मिल जाता है।
इसके उपरान्त जिलाधिकारी ने वृद्धाआश्रम का निरीक्षण किया और वृद्धाआश्रम के प्रबन्धक अमितेश मिश्रा वृद्धजनों को मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी ली तो बताया गया कि 84 वृद्धजन पंजीकृत है और मौके पर 78 वृद्धजन है जिनमें 55 पुरूष एवं 23 महिलायें है। इस दौरान वृद्धाआश्रम में निवास कर रहे वृद्धजनों से उनके स्वास्थ्य, मिलने वाली सुविधाओ, खान-पान आदि की जानकारी प्राप्त की, एक वृद्धजन वृद्धाआश्रम से अपने घर वापस जाना चाह रही है जिस पर जिलाधिकारी ने जिला समाज कल्याण अधिकारी को निर्देशित किया कि वृद्ध महिला को सुव्यवस्थित तरीके से एक कर्मचारी के साथ उनके आवास तक भेजने की व्यवस्था की जाये। जिला समाज कल्याण अधिकारी को निर्देशित किया गया कि सीएमओ को पत्र भेजकर वृद्धाआश्रम में वृद्धजनों का महीने में दो बार मेडिकल टीम आकर स्वास्थ्य परीक्षण करें और निःशुल्क दवा उपलब्ध करायी जाये और इसकी रिपोर्ट दी जाये। वृद्धजनों के मनोरंजन के लिये भजन, कीर्तन के कार्य कराये जाये।
वृद्धजनों को उनकी आवश्यकता के अनुसार कपड़ा, जूता, चप्पल आदि की सुविधा मुहैया करायी जाये। वृद्धाआश्रम में साक्षी मिश्रा कार्मिक से वेतन मिलने सम्बन्धी जानकारी ली गयी तो बताया गया कि 8 हजार रूपये मिलता है जिस पर जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि कार्मिक का वेतन 10 हजार किया जाये। वृद्धाआश्रम में यदि किसी भी प्रकार की समस्या आये तो अवगत कराया जाये।
इसके उपरान्त जिलाधिकारी ने भुलियापुर में स्थापित वन स्टाप सेन्टर का निरीक्षण किया। वन स्टाप सेन्टर के आस-पास कूड़ा पाया गया जिस पर तत्काल ईओ नगर पालिका को डस्टबीन रखवाने हेतु निर्देशित किया। केन्द्र प्रशासक वन स्टाप सेन्टर नीरजा कुमारी को निर्देशित किया गया कि वन स्टाप सेन्टर में साफ-सफाई की व्यवस्था बेहतर करें। निरीक्षण के दौरान वन स्टाप सेन्टर में हिंसा से पीड़ित एक महिला पायी गयी जिस पर जिलाधिकारी ने पीड़ित महिला से प्रकरण की जानकारी प्राप्त की। केन्द्र प्रशासक को निर्देशित किया गया कि वन स्टाफ सेन्टर के टोल फ्री नम्बर 181 का अधिक से अधिक प्रचार प्रसार किया जाये जिससे हिंसा से प्रभावित महिलाओं को एक ही छत के नीचे एकीकृत सहयोग और सहायता मिल सके। वन स्टाप सेन्टर पर महत्वपूर्ण अधिकारियों के मोबाइल नम्बर चस्पा किये जाये जिससे कोई भी समस्या आने पर सूचित किया जा सके। वन स्टाप सेन्टर में विद्यालयों की छात्राओं का भ्रमण कराया जाये जिससे वह जागरूक हो सके। थानों में हिंसा से पीड़ित महिलाओं को वेन स्टाफ सेन्टर भेजा जाये।
इसके उपरान्त शिशु बालगृह शुकुलपुर के निरीक्षण का किया गया जहां पर 0 से 10 वर्ष के अनाथ बच्चे रहते है। शिशु बालगृह के प्रबन्धक अरविन्द ने बताया कि इस समय शिशु बालगृह में 07 बच्चे रह रहे है, जिन्हें भिन्न-भिन्न स्थानों पर पाया गया था। शिशु बालगृह में रह रहे बच्चों से जिलाधिकारी ने वार्ता की। शिशु बालगृह के साफ-सफाई को बेहतर करने व पेड़-पौधे लगाये जाने के निर्देश दिये गये। प्रबन्धक को निर्देशित किया गया कि शिशु बालगृह जो भी कमियां एवं आवश्यकतायें है उसको अवगत करा दें जिससे व्यवस्थायें करायी जा सके।
इसके उपरान्त प्रयास राजकीय अक्षम विद्यालय बढ़नी का निरीक्षण किया गया। जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी मनीष कुमार मिश्रा ने बताया कि 08 नवम्बर 2023 को अक्षम विद्यालय भवन पूर्ण हुआ था, जिस पर जिलाधिकारी ने भवन की स्थिति देखकर कड़ी नाराजगी व्यक्त की और तत्काल सम्बन्धित कार्यदायी संस्था से वार्ता कर वस्तुस्थिति से अवगत कराने का निर्देश दिया। विद्यालय में बच्चों के लिये बनाये गये भोजन की गुणवत्ता को देखा गया जिसमें चावल ठीक ढंग से नही बना था उसमें सुधार लाने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि विद्यालय की साफ-सफाई बेहतर करें, मिट्टी के गुणवत्ता की जांच करायी जाये जिससे पता चल सके कि इस मिट्टी में कौन से पौधा लगाने हेतु उपयुक्त होगा इसके सम्बन्ध में अवगत कराया जाये। इस दौरान बच्चों को दिये जाने वाली भोजन तालिका का अवलोकन किया और निर्देशित किया कि बच्चों को दोनो समय भोजन में दाल दिया जाये। विद्यालय में पंजीकृत बच्चे 28 है और मौके पर 16 बच्चे उपस्थित है, यहां पर 17 अध्यापकों को स्टाफ है जिसमें से 05 की नियुक्ति है और अन्य स्टाफ खाली है। इस दौरान जिलाधिकारी ने दिव्यांग निदेशालय में उच्चाधिकारी से वार्ता की तो बताया गया कि आउटसोर्सिंग पर अध्यापक रखने की प्रक्रिया चल रही है। जिलाधिकारी ने इस दौरान विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों के कक्षों का निरीक्षण किया गया और पठन पाठन, मिल रही सुविधाओं की जानकारी ली। विद्यालय की साफ-सफाई हेतु आउटसोर्सिंग पर कर्मचारी रखे जाये। निरीक्षण के दौरान जिला समाज कल्याण अधिकारी नागेन्द्र कुमार मौर्य, जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी मनीष कुमार मिश्रा, ईओ नगर पालिका परिषद बेल्हा राकेश कुमार उपस्थित रहे।