जिला कारागार निरुद्ध तीन कैदियों ने उत्तीर्ण किया यूपी बोर्ड की परीक्षा, दो कैदी काट रहे हैं आजीवन कारावास की सजा
जेल अधीक्षक ऋषभ द्विवेदी ने निरूद्ध तीनों कैदियों को मुंह मीठा कराकर दी बधाई

जिला कारागार निरुद्ध तीन कैदियों ने उत्तीर्ण किया यूपी बोर्ड की परीक्षा
जेल अधीक्षक ऋषभ द्विवेदी ने निरूद्ध तीनों कैदियों को मुंह मीठा कराकर दी बधाई
गौरव तिवारी जिला संवाददाता प्रतापगढ़
प्रतापगढ़। जिला कारागार में निरुद्ध तीन बंदियों ने अपनी मेहनत व लगन से जारी यू. पी. बोर्ड परीक्षा परिणाम 2025 में 10वीं व 12वीं की परीक्षा उच्च प्राप्तांको के साथ उत्तीर्ण की है।जिला कारागार प्रतापगढ़ में निरुद्ध 03 बंदीगण द्वारा कारागार के माध्यम से उo प्रo माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा 2025 में प्रतिभाग किया गया था । जिसमे 2 परीक्षार्थी हाईस्कूल की परीक्षा में व एक परीक्षार्थी इंटरमीडिएट की परीक्षा में सम्मिलित हुआ था। इनका परीक्षा केंद्र जिला कारागार बांदा में बनाया गया था। परीक्षा हेतु संबंधित न्यायालय से अनुमति प्राप्त करके तीनों बंदियों को जिला कारागार बांदा स्थानांतरित किया गया था, परीक्षा उपरांत उक्त बंदी वापस जिला कारागार प्रतापगढ़ में दाखिल हो चुके हैं। दिनांक 25.04.25 को जारी परीक्षा परिणाम में(1) सिद्धदोष बंदी पिंटू ओमप्रकाश गुप्ता पुत्र रामखेलावन गुप्ता, उम्र 35वर्ष निवासी : शीतलबक्श का पुरवा, थाना : संग्रामपुर, अमेठी (धारा 302 ipc के अंतर्गत आजीवन कारावास ) ने इंटरमीडिएट परीक्षा 71% अंको के साथ (2) विचाराधीन बंदी शोएब पुत्र श्री जैनुलआब्दीन उम्र 25 वर्ष निवासी: महुआर थाना: कोतवाली नगर, प्रतापगढ़ (धारा 302 आईपीसी ) ने हाइस्कूल परीक्षा 56.8% अंको के साथ तथा (3) सिद्धदोष बंदी जयप्रकाश पुत्र श्री रामसुख, उम्र 41वर्ष निवासी: रामपुर गौरी थाना: को० नगर, प्रतापगढ़ (धारा 302 ipc में आजीवन कारावास) ने हाईस्कूल परीक्षा 60% अंको के साथ उत्तीर्ण की है। परीक्षा परिणाम सुनकर उक्त बंदियों एवं साथी बंदियों में काफी हर्ष और उत्साह का माहौल है।
इनकी इस उपलब्धि पर जेल अधीक्षक ऋषभ द्विवेदी व कारागार अधिकारियों द्वारा तीनों बंदियों को पुष्पमाला पहनाकर मुंह मीठा कराया गया व शुभकामनाएं प्रदान की गईं।उल्लेखनीय है कि गत वर्ष भी कारागार के तीन बंदियों द्वारा हाइस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा अच्छे प्राप्तांको के साथ उत्तीर्ण की गई थी। शिक्षा के प्रति उन्मुख बंदियों की सुविधा के लिए कारागार पुस्तकालय में शैक्षणिक विषयों से संबंधित पुस्तकों का विस्तार किया जा रहा है तथा प्रोजेक्टर एवं स्क्रीन के माध्यम से पुस्तकालय को अत्याधुनिक रूप दिया जा रहा है ताकि अधिक से अधिक बंदी ज्ञानार्जन के लिए प्रेरित हो सकें तथा आगामी वर्षों में हाइस्कूल/ इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले बंदी छात्रों की संख्या में वृद्धि हो सके।