मुनीश्वर दत्त पीजी कॉलेज प्रतापगढ़ में राजभाषा, राष्ट्रभाषा हिंदी पखवाड़ा का आयोजन सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम के संयोजक डॉ. अरुण कुमार मिश्र और प्रमुख संयोजक डॉ. सौरभ पांडेय रहे। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के विभाग प्रचारक ओम प्रकाश रहे।

मुनीश्वर दत्त पीजी कॉलेज प्रतापगढ़ में राजभाषा, राष्ट्रभाषा हिंदी पखवाड़ा का आयोजन सम्पन्न हुआ।
डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क
प्रतापगढ़, 23 सितम्बर।
कार्यक्रम के संयोजक डॉ. अरुण कुमार मिश्र और प्रमुख संयोजक डॉ. सौरभ पांडेय रहे। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के विभाग प्रचारक ओम प्रकाश रहे।
विशिष्ट अतिथि भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य श्री शिव प्रकाश मिश्र ‘सेनानी, नई दिल्ली बार एसोसिएशन के पूर्व उपाध्यक्ष आलोक कुमार पांडेय, तथा संस्था के प्रबंधक आनंद कुमार पांडेय रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर शैलेंद्र कुमार मिश्र ने किया।
मुख्य अतिथि विभाग प्रचारक ओमप्रकाश ने हिंदी को भारतीय संस्कृति और राष्ट्र के उत्थान से जोड़ा। वैश्विक स्तर पर हिंदी के प्रयोग को लेकर छात्र-छात्राओं प्रबुद्ध लोगों का आह्वान किया कि वह मातृभाषा हिंदी का सम्मान करें।
उन्होंने कहा कि राष्ट्र का सम्मान करें, हिंदी को अपने अंदर महसूस करें और स्वयं को हिंदी के अंदर महसूस करें। भारत परम वैभव पर तभी पहुंचेगा,जब भाषा को हम अपनी राष्ट्रीय अस्मिता स्वाभिमान सम्मान से जोड़ें। अति
विशिष्ट अतिथि श्री आलोक कुमार पांडेय ने राजभाषा, राष्ट्रभाषा और संपर्क भाषा के रूप में हिंदी पर विस्तृत प्रकाश डाला।
उन्होंने अरुणाचल प्रदेश,असम, मेघालय, नागालैंड, त्रिपुरा आदि राज्यों की यात्रा के क्रम में यह बताया कि हिंदी को संपर्क भाषा के रूप में किस प्रकार से वहां जोड़ा जाता है और प्रयोग किया जा रहा है। इसी तरह दिल्ली में बार के उपाध्यक्ष पद पर रहते हुए
उन्होंने यह भी बताया कि संविधान सभा में हिंदी के प्रयोग को लेकर और दिल्ली के आसपास के प्रदेशों में न्यायालय में हिन्दी की उपादेयता को लेकर आश्वस्त हैं।
विशिष्ट अतिथि शिव प्रकाश मिश्र ‘सेनानी’ ने जन–जीवन में हिंदी की व्यापकता को लेकर उत्साह वर्धन किया। जन-जन को जोड़ने की भाषा बताया। आम जन के लोगों को उसे जोड़ने का आह्वान किया। हिंदी के अनुप्रयोगों पर प्रसन्नता व्यक्ति की और लोगों का आभार व्यक्त किया।
प्राचार्य डॉ शैलेन्द्र मिश्र ने अतिथियों का स्वागत करते हुए हिन्दी की गौरवशाली परम्परा पर अपना विचार व्यक्त किया | इस अवसर अतिथियों द्वारा मेधावी विद्यार्थियों के लिए पुरस्कार प्रस्तावित किए गए जिसकी घोषणा प्राचार्य द्वारा की गयी।
उन्होंने कहा कि महाविद्यालय के सभी संकाय के मेधावी विद्यार्थियो को प्रतिवर्ष ‘पं चन्द्रमणि पांडेय ‘चन्द्र’ सम्मान, ‘श्रीमती सरस्वती देवी शिवप्रसाद पांडेय सम्मान’, पं चन्द्रदत्त सेनानी सम्मान प्रदान किया जाएगा |
कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा हिंदी विभाग के प्रोफेसर डॉ अरुण कुमार मिश्र द्वारा लिखित पुस्तक ‘रामचरितमानस में तुलसी का प्रकृति चिंतन’ पुस्तक का विमोचन किया गया |
इस अवसर पर प्रोफेसर उषा तिवारी- हिंदी विभागाध्यक्ष, प्रोफेसर रमेश चंद्र शुक्ल हिंदी विभाग, सहायक प्रोफेसर डॉ. रेखा मिश्रा, हिंदी विभाग, एवं सहायक प्रोफेसर हिंदी डॉ.अरुण कुमार, सहायक प्रोफेसर डॉ. कमलाकांत त्रिपाठी- दर्शन शास्त्र, प्रोफेसर छवि नारायण पांडेय- विभागाध्यक्ष कॉमर्स, डॉ.डी.के. पांडेय विभागाध्यक्ष गणित, डॉ.सीमा त्रिपाठी विभागाध्यक्ष अंग्रेजी, डॉ. पूनम पांडे विभागाध्यक्ष समाजशास्त्र, प्रोफेसर राजीव मालवीय- विभागाध्यक्ष शिक्षा शास्त्र, डॉ संजय कुमार दुबे- सहायक प्रोफेसर शिक्षा शास्त्र, गिरजा शंकर मिश्र, डॉ रंगनाथ शुक्ल, रुचि केसरवानी, रमेश पटेल, प्रमिला शुक्ल, पिंकी दयाल, अनीता पांडेय, पूनम इंसान, दिनेश अग्रहरि, अश्विनी पांडेय आदि उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापकों का सम्मान किया गया | डॉ अरुण कुमार मिश्र ने आभार व्यक्त किया और डॉ सौरभ पांडेय ने संचालन किया।