(कुंडा, प्रतापगढ़)। हथिगवां थाना क्षेत्र के गोपालगंज शाहपुर में मवेशियों से फसल बचाने के लिए खेत में लगाई बाड़ में उतरे करंट की चपेट में आने से चाचा-भतीजे की मौत हो गई। होली के दिन चाचा-भतीजे की मौत से पूरे गांव में मातम पसर गया। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
oplus_2हथिगवां थाना क्षेत्र के गोपालगंज शाहपुर निवासी 65 वर्षीय श्रीपाल भूमिहीन था। उसका परिवार बटाई पर जमीन लेकर खेती करता है। श्रीपाल ने शाहपुर गांव निवासी माताफेर का खेत बटाई पर लिया था। होली के दिन शुक्रवार देरशाम वह सिंचाई करने रामकिशोर के 22 वर्षीय बेटे अपने भतीजे रवि कुमार के साथ गया था। उसके खेत से पहले मवेशियों से फसल बचाने को लोहे के तार की बाड़ में करंट लगाया गया था। नलकूप चलाने के बाद महादेव खेत के पास पहुंचा बाड़ में उतरे करंट की चपेट में आकर गिर गया। यह देख भतीजा रवि कुमार उसे बचाने दौड़ा तो वह भी करंट की चपेट में आ गया। मौके पर पहुंचे खेत मालिक बगैर परिजनों को खबर दिए दोनों को सीएचसी ले गए। सीएचसी में डाक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। दोनों की मौत की खबर मिलते ही रोते विलखते परिजन सीएचसी पहुंचे तो खेत मालिक पर आरोप लगाने लगे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार अजय कुमार सिंह से मृतक के परिजनों ने खेत मालिक की लापरवाही की शिकायत की। नायब तहसीलदार ने परिजनो को ढांढ़स बंधाया। मृतक श्रीपाल दो भाइयों में था। उसकी शादी नहीं हुई थी। वह अपने भाई के परिवार के साथ ही रहता था। रवि चार भाइयों, पांच बहनों में तीसरे नम्बर का था। वह भी अविवाहित था। होली के दिन चाचा-भतीजे की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया। गांव के लोग भी होली खेलना बंद कर उसके घर पहुंच गए।