त्रिवेणी, हरिशंकरी और पंचवटी का पौधारोपण किया गया।
पंचवटी विकास समिति लालगंज, रायबरेली और सद्भावना फाउण्डेशन के संयुक्त तत्वावधान में 'सद्भावना आश्रम' छतऊपुर परिसर में त्रिवेणी, हरिशंकरी तथा पंचवटी पौधारोपण कार्य संपन्न किया गया।

त्रिवेणी, हरिशंकरी और पंचवटी का पौधारोपण किया गया।
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क
प्रतापगढ़, 19 अक्टूबर।
पंचवटी विकास समिति लालगंज, रायबरेली और सद्भावना फाउण्डेशन के संयुक्त तत्वावधान में ‘सद्भावना आश्रम’ छतऊपुर परिसर में त्रिवेणी, हरिशंकरी तथा पंचवटी पौधारोपण कार्य संपन्न किया गया।

प्रतापगढ़ जनपद के प्रमुख शिक्षाविद और ‘सद्भावना फाउण्डेशन’ के संस्थापक डॉ. शक्ति कुमार पाण्डेय ने लालगंज अझारा के निकट अपने सद्भावना आश्रम, छतऊपुर में ‘पंचवटी और त्रिवेणी’ पौधारोपण के अवसर पर उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि भयंकर भूमंडलीय ताप वृद्धि से पृथ्वी के पारितंत्र में अभूतपूर्व संकट उत्पन्न हो गया है। इसके कारण जन्तु और वनस्पति जगत को अपूरणीय क्षति हो रही है, जलस्रोत सूख रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हिमनद पिघलने की गति इतनी बढ़ गई है कि उनके अस्तित्व पर ही संकट उत्पन्न हो गया है।
डा० पाण्डेय ने बताया कि वर्ष 2024 में गर्मी के दिनों की संख्या 41 दिन बढ़ गई थी, जिसके 57 दिन तक बढ़ जाने का वैज्ञानिकों को अनुमान है। इनसे उत्पन्न समस्याओं के निदान के लिए अधिकाधिक वनाच्छादन कर वृक्षों को संरक्षित करना ही एकमेव निदान है।
उन्होंने बताया कि पंचवटी विकास समिति द्वारा इस दिशा में किया जा रहा प्रयास सराहनीय है। संस्था द्वारा पंचवटी, त्रिवेणी और हरिशंकरी पौधारोपण में दीर्घजीवी पौधे- बरगद, पीपल, पाकर, गूलर, नीम आदि लगाए जाते हैं।
उन्होंने कहा कि रायबरेली व निकटवर्ती जनपदों में, हरीतिमा संवर्धन के लिए ‘पंचवटी विकास समिति’ स्तुत्य कार्य कर रही है।
इस अवसर पर, पंचवटी के सचिव डॉ महादेव सिंह, कोषाध्यक्ष राम गुलाम सविता, संरक्षक हनुमन्त सिंह, संत बहादुर सिंह ‘काकू’ अमरपाल सिंह, अनिल सिंह चौहान, और चंद्रेश रोज आदि ने मेरे साथ मंत्रोच्चार के साथ 2 बरगद, 2 पीपल, 2 पाकर 1 नीम,1 गूलर आदि पौधों का रोपण और संरक्षण किया।


