दिनेश चंद्र सर्राफ को ‘पूर्वांचल रत्न’ से किया गया सम्मानित।
मीरजापुर जनपद को राजनीतिक, न्यायिक, सामाजिक एवं पत्रकारिता क्षेत्रों में सेवा प्रदान करने के लिए उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक द्वारा दिनेश चंद्र सर्राफ को होटल क्लार्क में 'पूर्वांचल रत्न' से सम्मानित किया गया।
दिनेश चंद्र सर्राफ को ‘पूर्वांचल रत्न’ से किया गया सम्मानित।
डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज
वाराणसी (डिजिटल डेस्क) 8 दिसम्बर।
मीरजापुर जनपद को राजनीतिक, न्यायिक, सामाजिक एवं पत्रकारिता क्षेत्रों में सेवा प्रदान करने के लिए उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक द्वारा दिनेश चंद्र सर्राफ को होटल क्लार्क में ‘पूर्वांचल रत्न’ से सम्मानित किया गया।
श्री सर्राफ ने अधिवक्ता के रूप में 50 वर्षों से लोगों को न्याय दिलाने तथा 30 वर्षों तक लगातार प्रमुख अखबार दैनिक जागरण के ब्यूरो चीफ के रूप में कार्य करते हुए अपनी उत्कृष्ट सेवा प्रदान किया है।
दिनेश चंद्र सर्राफ का जन्म मीरजापुर के प्रतिष्ठित सर्राफ परिवार में छबीले लाल सर्राफ एवं शांति देवी के पुत्र के रूप में दिनांक 13 अक्टूबर सन 1952 में हुआ।
सर्राफ परिवार के 11वें पीढ़ी के रूप में अवतरित दिनेश चंद्र सर्राफ बहुयामी प्रतिभा के धनी हैं जो पिछले 51 वर्षों से लगातार समाज को अपने कार्यों से सेवा प्रदान कर रहे हैं एवं पारिवारिक प्रतिष्ठा के विरासत को निरंतर आगे बढ़ा रहे हैं ।
दिनेश सर्राफ जनसंघ के समय से राजनीति में सक्रिय रहे, हैं फिर बाद में जनता पार्टी और अब भारतीय जनता पार्टी के सक्रिय सदस्य हैं जिसमें मीरजापुर जिले के वरिष्ठ उपाध्यक्ष भी रहे हैं।
‘मीरजापुर प्रेस क्लब’ की स्थापना कर आप उसके संस्थापक अध्यक्ष रहे। यंग बार एसोसिएशन के भी आप संस्थापक अध्यक्ष रहे। डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के संघर्ष समिति के आप 25 बार संयोजक रहे। राइफल क्लब मीरजापुर के आप उपसचिव रहकर जनपद में 3 बार राइफल शूटिंग प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किय।
विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष रहे जिसमें महंत अवैद्यनाथ के सानिध्य में काम करने का अवसर प्राप्त हुआ। राम जन्म भूमि प्रकरण में आप सक्रिय रहे और आंदोलन में मीरजापुर से पहली गिरफ्तारी आपकी हुई जिसमें वर्तमान रक्षा मंत्री माननीय राजनाथ सिंह के साथ आप 300 लोगों के साथ जेल में बंद रहे ।
आप की पत्नी, स्वर्गीय डॉ सरला सर्राफ वाराणसी के प्रसिद्ध अग्रसेन कन्या पी जी कॉलेज में पॉलिटिकल साइंस के हेड ऑफ डिपार्टमेंट पद पर कार्यरत थी जिनकी सन 2004 में स्वास्थ्य कारणों से असामयिक निधन हो गया।
इसके बाद आपने उनके स्मृति में डॉ सरला सर्राफ पब्लिक स्कूल की स्थापना वर्ष 2014 में किया जो पिछले 10 वर्षों से लगातार शिक्षा के मंदिर के रूप में प्रति वर्ष हज़ारों बच्चों को गुणवत्तापूर्ण एवं संस्कारयुक्त शिक्षा प्रदान कर रहा हैं ।