चिकित्सक समेत 5 के खिलाफ सामुहिक बलात्कार और हत्या का केस दर्ज
आधी रात आईजी ने किया घटनास्थल का निरीक्षण बाजार मे दूसरे दिन भी सन्नाटा

चिकित्सक समेत 5 के खिलाफ सामुहिक बलात्कार और हत्या का केस दर्ज, आधी रात को पहुंचे आइजी ने किया घटनास्थल का निरीक्षण
दलित युवती की मौत पर प्रतापगढ़ में बवाल,पत्थरबाजी में सीओ समेत 11 पुलिसकर्मी घायल ,मौके पर हुआ हंगामा, दूसरे दिन भी बाजार में पसरा रहा सन्नाटा
प्रतापगढ़। प्रतापगढ़ जिले के दुर्गागंज बाजार मे प्राइवेट हॉस्पिटल में काम करने वाली दलित युवती संदिग्ध परिस्थितियों मौत पर जमकर बवाल हो गया। परिजनों ने सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या का आरोप लगाया है। इसको लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया।पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठी चार्ज किया तो ग्रामीण उग्र हो गए और पत्थरबाजी शुरू कर दी। जिसमे सीओ समेत 11 पुलिसकर्मी और कई ग्रामीण भी घायल हो गये थे। इसके पहले की मामला और बिगड़ता प्रशासन ने भारी संख्या मे पुलिस बल तैनात कर हालात को नियंत्रण मे लिया। मौके पर एसपी प्रतापगढ़ स्वयं पंहुचे और पीड़ित परिवार से मिलकर मामले की निष्पक्ष जाँच का भरोसा दिलाया।
क्या है पूरा मामला जिस पर हुआ हंगामा
दुर्गागंज बाजार की एक युवती पास के ही मां मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल पर काम करती थी।शुक्रवार को युवती की मौत के बाद जमकर बवाल हुआ।प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों पर लाठी चलाने के बाद स्थिति बेकाबू हो गई।आक्रोशित भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया।सीओ रानीगंज विनय प्रभाकर साहनी समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। घटना के बाद पूरा इलाका पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है।
मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार रात 11 बजे कोमल नाम की दलित युवती की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। परिजनों को अस्पताल से फोन कर बुलाया गया,लेकिन जब मां हीरावती वहां पहुंचीं तो कुछ लोगों ने उन्हें रोकने की कोशिश किया। कुछ देर बाद एंबुलेंस से शव गांव भेजने का प्रयास किया गया लेकिन ग्रामीणों ने एंबुलेंस को रोक लिया। जब परिजनों ने शव देखा तो युवती के शरीर पर चोटों के कई निशान थे और कपड़े भी फटे हुए थे,जिससे संदेह गहरा गया। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन,डॉक्टर अमित पांडेय,कर्मचारी सुनील कुमार,विद्यासागर,शहबाज और दाई मनोरंमा देवी पर साजिश के तहत सामूहिक दुष्कर्म और हत्या का आरोप लगाया। देखते ही देखते युवती की मौत से नाराज ग्रामीणों और परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। पुलिस जब शव को कब्जे में लेने पहुंची तो लोगों ने विरोध जताया। पुलिस ने जब हल्का बल प्रयोग किया तो ग्रामीण और उग्र हो गए और पुलिस पर पथराव शुरू हो गया।
इस पथराव में रानीगंज के सीओ विनय प्रभाकर साहनी समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।बढ़ते तनाव को देखते हुए गांव में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। परिजन और ग्रामीण आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी और न्याय की मांग पर अड़े रहे।
पुलिस अधीक्षक के आश्वासन पर मामला हुआ शांत
हंगामा, पथराव और उपद्रव की घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार ने मौके पर पहुंचकर परिजनों से बातचीत की और निष्पक्ष जांच का भरोसा दिया। देर शाम 5 आरोपी अस्पताल प्रबंधन,डॉक्टर अमित पांडेय,कर्मचारी सुनील कुमार,विद्यासागर,शहबाज और दाई गनोर्मा देवी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया और जांच के लिए विशेष टीमें गठित कर दी गयी है। पुलिस का कहना है जल्दी ही आरोपिओं की गिरफ्तारी कर ली जाएगी।
वहीं शुक्रवार को आधी रात को आईजी प्रेम प्रकाश गौतम दुर्गागंज पहुंचकर घटनास्थल का जायजा लिया ।उन्होंने परिजनों से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बधाते हुए निष्पक्ष जांच करने का आश्वासन दिया।