तहसील कोरांव में लोकल लेखपाल कर रहे गुंडई लोगों से आये दिन होती भिड़न्त
आए दिन अधिवक्ताओं को बेज्जत करना व फरियादियो से मारपीट हुयी आम बात

तहसील कोरांव में लोकल लेखपाल कर रहे गुंडई लोगों से आये दिन होती भिड़न्त
आए दिन अधिवक्ताओं को बेज्जत करना व फरियादियो से मारपीट हुयी आम बात
प्रयागराज/ कोरांव, स्थानीय लेखपालों का एक गुट इतना दीदा दिलेरी दिखा रहा है की अब लोगों मे उनके व्यवहार को लेकर आक्रोश पनपना शुरु हो गया है। हालात यह है कि उपजिलाधिकारी व तहसीलदार भी असहाय दिख रहे हैं। सूत्र बताते है कि किसी भी क्षण अधिवक्ता, प्रधान संघ और पत्रकार संघ के साथ लेखपालों की तू तू मैं मैं हो सकती है।
तहसील कोरांव में लेखपालो का आतंक से जहां एक ओर फरियादी परेशान हैं वहीं दूसरी ओर अधिवक्ता शर्मसार हैं। तहसील कोरांव में ऐसी घटनाएं आम बात होकर रह गई है। आरोप है कि हल्का लेखपाल कोरांव अनुज कुमार द्धारा कोहडार मार्ग स्थित हनुमान मंदिर के समीप स्थित तालाब की भूमि पर तो मकान बनवा दिया। शिकायत के वावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। इतना ही नहीं बड़ोखर लेखपाल व आर आई ने तो दिवानी न्यायालय के स्थगन आदेश के वावजूद देर रात गरीब की भूमि पर कब्जा करवा दिया। इस सम्बन्ध में जब अधिवक्ता ने आरआई से जानकारी लेनी चाहीं तो लेखपाल एक जुट होकर अधिवक्ता को जलील ही नहीं किया बल्कि बाहर निकलने पर पिटाई करने की दिये भी दे डाली। वहीं मंगलवार को नरेंद्र कुमार सिंह द्वारा खसरा की मांग करने पर लेखपालो ने मिलकर पिटाई कर दिया। जिससे क्षुब्ध होकर क्षेत्रीय पीड़ित लोगों के मान सम्मान को लेकर अधिवक्ता श्यामा कान्त त्रिपाठी ने उपजिलाधिकारी को पत्रक देते हुए भूख हड़ताल पर बैठने की सूचना देते हुए लेखपाल इन्द्रेश व आर आई छेदी लाल तथा लेखपाल अतुल के निलम्बित किए जाने की मांग किया साथ ही लम्बे समय से तहसील में डेरा डाले लेखपालो का स्थानांतरण किए जाने की मांग की। चेताया कि यदि कार्यवाही नहीं की जाती तो भूख हड़ताल जारी रहेगी।
सरकारी कर्मियों के इस रवैये को लेकर चर्चाओं का बाजार गरम हो चला है कि ये लेखपाली कर रहे या गुंडई।