पहलगाम आतंकी हमला सरकार की चूक का नतीजा, गृहमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए: प्रमोद तिवारी
विपक्ष के प्रमुख नेता, राज्यसभा सांसद और राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने अपने गृह जनपद में पत्रकारों से बात करते हुए पहलगाम आतंकी हमले पर केंद्र सरकार को जमकर घेरा।

पहलगाम आतंकी हमला सरकार की चूक का नतीजा, गृहमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए: प्रमोद तिवारी
डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज
प्रतापगढ़, 27 अप्रैल।
विपक्ष के प्रमुख नेता, राज्यसभा सांसद और राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने अपने गृह जनपद में पत्रकारों से बात करते हुए पहलगाम आतंकी हमले पर केंद्र सरकार को जमकर घेरा।
उन्होंने कहा कि पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकवादी हमले में जहां पूरे देश में गुस्सा और उबाल है, वहीं राजनीतिक दलों में भी इस उबाल और गुस्से को महसूस किया जा रहा है।
शहर में स्थित होटल शैल श्याम में पत्रकार वार्ता करते हुए प्रमोद तिवारी ने इस आतंकी हमले को केंद्र सरकार की बहुत बड़ी नाकामी करार दिया।
उन्होंने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि जब पहलगाम में पूरे देश के पर्यटकों का जमावड़ा हो रहा था तो वहां सुरक्षा के नाम पर सुरक्षा बल नहीं था। सवाल किया कि सीआरपीएफ को वहां से क्यों हटाया गया?
राज्य सभा में उपनेता प्रतिपक्ष ने कहा कि भारत की सीमा पार से कश्मीर में इतना असलहा गोला बारूद आ जाता है और प्रधानमंत्री को कानों कान खबर नहीं होती। सवाल उछाला कि यह लापरवाही का नतीजा है या जानबूझकर किया जाता है?
उन्होंने कहा कि देश में इतनी राइफलें असलहे लेकर आतंकवादी आ गए, “प्रधानमंत्री जी क्या आप सो रहे थे?”
उन्होंने यह भी कहा कि आज तक पुलवामा में आए विस्फोटक आरडीएक्स का सरकार पता नहीं लगा पाई है।
एक प्रश्न के उत्तर में श्री तिवारी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ही नहीं, सारा विपक्ष केंद्र सरकार को आतंकवादियों का सफाया करने के लिए बिना शर्त समर्थन दे रहा है।
इस दौरान सांसद प्रमोद तिवारी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष डॉ नीरज त्रिपाठी, पीसीसी सदस्य श्याम किशोर शुक्ला, कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष डा० लालजी त्रिपाठी, कांग्रेस सेवादल के अध्यक्ष महेन्द्र शुक्ला, कांग्रेस के नि० नगर अध्यक्ष इरफान अली, आचार्य ओम प्रकाश मिश्र, प्रमोद तिवारी के मीडिया प्रभारी ज्ञान प्रकाश शुक्ला सहित इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रिंट मीडिया के पत्रकार बड़ी संख्या में रहे मौजूद रहे।